तीन लघु कथा -विक्रम ‘अपना’, नन्दिनी-अहिवारा-छत्तीसगढ़
1.सबसे सुंदर मूर्ति लघु कथा बाजार सजा था। मोटा, पतला, लंबा, ठिगना, गोरा, काला, बेईमान, ईमानदार, मूर्ख, ज्ञानी, पंडित, नेता, गब्बर डाकू, छैला बसंती, सज्जन,...