story

रचना आसपास : उर्मिला शुक्ल

❤ दूर नहीं अब भोर - उर्मिला शुक्ल [ रायपुर : छत्तीसगढ़ ] यूँ तो सारे जंगल खूबसूरत होते हैं। मगर जिस जंगल में जंगल...

रचना आसपास : दीप्ति श्रीवास्तव

🟥 अपने भाग्य को सराहें मैं अपने आप को अहोभाग्य मानती हूं कि दशरथ सुत रामचंद्र जी टेंट से निकल अपने राजभवन में विराजमान होंगे...

कहानी : संतोष झांझी

🟥 अनुत्तरित प्रश्न - संतोष झांझी [ भिलाई छत्तीसगढ़ ] मैं थकी थकी सी खिड़की के पास बैठ गई। तीन दिन हो गये थे घर...

व्यंग्य : ‘ घूमता ब्रम्हांड ‘ – श्रीमती दीप्ति श्रीवास्तव [भिलाई छत्तीसगढ़]

कभी-कभी सिर घूमने लगता है अपना शरीर अपने आपे में नहीं रहता चक्कर  खाकर गिरने की नौबत आ जाती है । हमें तब ब्रह्मांड नजर...

दुर्गाप्रसाद पारकर की कविता संग्रह ‘ सिधवा झन समझव ‘ : समीक्षा – डॉ. सत्यभामा आडिल

दुर्गाप्रसाद पारकर का कविता संग्रह- "सिधवा झन समझव"- छत्तीसगढ़ी में छंदमुक्त कविताओं का सुंदर संकलन है!हिंदी बेल्ट में--जनपदीय भाषा में पद रचना तुकांत,गेय या छंद...
1 2 3 17

Vehicle

Latest Vechile Updates