लघु कथा 4 years ago मज़दूरी -महेश राजा महासमुंद-छत्तीसगढ़ वे बहुत छोटे थे।समूह में निकल कर अलग-अलग पार्टी के पोस्टर दीवार पर चिपका रहे थे।वे बहुत जल्दी में थे।इस बार...
तीन लघु कथा -विक्रम ‘अपना’, नन्दिनी-अहिवारा-छत्तीसगढ़ 4 years ago 1.सबसे सुंदर मूर्ति लघु कथा बाजार सजा था। मोटा, पतला, लंबा, ठिगना, गोरा, काला, बेईमान, ईमानदार, मूर्ख, ज्ञानी, पंडित, नेता, गब्बर डाकू, छैला बसंती, सज्जन,...
कहानी 4 years ago मुआवजा -संतोष झांझी भिलाई-छत्तीसगढ़ वह चुपचाप बेटी का हाथ पकडे़, पाँव घसीटते सीढीयां उतर रही थी। कुछ देर बीच की सीढी पर ठहर गई. चेहरे...
तीन लघु कथा 4 years ago विक्रम 'अपना' नंदिनी-अहिवारा,छत्तीसगढ़ 1.यमराज माँ ये दुनियाँ क्या भगवान ने बनाई है? हँसकर माँ ने कहा हाँ बेटे। क्या वही सबको जीवन देता है? माँ...
कहानी 4 years ago क्वारंटाईन -डॉ. नलिनी श्रीवास्तव स्टेडियम में रोज लल्ला बास्केट बाल खेलने जाता है वहाँ से जल्दी ही लौट आया। क्या बात है लल्ला आज इतने...