साहित्य आसपास 4 years ago ●कसौटी गद्य पद्य के -मयारू मोहन कुमार निषाद आप सब जानत हव लिखे के कइ ठन कइ किसम के विधा होथे , जेमा गद्य अउ...
लघुकथा 4 years ago ●स्वरूचि भोज -महेश राजा -" भ ई वाह!बधाई हो।आपकी गोष्ठी बहुत सफल रही।श्रोताओं ने अच्छी कविताओंको खूब सराहा।आपकी रचनाओं को भी बहुत वाहवाही मिली।"मित्र ने...
लघुकथा 4 years ago ●जंगल में चुनाव -महेश राजा जंगल के जानवरों ने सोचा कि उन्हें अपना राजा चुन लेना चाहिये। सियार ने कहा-"मैं रात भर चिल्ला चिल्ला कर...
लघुकथा 4 years ago ●जूते का फ़ीता -डॉ. अंजना श्रीवास्तव क्या सच में वैज्ञानिक युग आ गया है। चाँद पर जाने की बात सुन रहे हैं। अणु बम परमाणु...
लघुकथा 4 years ago ●पहला बयान -महेश राजा चुनाव जीतने के बाद कान्फ्रेंस मे उनका पहला बयान- -"भ्रष्टाचार बिल्कुल सहन नहीं करूंगा, जो भी करना है,मैं स्वयं ही करूंगा।"...
लघुकथा 4 years ago ●तलाश -डॉ. बलदाऊ राम साहू "जो सत्य की राह पर चलता है, वह सदैव कष्ट पाता है।" सुखदाम ने यह सुन रखा था। उसे हरिश्चन्द्र...
लघुकथा 4 years ago ●बाथटब -श्रीमती संतोष झांझी भाई की शादी के दो साल बाद उषा को मायके आने का अवसर मिला। सतमासी डिलीवरी के बाद जच्चा बच्चा दोनों...
लेख 4 years ago ●हमारी प्राथमिकताएं -तेज़राम शाक्य मेरी पड़ोसी के दो बेटे थे। एक 5 वर्ष का और दूसरा 7 वर्ष का दोनों आपस में किसी न किसी...
इनकी आवाज सुनकर चले आते हैं परिंदे, जाने अदभुत कहानी एक क्लिक पर 4 years ago बालोद के ग्राम देवरी में पक्षियों का प्रेमी एक ऐसा शख्स है जिसकी एक आवाज सुनते ही पक्षी चू चू कर उसके पास आ जाती...
लघुकथा 4 years ago ●बेड़ियाँ ●महेश राजा भांजी के जन्मदिन पर चाँदी की पायल जिसमें छोटे छोटे घूँघरू लगे थे,पहना कर वह बहुत खुश हो गयी। पुरानी बात ताजा...