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- ■छत्तीसगढ़ प्रगतिशील लेखक संघ,भिलाई-दुर्ग द्वारा हरिशंकर परसाई जयंती का आयोजन.
■छत्तीसगढ़ प्रगतिशील लेखक संघ,भिलाई-दुर्ग द्वारा हरिशंकर परसाई जयंती का आयोजन.
भिलाई-दुर्ग ख़बर :
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छत्तीसगढ़ प्रगतिशील लेखक संघ भिलाई- दुर्ग के तत्वावधान में गत दिवस व्यंग्य के पुरौधा हरिशंकर परसाई की जयंती पर वैचारिक आयोजन इंडियन कॉफी हाउस सेक्टर 10 भिलाई में किया गया ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कथाकार लोकबाबू ने की तथा अंचल के वरिष्ठ व्यंग्यकार रवि श्रीवास्तव व गुलवीर सिंह भाटिया मुख्य वक्ता थे ।
इस अवसर पर अध्यक्षता करते हुए लोकबाबू ने कहा कि व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई ने व्यंग्य को एक विधा के रूप में स्थापित किया उनके जैसी वैज्ञानिक व यथार्थ दृष्टि किसी भी व्यंग्यकार में नहीं है छायावाद के भावुकता के दौर में भी उन्होंने सामाजिक विसंगतियों की शल्यक्रिया करने वाली रचनाएँ लिखी ।व्यंग्यकार रवि श्रीवास्तव ने कहा कि विकलांग श्रद्धा का दौर और ठिठुरता गणतंत्र जैसी कई प्रभावी रचनाओं से उन्होंने समाज के दर्द को अभिव्यक्त किया ।व्यंग्यकार गुलवीर सिंह भाटिया ने कहा कि व्यंग्य को बेहतर बनाने के लिए दिमागी गुलामी से मुक्त होना जरूरी है परसाई ने मारक लेखनी से व्यंग्य को नई दिशा दी । शिक्षाविद डॉ एच एन दुबे ने कहा परसाई अपने आप में एक पाठशाला थे अंधविश्वास और धार्मिक मान्यताओं को वैज्ञानिक दृष्टि से परिलक्षित किया ।रंगकर्मी मणिमय मुखर्जी ने कहा परसाई की रचना इंस्पेक्टर मातादीन चाँद पर ,सदाचार का ताबीज आदि नाटकों को नुक्कड़ मंच पर प्रदर्शन कर लोगों को जागरूक किया गया । साहित्यकार सुधीर शर्मा ने कहा परसाई की रचनाओं में स्वतंत्रता के बाद के समाज की पीड़ा है उन्होंने समाज को शैक्षणिक संस्कार दिया।कवि परमेश्वर ने कहा जीवन और जगत पर परसाई की विश्वव्यापी पैनी दृष्टि थी, समय और समाज के अन्वेषक व्यंग्यकार के रूप में उन्होंने सुबोध भाषा शैली में हिंदी में व्यंग्य को समृद्ध किया ।
इस वैचारिक आयोजन में संतोष झांझी, मुमताज, शरद कोकास, विमल झा ,सुचिता मुखर्जी, योगेंद्र शर्मा,शिव मंगल सिंह, आलोक चौबे ने भी विचार व्यक्त किये ।
आयोजन का संचालन प्रलेसं भिलाई- दुर्ग अध्यक्ष परमेश्वर वैष्णव ने किया सचिव विमल शंकर झा ने धन्यवाद ज्ञान किया ।
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