■ गीत : ■ दुर्गा प्रसाद पारकर.
♀ तीजा पोरा
♀ दुर्गा प्रसाद पारकर
दीदी कुलकत हे सुवना, तीजा पोरा बर दीदी कुलकत हे ना |
मन ह झूमरत हे सुवना, मइके जाए बर मन ह झूमरत हे ना ||
तीजा लेगे बर भइया ह मोर आही
मइके के मया मोटरी धर के लाही
घाटे -घठौंदा मोला जोहत होही
सांटी मांजे बर नोनी आवत होही
दीदी कुलकत हे सुवना ,तीजा पोरा बर दीदी कुलकत हे ना |
मन ह झूमरत हे सुवना, मइके जाए बर मन ह झूमरत हे ना ||
करु भात खाबोन हम्मन आरा पारा
झूलना झूलाही सुग्घर पीपर के डारा
संगी जउँरिया संग करबोन ठिठोली
मीठ मीठ लगही हमला मइके के बोली
दीदी कुलकत हे सुवना, तीजा पोरा बर दीदी कुलकत हे ना |
मन झूमरत हे सुवना, मइके जाए बर मन ह झूमरत हे ना ||
भादो के बादर कस तन मन ह घुमरत हे
रहि रहि के चोला ह मइके ल सुमरत हे
करबोन सिंगार नवा लुगरा पहिर के
फरहारी करबोन सिव संकर ल सुमरि के
दीदी कुलकत हे सुवना, तीजा पोरा बर दीदी कुलकत हे ना |
मन ह झूमरत हे सुवना, मइके जाए बर मन ह झूमरत हे ना ||
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