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- ■भूपेश बघेल सरकार को अस्थिर करने की नापाक कोशिश तो नहीं, समुदाय विशेष पर हिंसा की घटनाएं.
■भूपेश बघेल सरकार को अस्थिर करने की नापाक कोशिश तो नहीं, समुदाय विशेष पर हिंसा की घटनाएं.
♀ न्यायधानी बिलासपुर में धर्मांतरण के विरोध में हिन्दू संगठनों द्वारा रैली.
♀ रायपुर में पादरी पिटाई कांड.
♂ बिलासपुर
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न्यायधानी बिलासपुर मे धमानतरण के विरोध मे हिन्दु संगठनों द्वारा रैली निकाली गयी राजधानी की आग यहा भी दिखी।रायपुर पादरी पिटाई कांड के कुछ आरोपी फरार है।छ त्तीसगढ़ मे वषो से धमानतरण का विरोध हो रहा है।खाने पीने से पहनने ओढने के लालच मे हजारो आदिवासी पहाणी इलाके मैअधिकांश समुदाये ईसाई धमॅ को अपनाये हुआ है।ईसाईमिशनरी इन सब कामो मे सतत आगे है।यदि राज्य सरकार इनकी मूलभूत सुविधाओं का ध्यान रखती तो आज ये सब नहीं होता।कहीं न कही सरकारें भी दोषी है।हिंसा कि रास्ता अपनाकर विरोध करना शुधद राजनीतिक अस्थिरता का काम है।देखा गया है।कि जब से छत्तीसगढ़ मे कागेस पार्टी की सरकार बनी है।15 सालो तक राज करने वाली भाजपा की दशा खिसियाये बिल्ली खंभा नोचे की तरह हो गयी है।कागेस लीडर की मुखिया सोनियाजी ईसाई समुदाये से है। छ ग मे हो रहे ईसाई हमले कहीं भूपेश सरकार को अस्थिर करने की सुनियोजित राजनीतिक चाल तो नहीं हैं ।ऐसी कयासे लगायी जा रही है।राजनीतिक गलियारे मे।कही धमानतरण का मुद्दा चुनावी न बन जाये ।इस संभावनाओं को भी टटोला जा रहा होगा ।।भाजपा के पास कोई वाजिब मुद्दा है नहीं इसलिएे भी हिनदुत की भावनाएँ भडकानाक और आम जनतांत्रिक वोटो का धूवीकरण करना राजनीतिक संभावनाएँ हो सकती है।और इसीलिए हिंसा का रास्ता एक माञविकलप हो अन्याय है।भाजपा के स्वर्गीय जूदेवजी पैर धूलाकर घर वापसी करवाते थे फिर आज अपनो समझाने छोड़कर समुदाये विशेष पर हिंसा करना छततीसगढ कै लिये ठीक नही.
[ ●राजन कुमार सोनी,ब्यूरो प्रमुख ‘छत्तीसगढ़ आसपास’. ●प्रिंट एवं वेबसाइट वेब पोर्टल, न्यूज़ ग्रुप समूह,रायपुर, छत्तीसगढ़. ]
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