■अंचल के लोकप्रिय कवि नवीन कुमार तिवारी ‘अथर्व’ का निधन.
♀ भिलाई
_________
छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और क्रांतिकारी कवि श्री कुंजबिहारी चौबे जी के दोहित्र, नेहरूनगर निवासी, श्री नवीनकुमार तिवारी का आज मेकाहारा, रायपुर में स्वर्गवास हो गया। उनका अंतिम संस्कार रामनगर, सुपेला के मुक्तिधाम में किया गया। श्री नवीनकुमार तिवारी के पिता स्व.श्री वसंत कुमार तिवारी और माता श्रीमती कविता तिवारी हैं। वाणिज्य विषय में स्नातक होने के बावजूद उन्हें बचपन से ही साहित्य में गहरी रुचि थी। काव्य में वे मुख्य रूप से दोहा और दोहे की तरह द्विपदीय रचनाएँ लिखा करते थे। उनकी कलम प्रत्येक सामयिक विषयों पर चला करती थी। वे दुर्ग जिला हिन्दी साहित्य समिति के सचिव और वीणापाणि साहित्य समिति के उपाध्यक्ष भी राह चुके हैं। अंचल के प्रत्येक साहित्यिक आयोजनों में वे स्वस्फूर्त होकर बड़ी ही सक्रियता से हिस्सा लिया करते थे। देश के अन्य प्रांतों से प्रकाशित बारह से अधिक साझा संकलनों में उनकी कविताएँ प्रकाशित हो चुकी हैं। “नव प्रदेश” में उनकी रचनाएँ निरन्तर प्रकाशित होती रही हैं। सन् 2015 में उन्हें हम हिंदुस्तानी, थीम्फू भूटान ने सम्मानित किया था। छत्तीसगढ़ गौरव साहित्य मार्तण्ड सम्मान के अलावा देश की अनेक संस्थाओं से वे सम्मानित किए गए हैं। अपने मधुर व्यवहार के कारण वे साहित्य जगत में काफी लोकप्रिय थे। कैंसर जैसे रोग से निरंतर जूझने के बावजूद उन्होंने अंत तक अपने मनोबल को बनाये रखा और सतत साहित्य सृजन करते रहे। उनका जन्म 03 मार्च 1959 को हुआ था। दुर्ग ही उनकी कर्म-स्थली थी। बे शासकीय स्वास्थ्य विभाग में सेवारत थे। मार्च 2019 में वे सेवानिवृत्त हुए थे। मात्र 62 वर्ष की आयु में उनका जाना साहित्य जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिवार को इस असीम दुःख को वहन करने की शक्ति प्रदान करें।
[ ●प्रस्तुति-अरुण कुमार निगम ]
■■■ ■■■