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कवि सम्मेलन.
♀ कन्नौजिया श्रीवास समाज़ साहित्यिक मंच द्वारा कवि सम्मेलन.
♀ आयोजन कोरबा के पं.मुकुटधर पांडे साहित्य भवन में.
♀ विशेष उपस्थिति : डॉ. माणिक विश्वकर्मा ‘नवरंग’, रामरतन श्रीवास.
♀ अन्य विशिष्ट अतिथि : मो.यूनुस दानियालपुरी, जे.पी.श्रीवास्तव, दिलीप अग्रवाल ‘नेता’,अंजना ठाकुर,गीता विश्वकर्मा’नेह’, गायत्री शर्मा’प्रीत’.
♀ प्रथम सत्र संचालन डॉ. हितेंद्र श्रीवास,द्वितीय सत्र संचालन इंजीनियर रमाकांत श्रीवास ने किया.
♀ आभार रामरतन श्रीवास,कन्नौजिया श्रीवास समाज़ साहित्यिक मंच के अध्यक्ष ने किया.
■कोरबा
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कन्नौजिया श्रीवास समाज़ साहित्यिक मंच,कोरबा,छत्तीसगढ़ के तत्वावधान में पं.मुकुटधर पांडे साहित्य भवन में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ.माणिक विश्वकर्मा ‘नवरंग’ के मुख्य आतिथ्य एवं रामरतन श्रीवास की अध्यक्षता में परिचर्चा एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। विशिष्ट अतिथि के रूप में मो.यूनुस दानियालपुरी , जे.पी.श्रीवास्तव दिलीप अग्रवाल ‘नेता’ ,अंजना ठाकुर, गीता विश्वकर्मा ‘नेह’ एवं गायत्री शर्मा ‘प्रीत’ की उपस्थिति रही। कार्यक्रम के आरंभ में
माँ सरस्वती की पूजा एवं दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात वंदना श्रीवास द्वारा वंदना प्रस्तुत किया गया। परिचर्चा सत्र को संबोधित करते हुए कनौजिया श्रीवास समाज साहित्यिक मंच के संस्थापक एवं संयोजक इंजीनियर रमाकांत श्रीवास ने कहा की साहित्य और समाज को बढ़ाने के लिए इस मंच का निर्माण किया गया है जो भविष्य में एक नई दिशा एवं अनेक आयाम स्थापित करेगा। कोरबा में स्थित श्रीवास समाज अंजनी कुंज के अध्यक्ष मोहन लाल श्रीवास ने कहा कि साहित्य समाज का दर्पण होता है, निश्चित ही यह हमारे समाज के लिए गौरव की बात है ।हमने जो सपने अस्सी के दशक में देखे थे वह आज पूरे होते हुए नजर आ रहा है। मुख्य अतिथि डॉक्टर माणिक विश्वकर्मा “नवरंग” जी ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में कहा कि हालांकि यह समाज का पहला कवि सम्मेलन है लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि साहित्य और समाज के समग्र विकास के लिए यह मंच निश्चित ही सफलता प्राप्त करेगा। उन्होंने समाज एवं साहित्यिक मंच के पदाधिकारियों को अभिनव पहल के लिए बधाई प्रेषित किया। इस अवसर पर मो.यूनुस दनियालपुरी एवं जे.पी.श्रीवास्तव ने भी अपने विचार प्रकट किए। कनौजिया श्रीवास समाज साहित्यिक मंच के सह संस्थापक एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हैं राम रतन श्रीवास ने इस साहित्यिक मंच के निर्माण से लेकर अभी तक के सारे कार्यक्रमों का विस्तार पूर्वक वर्णन किया और इसे संघर्ष से सफलता की ओर अग्रेषित होने का ठोस क़दम बताया। आगे उन्होंने कहा राष्ट्र के विकास के लिए समाज की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। अपने मार्मिक उद्बोधन में दिल को छूने वाले समाज के अनछुए पहलुओं को उजागर करते हुए उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक पल श्रीवास समाज के लिए स्वर्ण अक्षरों से लिखा जाएगा। कार्यक्रम के प्रथम सत्र का संचालन मंच के महासचिव डॉ हितेंद्र श्रीवास ने स्वागत उद्बोधन के पश्चात किया। द्वितीय सत्र का सफल संचालन इंजीनियर रमाकांत ने संभाला । इस कार्यक्रम में व्यास नारायण श्रीवास ,शत्रुघ्न श्रीवास , राधारमण श्रीवास ,मनीराम श्रीवास ,लक्ष्मण श्रीवास ,संतोष श्रीवास ,आशा आजाद, किरण सोनी, द्रौपदी साहू ,प्रभात शर्मा, बलराम राठौर ,शिवकुमार साहू , जितेंद्र वर्मा ,निर्मला शर्मा , जलबाई साहू , सियाराम बाई , एवं बिलासपुर , कोरबा , रायगढ़ जिला से आए भारी संख्या में लोगों की उपस्थिति रही । सभी साहित्यकारों ने विविध विधाओं की रोचक रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
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