■दीपावली पर विशेष : ■डॉ. नीलकंठ देवांगन.
♀ प्रकाश का विजय पर्व.
♀ डॉ. नीलकंठ देवांगन.
[ शिवधाम कोडिया,जिला-दुर्ग,छ. ग. ]
परंपरा आस्था की जगमग रोशनी में
धन संपदा की देवी लक्ष्मी का आगमन
उत्साह उल्लास के उज्ज्वल उजाले में
सुख समृद्धि दात्री लक्ष्मी का शुभागमन
आनंद प्रकाश चहुं ओर बिखरता
जीवन प्रकाशित करने देता प्रेरणा
चेतना का विकास चतुर्दिक होता
जीवन मूल्य स्थापित करने देता प्रेरणा
आध्यात्मिक दृष्टि से दीपावली जीवन मुक्ति सौंदर्य बोध का दिन
दीप प्रज्ज्वलन का यथार्थ अर्थ
अंतस में ज्ञान प्रकाश भरने का दिन
लंका विजय कर राम अयोध्या लौटे
नगरवासियों ने तब दीपावली मनाई
स्वागत खुशी में अनगिनत दीप जलाये
हर्षातिरेक में यादगार दीपावली मनाई
दीप पर्व की अनेक मांयताएं धारणाएं
गुरु गोविंदसिंह मुगलों पर जीत पाया
भगवान बुद्ध के स्वागत में दीप सजे
भगवान महावीर ने परिनिर्वाण पाया
कृष्ण ने नरकासुर का संहार किया
चंद्रगुप्त विक्रमादित्य सिंहासन बैठा
सम्राट अशोक दिग्विजय पूर्ण किया
स्वर्ण मंदिर का निर्माण प्रारंभ हुआ
अंधेरे के विरुद्ध संघर्ष का प्रकाश पर्व
भारतीय जन जीवन का संस्कृति पर्व
लोक जीवन खुशनुम बनाने लोक पर्व
विश्वास संकल्प स्नेह से जुड़ा पंच पर्व
धन तेरस को भगवान धन्वंतरि
अमृत कलश ले अमृत कण बांटते आये
जीवन का आनंद स्वस्थ शरीर में
आरोग्य दीर्घायु का संदेश देते आये
नरक चतुर्दशी का पूजन दीप दान
यमराज को प्रसन्न करने मुक्ति पाने कृष्ण ने नरकासुर का वध किया था
देवों को सुख देने पृथ्वी का भार हरने
दीपावली को महालक्ष्मी का आह्वान
भौतिक सुख संपदा की प्राप्ति हेतु
घर बाहर को स्वच्छ साफ दीप जला
गणेश लक्ष्मी सरस्वती पूजन समृद्धि हेतु
तीनों का पूजन इस बात का प्रतीक
पवित्र तन मन में ही लक्ष्मी की प्राप्ति
सद्बुद्धि के साथ उपभोग करने पर
वास्तविक सुख समृद्धि की प्राप्ति
गोवर्धन पूजा गो गिरि पूजन का प्रतीक
गौ पंचगव्य से सबको समान लाभ देती
पर्वत पर्यावरण संग जरूरत पूरा करते
गौ अपना सर्वस्व लोक हितार्थ दे देती
अंतिम दिन यम द्वितीया या भाई दूज
यमुना ने भाई यम को किया था प्रसन्न
इस दिन यमुना स्नान बहन घर भोजन
यम यातना से मुक्ति का दिया वरदान
असंख्य दीपों की जगमग रोशनी
अमावस्या मानो पूनम बन जाती
रात्रि के माथे पर पर माटी के दीये
अंधकार पर उजाले की जीत पाती
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