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- ■विदाई समारोह : पॉवरसिटी वेलफेयर सोसायटी कोरबा द्वारा डॉ. माणिक विश्वकर्मा ‘नवरंग’ को दी गई भावभीनी विदाई.
■विदाई समारोह : पॉवरसिटी वेलफेयर सोसायटी कोरबा द्वारा डॉ. माणिक विश्वकर्मा ‘नवरंग’ को दी गई भावभीनी विदाई.
[ ●सोसायटी के अध्य्क्ष पी पी तिवारी द्वारा डॉ. माणिक विश्वकर्मा ‘नवरंग’ को पुष्पगुच्छ से सम्मानित करते हुए ]
[ ●विदाई समारोह में उपस्थित कॉलोनी निवासी ]
[ ●सोसायटी के पदाधिकारियों द्वारा ‘नवरंग’ को स्मृतिचिन्ह से सम्मानित करते हुए ]
[ ●रमेशचंद्र सरोज दम्पत्ति द्वारा ‘नवरंग’ को सम्मानित करते हुए ]
♀ कोरबा
पॉवरसिटी वेल्फेयर सोसायटी , कोरबा के तत्वावधान में स्थानीय उद्यान के प्रांगण में सोसायटी के संरक्षक -डॉ.माणिक विश्वकर्मा ‘नवरंग’ जो शीघ्र स्थायी रूप से स्थानांतरित होकर यूनीहोम्स रायपुर जाने वाले हैं को कॉलोनीवासियों द्वारा भावभीनी विदाई दी गई। कार्यक्रम के आरंभ में सोसायटी के संरक्षक -एस.पी.रेगे , अध्यक्ष -पी.पी.तिवारी , उपाध्यक्ष -इकबाल अहमद ,सचिव -बी.पी.कैवर्त , उप सचिव -डी.पी.साहू ,कोषाध्यक्ष-के.एस.ठाकुर , कार्यकारिणी सदस्य – योगेश साहू एवं विपीन कुमार सहित रामचन्द्र राव , अनिरुद्ध चौधरी, डी.एल.देवांगन, जी.आर.मेहरा ,जी.के.कश्यप ,रमेश चन्द्र सरोज,कमलेश सरोज , कृष्णा राव , रत्ना राव, धन कुमारी ठाकुर , ललिता सरोज एवं सुजाता सरोज ने डॉ.माणिक विश्वकर्मा ‘नवरंग’ , श्रीमती पुन्नी विश्वकर्मा एवं मयंक विश्वकर्मा को सम्मानित करने के पश्चात कॉलोनी की ओर से स्मृति चिन्ह प्रदान किया।जहाँ पी.पी.तिवारी ने अपने उद्बोधन में डॉ.नवरंग को कॉलोनीवासियों का मार्गदर्शक निरुपित किया वहीं एस.पी.रेगे ने .डॉ.माणिक विश्वकर्मा ‘नवरंग’ की साहित्य के क्षेत्र में राष्ट्रीय ख़्याति का उल्लेख करते हुए उनके सामाजिक योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। रामचन्द्र राव ने विश्वकर्मा परिवार के सुखद भविष्य एवं अच्छे स्वास्थ्य की कामना प्रेषित की। डॉ.नवरंग ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में सोसाइटी को लघु भारत दर्शाते हुए सामाजिक समरसता एवं भाईचारा बनाए रखने का आग्रह किया। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि कि परस्पर प्रेम एवं विश्वास से सामुदायिक विकास को बल मिलता है एवं विकास को गति। इस अवसर पर समाज सेविका पुन्नी विश्वकर्मा ने भावपूर्ण वक्तव्य दिया। यहाँ यह बताना लाजिमी होगा कि डॉ.माणिक विश्वकर्मा ‘नवरंग’ एक अप्रैल सन उन्नीस सौ अस्सी में भारत अल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड कोरबा के अनुसंधान एवं नियंत्रण प्रयोगशाला में विश्लेषक के पद पर नियुक्त हुए थे। दस वर्ष सेवा देने के पश्चात वे एनटीपीसी विन्ध्याचल चले गए एवं फरवरी दो हज़ार पन्द्रह को एनटीपीसी कोरबा के पर्यावरण प्रबंधन समूह से उपमहाप्रबंधक के पद पर सेवानिवृत्त हुए।दो हज़ार सोलह से दो हज़ार उन्नीस तक वे पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के अधीन जिला पर्यावरण विशेषज्ञ के पद पर सेवारत रहे उसके पश्चात आई टी कॉलेज कोरबा से आब्जर्वर के रूप में भी जुड़े रहे। बालको आने से पूर्व वे बस्तर जिला कोआपरेटिव बैंक दुर्ग कोंदल में प्रबंध एवं शा.उच्चतर महाविद्यालय मारो में व्याख्याता रसायन शास्त्र के रूप में भी अपनी सेवा दे चुके हैं। एक दर्जन से अधिक साहित्यिक एवं सामाजिक संस्थाओं के प्रमुख पदों पर रहते हुए राष्ट्रहित में आजतक वे अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। अपनी विशिष्ट शैली, साफ़गोई एवं बेबाक़ बयानबाज़ी के लिए भी वे जाने जाते हैं। कार्यक्रम का संचालन सचिव-बी.पी.कैवर्त एवं आभार प्रदर्शन कोषाध्यक्ष – के.एस.ठाकुर ने किया।
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