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- ■छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल हुई ग्लोबल. ■मुख्यमंत्री के आह्वान पर दुनियाभर में बसे छत्तीसगढ़ी नागरिक अपने आहार संस्कृति पर गर्व करते हुए ‘बोरे बासी’ की मुहिम में शामिल हुए.
■छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल हुई ग्लोबल. ■मुख्यमंत्री के आह्वान पर दुनियाभर में बसे छत्तीसगढ़ी नागरिक अपने आहार संस्कृति पर गर्व करते हुए ‘बोरे बासी’ की मुहिम में शामिल हुए.
■नंद कुमार बघेल
■मुख्यमंत्री
■चैतन्य बघेल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आदेशानुसार 1 मई 2022 को श्रमिक दिवस के अवसर पर बोरे बासी दिवस के रूप में मनाया गया।
स्वयं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बटकी में बासी खाने के बाद चुटकी ली -“हमूं खाएन आज बटकी मां बासी।”
इस अवसर पर मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़ ने कहा- “यह मजदूर दिवस बहुत खास हो गया है। मैने आह्वान किया था ‘बोरे बासी’ खाने के लिए, जिसके बारे में लोगों ने जानकारी जुटाई।
इस छत्तीसगढ़ी व्यंजन को आज देश-विदेश में लोग खा रहे हैं, इस व्यंजन की प्रसिद्धि पर बहुत गर्व महसूस कर रहा हूं।”
नगर पालिक परिषद कुम्हारी में स्वच्छता कर्मी एवं स्वच्छता दीदियों द्वारा पोषक तत्वों से भरपूर बोरे बासी, पताल की चटनी आम के अचार और गोंदली खाकर छत्तीसगढ़ की प्राचीन संस्कृति को संजोए रखा। कुम्हारी पालिका अध्यक्ष राजेश्वर सोनकर सहित सभी जनप्रतिनिधिगण व ऑफिस स्टाफ समिलित हुए।
केबिनेट मंत्री ताम्रध्वज साहू ने सोशल मीडिया में कहा -“बोरे-बासी हमर छत्तीसगढ़िया संस्कृति के अहम हिस्सा हे। इही कारन हमर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ह आज मजदूर दिवस के दिन बोरे-बासी खाके श्रम के सम्मान करे के बात कहे हे।
मोला तो अब्बड़ मस्त लगिस, आप मन एक घांव खा के देखव, मस्त लगही!!”
मुख्यमंत्री के पिताश्री नंदकुमार बघेल ने हरियाणा में बोरे बासी का आनंद लिया।
मुख्यमंत्री के सुपुत्र चैतन्य बघेल ने भी बोरे बासी खाते हुए बताया कि बचपन में ज़ब कभी पापा के साथ खेत जाता था तो वापस आने पर माँ हमें दोपहर में अक्सर बोरे बासी देती थी..
पहले लगता था कि स्वादिष्ट होने की वजह से हमें बोरे बासी खिलाया जाता है लेकिन समय के साथ वैज्ञानिक कारणों को पढ़ने के बाद पता चला कि ये तो हमारे स्वास्थ्य के प्रति माँ की चिंता थी जो हमें दोपहर की धूप से आने के बाद लू और गर्मी से बचाने के लिए बोरे-बासी खिलाती थी.
वैसे तो हम बचपन से बोरे-बासी खाते आ रहे हैं, लेकिन आज मजदूर दिवस के मौके पर हमारे मजदूर भाइयों और बहनों को सम्मान देने के लिए बोरे बासी का सेवन किया।”
निश्चित ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बोरे बासी अभियान सफल रहा।
[ ●सुरेश वाहने, ब्यूरो प्रमुख ‘छत्तीसगढ़ आसपास’ ]
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