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- ■छालीवुड : ‘गुदगुदी’ शुद्ध पारिवारिक एवं मनोरंजक वेबसीरीज.
■छालीवुड : ‘गुदगुदी’ शुद्ध पारिवारिक एवं मनोरंजक वेबसीरीज.
♀ साक्षात्कार ‘गुदगुदी’ निर्देशक त्रिलोक तिवारी
■त्रिलोक तिवारी
■भिलाई-
त्रिलोक तिवारी ने दुर्ग-भिलाई के स्थानीय कलाकारों के अलावा रायपुर एवं बिलासपुर के थियेटर कलाकारों को लेकर एक बेहद ही जबर्दस्त कॉमेडी छत्तीसगढी वेबसीरीज बनाई है, जो इन दिनों बेहद चर्चा का विषय बना हुआ है। आपको बता दें कि भिलाई में पले बढ़े एवं यही नेहरू हाउस में थियेटर करते करते नाटकों का निर्देशन करते करते छॉलीवुड तक पहुंचने वाले त्रिलोक तिवारी बेहद ही स्ट्रगल करते करते यहां तक पहुंचे है। वे जहां छत्तीसगढ की पहली रंगीन एवं सतीश जैन द्वारा निर्मित एवं निर्देशित छत्तीसगढी फिल्म मोर छइंहा भुइंहा में जहां वे जहां छात्रसंघ के अध्यक्ष का जर्बदस्त किरदार निभाये थे वहीं इस फिल्म के प्रोडक्शन कंट्रोलर थे, और इस दौरान वे इस फिल्म के निर्देशक सतीश जैन से फिल्म के डायरेक्शन के बहुत सारी बारीकियों को सीखे। उसके बाद वे छत्तीसगढ के सुपर स्टार अनुज शर्मा को लेकर सजना मोर फिल्म का डायरेक्शन किये उसके बाद श्री तिवारी कई शॉर्ट फिल्म का निर्देशन कर फिल्म फेस्टिवल में भाग लिए जहां कई पुरस्कार भी इन्होंने प्राप्त किया। इस बार वे एन माही फिल्म के प्रोपराईटर मोहित साहू के निर्देश पर उन्होंने दस एपिसोड का फूल कॉमेडी बेस्ट छत्तीसगढी में वेबसीरीज का निर्देशन किया है, जो शनिवार 7 मई को एनमाही फिल्म के ओटीटी प्लेटफार्म पर रिलीज हुई है।
निर्देशक त्रिलोक तिवारी ने हमारे संवाददाता को बताया कि गुदगुदी मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है, इसका कंसेप्ट बहुत ही जबर्दस्त है, इसमें जहां बेहद कॉमेडी है वही बहुत जर्बदस्त व्यंग्य भी है, जो दर्शकों को हंसाते गुदगुदाते उनके लिए कई संदेश छोड़ता है, इसमें एकदम नेचुरल कॉमेडी है जो लोगों को बहुत पसंद आयेगी। इसमें एक दादा का किरदार है, जो हमेशा उल्टा पुल्टा फैसला लेता रहता है, उसके कारण परिवार में बेहद ही ट्रेजडी होती है और हास्य का पुट उत्पन्न होते रहता है। इस दादा का किरदार छत्तीसगढी एवं भोजपूरी फिल्मों के प्रसिद्ध एक्टर एवं गीतकार शमशीर सिवानी ने निभाया है। इसके अलावा पड़ोसी धुम्मन और नौकर तथा पुत्र के जर्बदस्त नोकझोंक भी है, वहीं पोती के मोटी होने के कारण उसके शादी के रिश्ते के लिए आने वालों के साथ जो स्थितियांं उत्पन्न होती है वह सीन भी बहुत ही मनोरंजक है। जिसमें धुम्मन का बहुत ही जबर्दस्त किरदार भिलाई के नई दुनिया के सीनियर क्राईम रिपोर्टर संतोष यादव ने निभाया है, हालांकि वे पहली बार अभिनय किये है, लेकिन बिल्कुल ऐसा नही लगा कि वे पहली बार कैमरा फेस कर रहे है।
निर्देशक त्रिलोक तिवारी ने बताया कि इस वेबसरीज में कोई बड़ा स्टार कास्ट नही है लेकिन पूरे मंझे हुए कलाकार है। इसके स्क्रीप्ट के अनुसार कुछ कलाकार मेंरे नजर में थे लेकिन कुछ कलाकारों के लिए ऑडिशन लेना पड़ा था। मैं कहानी के हिसाब से कलाकारों के चयन से लेकर किसी भी चीज में समझौता नही किया हूं। यही कारण है कि यह वेबसीरीज बहुत ही बढिया बनी है, जो भी इसका ट्रीजर देख रहे है वह तो इसकी बेहद सराहना कर ही रहे है दर्शक भी इसके ट्रीजर की बहुत तारीफ करते हुए दर्शक इसका बेसब्री से इंतजारी कर रहे थे, दर्शकी की डिमांड पर इसे 7 मई को एनमाही फिल्म प्रोडक्शन के ओटीटी प्लेटफार्म पर रिलीज किया गया है।
स्वर्गलोग का सीन का फिल्मांकन करना बड़ा ही क्रिटिकल था
श्री तिवारी ने बताया कि इसमें दादा दादी का स्वर्गलोग का सीन है, जो बड़ा ही व्यंगात्मक और मनोरंजक है, इस सीन का फिल्मांकन थोड़ा क्रिटिकल था लेकिन सबसे बेहतरीन सीन का फिल्मांकन इसी का हुआ है, इसे देखने पर दर्शकों को ऐसा लगेगा कि स्वर्ग इसी प्रकार का होगा।
इस वेबसीरीज को देखने के लिए पहले दर्शकों को अपने मोबाईल एप में एन माही फिल्म को गूगल प्ल स्टोर में जाकर डाउनलोड करना होगा उसके बाद उसमें क्लिक करने पर एनमाही के ओटीटी प्लेटफार्म में अबतक रिलीज हुई सभी फिल्में एवं वेबसीरीज दिखाई देगा उसमें गुदगुदी में जाकर उसे क्लिक करना होगा और उसमें सबस्क्राईव का नामिनल चार्ज मोबाईल के माध्यम से पे करना होगा।
आपको बता दें कि जिस प्रकार से तारक मेहता का उल्टा चश्मा है, उसी प्रकार एक ही फेैमिली पर आधारित बेस्ड कहानी है। इसमें भी एक दादा-दादी एवं एक उनका पुत्र और पुत्र वधु और पोता रहता है,लेकिन इसमें इनके अलावा पोती,पोती की सहेली एवं पोता बहु के अलावा पोता बहु के पिता के साथ ही इस घर का नौकर एवं पड़ोसी धुम्मन, रहता है,एवं पोती के शादी के लिए आने वाले दो लड़के जिनी,एक मुर्गा एवं मुर्गा के माता-पिता है।
ये है वेबसीरीज के प्रमुख कलाकार-
इसमें जहां दादा को रोल शमशीर सिवानी ने निभाया है वहीं दादी की भूमिका में सुश्री इंदूमति चौहान, पुत्र-रविशर्मा भाटापारावाले,पुत्रवधु-प्रियंका सिंह,पोता-हनी शर्मा, पुत्र वधु रागिनी सोनी नांदगांव, पुत्रवधु के पिता तेजराम साहू, पोती-हर्षा सहारे,पोती की सहेली अर्चना, नौकर-चंदू, पड़ोसी धुम्मन-संतोष यादव, शादी वाला युवक पहला-अरूण भांगे बिलासपुर, शादी वाला युवक दूसरा-जग्गू, जिनी, जग्गू,मुर्गा-महेन्द्र कवर्धा, मुर्गा के पिता-श्री रवि,मुर्गा की मां-श्वेता शर्मा रायपुर है। सभी ने अपने जर्बदस्त अभिनय से दर्शकों के दिल पर अमिट छाप छोड़ा है। इसके क्रिेयेटिव हेड,कॉन्टेन्ट राईटर संजीव मुखर्जी, एसोसिएट डायरेक्टर परमजीत सिंह शाही, सहायक निर्देशक ज्योति एवं डीओपी अंकित टे्रलर है।
[ ●शमशीर सिवानी, ब्यूरो प्रमुख ‘छत्तीसगढ़ आसपास’ ]
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