इस गांव में रहने वाले लोग पैदा होने के कुछ दिनों बाद हो जाते हैं अंधे, जाने इसके पीछे का वैज्ञानिक कारण
टिल्टेपैक जो मैक्सिको के प्रशांत महासागर क्षेत्र में आता है। इस गांव में करीब 60 झोपडियां है, जहां 300 के करीब रैड इंडियन रहते है। यहां मनुष्य के अलावा पालतु जानवर भी अपनी आंखों की रोशनी खो चुके है।
बताया जाता है कि इस गांव में पैदा होने वाला जीव जन्म से ही अंधा नही होते है, पैदा होने के समय उनकी आंखो में रोशनी होती है। लेकिन जैसे-जैसे समय बितता जाता है,वैसे- वैसे उनकी आंखों की रोशनी चली जाती है, और वे अंधे हो जाते है।
यहां लोगों के घरों में बिजली और खिड़कीयां नही होती है। यहां के लोगों को चिड़ियों की आवाज से सुबह और शाम होने का पता चलता है। सुबह जब चिड़ियों की आवाज शुरू होती है तो लोग काम पर निकल जाते हैं। शाम को जब पक्षियों की आवाजें आना बंद हो जाती हैं तो लोग अपनी झोपड़ियों की ओर चले जाते हैं।
एक्सपर्ट्स की माने तो इस गांव में एक बहुत ही जहरीली मक्खी बड़ी तादात में पाई जाती है। जिसके काटने की वजह से वहां के लोग अंधेपन का शिकार हो रहे हैं।