संस्मरण : ब्रह्माकुमारी भिलाई की प्रमुख आशा दीदी ने नव निर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के भिलाई प्रवास के संस्मरण सुनाते हुये कहा- सफलता और निरंहकारीता मुर्मू के चेहरे की हस्ताक्षर.
भिलाई
नवनिर्वाचित महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी का भिलाई प्रवास का संस्मरण सुनाते हुए भिलाई सेवा केंद्रों की निदेशिका ब्रह्माकुमारी आशा दीदी ने बताया कि 4 दिसंबर 2016 को झारखंड की राज्यपाल के रूप में पदस्थ रहते हुए आप भिलाई स्थित अंतरदिशा भवन के पीस ऑडिटोरियम आध्यात्मिक ज्ञान द्वारा उत्कर्ष जीवन कार्यक्रम में आई थी। आपके आगमन से लेकर प्रस्थान तक साथ विभिन्न कार्यकर्मो में मुझे लगभग 1 दिन रहने का समय मिला। विभिन्न प्रोटोकॉल होते हुए भी दिन भर में मुझे किसी भी कोने से नहीं लगा कि मैं राज्यपाल के साथ हूं इतनी निरंहकारीता थी उनकी।
उनकी चेहरे की रूहानी मुस्कान निश्चय ही सभी को आकर्षित करती है, इस रूहानी मुस्कान में दृढ़ निश्चय सफलता समाई हुई है,जो उनके जीवंत हस्ताक्षर है। नारी शक्ति के रूप में देश के सर्वोच्च पद राष्ट्रपति बनने पर भिलाई दुर्ग के समस्त ब्रह्माकुमारीज परिवार ने हर्ष व्यक्त कर अपनी शुभकामनाये दी।आशा दीदी ने बताया कि द्रौपदी मुर्मू का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत है तथा उन लोगों के लिए जो जीवन से हार कर डिप्रेशन में आत्मघात जैसे कदम उठाते हैं। भिलाई प्रवास के दौरान आशा बहन जी से ईश्वरीय ज्ञान चर्चा के दौरान द्रौपदी मुर्मू ने सहज विधि से दिल की बात कही कि दीदी प्रोटोकॉल के तहत तामझाम के साथ सेंटर रोज क्लास में जाने में मुश्किल होती है पर गवर्नर हाउस में भी मैंने अपना सुबह उठकर अमृतवेला का योग मुरली क्लास की पढ़ाई और अपने सभी ईश्वरी नियम बरकरार रखे हैं क्योंकि यही मेरी शक्ति है।
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