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छत्तीसगढ़ : स्व. कुलदीप निगम के नाम से भी बाल वीरता पुरस्कार शुरु किया जाना चाहिए – गिरीश पंकज
छत्तीसगढ़ के साहित्यकार एवं पत्रकार गिरीश पंकज ने स्व. कुलदीप निगम के नाम से भी बाल वीरता पुरस्कार शुरु करने की अपील की है.
गिरीश पंकज ने 20वीं पुण्य तिथि के अवसर पर ये बात 16 दिसम्बर को एक श्रद्धांजलि सभा में रखी.
स्व. कुलदीप निगम प्रेस क्लब रायपुर के पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद के संस्थापक सदस्य व प्रथम महासचिव थे.
गिरीश पंकज ने स्व. कुलदीप निगम के द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ के बच्चों को वीरता पुरस्कार दिलवाने में उनके अथक प्रयासों की चर्चा करते हुए उनके बहुआयामी व्यक्तित्व को एक स्वरचित कविता के माध्यम से चित्रित किया। साथ ही उन्होंने स्व. कुलदीप निगम के नाम से एक बाल वीरता पुरस्कार शुरू किए जाने के लिए शासन के समक्ष प्रस्ताव भेजने हेतु पत्रकार साथियों से सहयोग की अपील की। इस अपील पर वहां मौजूद सभी पत्रकार साथियों ने सहमति व्यक्त की। ज्ञातव्य हो कि स्व. कुलदीप निगम के निधन के पश्चात राजभवन में छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद की कार्यकारिणी समिति की बैठक दिनांक 22 अप्रैल 2003 में स्व. निगम को श्रद्धांजलि देने के पश्चात एजेंडा क्रमांक 15 अध्यक्ष महोदय की अनुमति से अन्य विषय के खण्ड 4 में निर्णय लिया गया कि श्री कुलदीप निगम के नाम पर राज्य स्तरीय शौर्य पुरस्कार दिया जाय । इस बैठक की अध्यक्षता तत्कालीन राज्यपाल महामहिम दिनेश नंदन सहाय एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री अजित जोगी , उपाध्यक्ष महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती गीता देवी सिंह एवं शिक्षा मंत्री श्री सत्यनारायण शर्मा की उपस्थिति में प्रस्ताव पारित किया जा चुका है।
इस अवसर पर समाजसेवी मोहन चोपड़ा ने भी छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद के गठन के साथ राज्य वीरता पुरस्कार प्रारंभ करवाने में स्व. निगम के योगदान को रेखांकित किया। वरिष्ठ पत्रकार रविन्द्र ठेंगड़ी ने स्व. निगम के साथ बिताए पलों को याद करते हुए बताया कि कुलदीप निगम ने किसतरह माना कैम्प में स्थापित वृद्धाश्रम के संचालन में होने वाली तकलीफों के बावजूद उसका सफल संचालन किया।
वरिष्ठ पत्रकार और भाजपा नेता रसिक परमार ने स्व. निगम के साथ कार्य करने के अनुभव को साझा किया। उन्होंने बताया कि स्व. निगम ग्रामीण पत्रकारिता में किस तरह से आँचलिक पत्रकारों से सहयोग एवं सामंजस्य स्थापित किया करते थे। वरिष्ठ पत्रकार और साहित्यकार सुधीर शर्मा ने पत्रकारिता के साथ साहित्य में स्व. निगम की रूचि के अलावा उनके साथ बिताए अपने विद्यार्थी जीवन को अनेक प्रसंगों के माध्यम से बताया।
वरिष्ठ पत्रकार जितेन्द्र शर्मा ने अपने संबोधन में 10 दिसम्बर 2002 की रात का जिक्र किया, जब स्व. कुलदीप निगम एक हादसे का शिकार हो गए थे और उसके कुछ दिन बाद इलाज के दौरान उनका निधन हो गया था। श्री शर्मा ने बताया कि उन्होंने कैसे पत्रकार साथियों की मदद से मेकाहारा के बाद एम.एम. आई. में कुलदीप निगम को इलाज के लिए भर्ती कराया। प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष प्रकाश शर्मा ने पत्रकार साथियों के हित में होने वाले आंदोलनों में स्व. निगम के सहयोग एवं संघर्ष का स्मरण किया ।
श्रद्धांजलि सभा में पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष रामावतार तिवारी , संदीप पुराणिक, कमलेश गोगिया , नागेन्द्र वर्मा ने भी अपने संस्मरण सुनाये । परिवार की ओर से पूर्व कुलपति लक्ष्मी शंकर निगम ने भी कुछ अन्तरंग पारिवारिक घटना को याद करते हुए स्वास्थ्य की विपरीत परिस्थितियों के बाद भी कुलदीप निगम की दृढ़ इच्छाशक्ति से अवगत करवाया। कृष्ण कुमार निगम ने उनके आचरण को कविता के माध्यम से याद किया।
अंत में कुलदीप निगम वृद्धाश्रम माना कैम्प रायपुर के अध्यक्ष राजेन्द्र निगम ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया । सभा में उपस्थित सभी लोगों ने स्व. निगम के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें अपनी श्रदांजलि अर्पित की। । इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार बाबूलाल शर्मा , ठाकुर राम साहू, प्रेस क्लब के पूर्व महासचिव संदीप पौराणिक, प्रशांत शर्मा , मंजूषा शर्मा , शंकर चंद्राकर, राजेश श्रीवास्तव , मनीष वोरा , कमलेश चतुर्वेदी , नवीन कुमार जैन, अजित शर्मा , ग़ौस मोहम्मद , प्रहलाद दमाहे, अब्दुल शमीम, परेश अग्रवाल के अलावा स्व. निगम के परिजन उपस्थित थे।
स्व. कुलदीप निगम की पुण्यतिथि पर माना कैम्प स्थित कुलदीप निगम वृद्धाश्रम में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर बुजुर्गों को फल वितरित किया गया । माना कैम्प में ही छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा संचालित मानसिक दिव्यांग बाल गृह ( बालक ) में स्व. निगम के चित्र में माल्यार्पण कर दिव्यांग बच्चों को चिप्स , कुरकुरे ,चॉकलेट वितरण किया गया । स्व. निगम के पैतृक गृह ग्राम नर्रा के शासकीय कुलदीप निगम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में भी उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके समाजसेवा के कार्यों का स्मरण किया गया । इस अवसर पर कुलदीप निगम वृद्धाश्रम के, सचिव बिमल घोषाल, विनय निगम , आशीष निगम, जितेन्द्र मिश्रा , पारुल चक्रवर्ती , लीला यादव , एवं समस्त कर्मचारी उपस्थित हुए।