कविता – मां
डॉ. बीना सिंह
मां तेरा साथ है तो
…………………सुखद कहानी है
मां तेरा साथ है तो
…………………जीवन में रवानी है
मां तेरा स्पर्श कराता
…………………….याद रूहानी है
ईश्वर को देखा नहीं
पर मां तू ही मेरी
भगवान गॉड
………………अल्लाह की निशानी है
मां मेरी आशाओं पर
ओस की चमकती बूंदे हैं
मां छन छन जाग रही
और हम आंखें मूंदे हैं
अंतर्मन से जो गाया जाए
………………..मां वह सुहाना गीत है
मां तेरा साथ है
………………..तो सुखद कहानी है
मां करुणा दया के
असीमित सिंधु है
मां मेरी पहचान है
उनकी कोख से
उपजा एक बिंदु है
मां सहज सरल सुंदर है
मां से ही मुझको
……………………. प्रीत लगानी है
मां तेरा साथ है तो
……………………सुखद कहानी है
मां ईश्वर से प्रदत
अनुपम उपहार है
मां पुण्य धरा गगन
और सारा का सारा संसार है
मां के चरणों में है
चारों धाम यही
………………….सब की जुबानी है
मां तेरा साथ है तो
……………………..सुखद कहानी है
मां शक्कर मक्खन
घी गुड़ रोटी और
दाल मखानी है
भूख में एक रोटी और
खिलाती जैसे वह
आगम जानी है
मां रखती नीयत
साफ नजरें उसकी बर्दानी है
मां तेरा साथ है तो
……………………..सुखद कहानी है
मां ने अपने लहू से
सोच कर मेरी काया
का निर्माण किया
महामृत्यु से युद्ध
जीतकर हमें जीवन
का वरदान दिया
मां के दूध और
आंचल की छाँव में
देवताओं ने भी हार मानी है
मां तेरा साथ है तो
………………………सुखद कहानी है
मां तेरा साथ है तो
……………………..सुखद कहानी है
मां तेरा साथ है तो
……………………जीवन में रवानी है
कवयित्री संपर्क- 94252 80673