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श्याम निर्मोही की प्रथम काव्य कृति ‘ रेत पर कश्तियां : कृति को राजस्थान साहित्य अकादमी द्वारा सहयोग के लिए चयन
राजस्थान साहित्य अकादमी ने प्रांत के हिंदी साहित्य के प्रोत्साहन एवं संवर्धन की दृष्टि से अपनी संचालित प्रकाशित ग्रंथ आंशिक सहयोग योजना, साहित्यिक पत्र-पत्रिका सहयोग योजना एवं साहित्यकार आर्थिक सहयोग योजना के तहत सहयोग की घोषणा की है। अकादमी सचिव डॉ. बसंतसिंह सोलंकी ने बताया कि अकादमी अध्यक्ष डॉ. दुलाराम सहारण की अध्यक्षता में हुई संचालिका बैठक के बाद उक्त सहयोग की स्वीकृति प्रदान की जा रही है।
अकादमी अध्यक्ष डॉ. दुलाराम सहारण ने बताया कि राजस्थान सरकार पोषित यह अकादमी प्रांत के साहित्यकारों के समुचित सहयोग और प्रोत्साहन के लिए कृत संकल्पित है तथा वर्ष दर वर्ष अधिकतम सहयोग देने की मुहिम में जुटी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में इस वर्ष भी अकादमी अधिकतम सहयोग देने की घोषणा कर रही है।
अकादमी सचिव सोलंकी ने बताया कि वर्ष 2023-24 में प्रकाशित ग्रंथ आंशिक सहयोग योजना के तहत सताईस कृतियों पर प्रकाशनोपरांत कुल दो लाख चालीस हजार रुपये का सहयोग प्रदान किया है। सहयोग हेतु स्वीकृत कृतियों में बीकानेर से युवा कवि श्याम निर्मोही की प्रथम काव्य कृति ‘रेत पर कश्तियाॅं’ प्रकाशन उपरांत आंशिक सहयोग के लिए चुना गया।
•श्याम निर्मोही
श्याम निर्मोही के काव्य संग्रह ‘रेत पर कश्तियाॅं’ का चयन होने पर बीकानेर साहित्य जगत् व दलित साहित्य जगत् में खुशी की लहर है। साहित्यिक सुधी मित्रों ने निर्मोही को बधाई और शुभकामनाऍं प्रेषित की।
विदित रहे कि निर्मोही की रचनाऍं देश की प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में निरंतर प्रकाशित होती रहती हैं। इनके सम्पादन में दलित काव्य संकलन- ‘सुलगते शब्द’ व ‘सूरजपाल चौहान की प्रतिनिधि कहानियाॅं’ भी प्रकाशित हो चुकी है। निर्मोही वर्तमान में साहित्य चेतना मंच, सहारनपुर के महासचिव का दायित्व संभाल रहे हैं। साहित्य चेतना मंच प्रतिवर्ष दस दलित साहित्यकारों को ‘ओमप्रकाश वाल्मीकि स्मृति साहित्य सम्मान’ से सम्मानित करती हैं।
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