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समीक्षा गोष्ठी : जन संस्कृति मंच दुर्ग – भिलाई के तत्वावधान में कथाकार कैलाश बनवासी की कृति उपन्यास ‘ रंग तेरा मेरे आगे ‘ पर समीक्षा गोष्ठी कल्याण महाविद्यालय में 1 अक्तूबर को…
▪️ कैलाश बनवासी
भिलाई [छत्तीसगढ़ आसपास न्यूज़]: चर्चित कथाकार कैलाश बनवासी का दूसरा उपन्यास ‘रंग तेरा मेरे आगे’ पर समीक्षा-गोष्ठी का आयोजन रविवार 1 अक्टूबर 2023 को संध्या 4.30 बजे से कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सेक्टर 7, भिलाई के सभागार में रखा गया है।
प्यार मे होना जिन्दगी के सबसे खूबसूरत पलों में होना है। इसका बहुत शिद्दत से अहसास यह उपन्यास कराता है। यह प्रेम के नर्म, महीन, गहन अहसासों से बुना गया उपन्यास है। आज के बेहिसाब मजहबी नफरत और हिंसा के खिलाफ यह उपन्यास एक सार्थक प्रतिवाद रचता है।
गोष्ठी के मुख्य अतिथि विनोद तिवारी, (आलोचक, दिल्ली विश्वविद्यालय) होंगे तथा अध्यक्षता जयप्रकाश (प्रखर आलोचक) करेंगे।
इस अवसर पर मुख्य वक्तव्य सियाराम शर्मा, अशोक तिवारी का रहेगा। अंजन कुमार आलेख प्रस्तुत करेंगे व संचालन भुवाल सिंह करेंगे।
हिन्दी विभाग, कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सहयोग से आयोजित भिलाई जन संस्कृति मंच दुर्ग -भिलाई के इस बहुप्रतीक्षित समीक्षा गोष्ठी में अंचल के महत्वपूर्ण साहित्यकारगण उपस्थित रहेंगे।
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‘ रंग तेरा मेरे आगे ‘
– कैलाश बनवासी
प्रेम में होना जिंदगी के उन सबसे खूबसूरत पलों में होना है, जो सचमुच सुखद, सुकूनदेह पीड़ा से भरा हुआ अनिवर्चनीय होता है. इसका बहुत शिद्दत से एहसास यह उपन्यास कराता है.
बेहिसाब मजहबी नफरत और हिंसा के इस दौर में जब प्रेम जैसी कोमल भावनाओं को भी जिहाद में तब्दील कर दिया जा रहा है, तब इस उपन्यास में आघोपांत प्रवाहित अपरिभाषित प्रेम का व्यक्तित्व के पोर – पोर से प्रस्फूटि त हो उठने का एहसास अत्यन्त कोमल और मर्मस्पर्शी है.
नायिका के स्वाभाविक सौंदर्य से दमकते व्यक्तितत्व में सुबह की ओस से भीगे गुलाब की सी ताजगी है.
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