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- श्रीसुदर्शन संस्थानम के प्रतिनिधियों ने छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन को किया धर्मसभा में आमंत्रित : 7 जनवरी 2024 को विशाल हिंदू राष्ट्र धर्मसभा
श्रीसुदर्शन संस्थानम के प्रतिनिधियों ने छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन को किया धर्मसभा में आमंत्रित : 7 जनवरी 2024 को विशाल हिंदू राष्ट्र धर्मसभा
रायपुर [छत्तीसगढ़ आसपास न्यूज़] : प्रदेश के महामहिम राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन से आज राजभवन में पुरी शंकराचार्यजी संगठन के प्रांतीय कार्यालय श्री सुदर्शन संस्थानम् के सदस्यों ने सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने महामहिम को राजधानी रायपुर के श्रीसुदर्शन संस्थानम शंकराचार्य आश्रम रावांभाठा में पुरी शंकराचार्यजी के सानिध्य में 07 जनवरी 2024 को आयोजित विशाल हिन्दू राष्ट्र धर्मसभा में शामिल होने के लिये आमंत्रित किया। महामहिम राज्यपाल ने संस्थान के सदस्यों को आमंत्रण के लिये धन्यवाद दिया और धर्मसभा में निश्चित रूप से शामिल होने की बात कही।
ज्ञात हो कि हिन्दुओं के सार्वभौम धर्मगुरु एवं श्रीगोवद्धनमठ पुरीपीठाधीश्वर अनन्तश्री विभूषित श्रीमज्जगद्गुरु शंकराचार्य पूज्यपाद स्वामी श्रीनिश्चलानन्द सरस्वतीजी महाराज का 05 जनवरी 2024 से पंचदिवसीय रायपुर आगमन हो रहा है। प्रतिदिन प्रातःकालीन सत्र में दर्शन , दीक्षा , धर्म – राष्ट्र -अध्यात्म से संबंधित परिचर्चा एवं सायं सत्र में संगोष्ठी का कार्यक्रम आयोजित है।
दस जनवरी को पुरी शंकराचार्यजी सायं मेल से कलकत्ता के लिये रवाना हो जायेंगे। इसी बीच 07 जनवरी को दोपहर बारह बजे शंकराचार्यजी के सान्निध्य में विशाल हिन्दू राष्ट्र धर्मसभा का आयोजन रावांभाठा में किया जा रहा है। महामहिम राज्यपाल को निमंत्रण देने गये टीम में पीठ परिषद छत्तीसगढ़ प्रदेशाध्यक्ष नवनीत तिवारी , आनन्दवाहिनी छत्तीसगढ़ प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती सीमा तिवारी , आदित्यवाहिनी प्रदेशाध्यक्ष टीकाराम साहू , आनन्दवाहिनी से श्रीमती वंदना तिवारी , श्रीसुदर्शन संस्थानम् शंकराचार्य आश्रम के अरविन्द तिवारी विशेष रूप से उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि आज से लगभग दो वर्ष पूर्व चातुर्मास्य के अवसर पर श्रीगोवर्द्धन मठ पुरी से पूज्य शंकराचार्यजी ने आगामी साढ़े तीन वर्षों ( 42 माह ) में भारत को हिन्दू राष्ट्र के रूप में उद्भाषित होने की घोषणा की थी। उपरोक्त घोषणा के क्रियान्वयन हेतु लगभग आधा समय बीत चुका है अतः बचे हुये समय में समस्त सनातनी धर्मावलंबियों से अपेक्षा है कि अपने अपने क्षेत्रों में सक्रिय रहकर पुरी शंकराचार्यजी के मार्गदर्शन में कार्य करते हुये अपने कार्यक्षेत्र को सुसंस्कृत, सुरक्षित, सम्पन्न, सर्वहितप्रद, सेवा परायण व्यक्ति एवं समाज के समूह के रूप में परिवर्तित करें , यही सशक्त हिन्दू राष्ट्र निर्माण की आधारशिला होगी। महाराजश्री द्वारा नेपाल को हिन्दू राष्ट्र के रूप में उद्भाषित कर दिया गया है तथा इसी परिपेक्ष्य में भारत भी हिन्दू राष्ट्र के रूप में उद्भाषित होने की ओर अग्रसर है। गौरतलब है कि चातुर्मास्य के पश्चात पुरी शंकराचार्यजी का राष्ट्रोत्कर्ष अभियान अंतर्गत उत्तरप्रदेश, हरियाणा , दिल्ली , तेलंगाना, गुजरात , महाराष्ट्र , मध्यप्रदेश की यात्रा पूर्ण कर छत्तीसगढ़ की पावन धरा में मंगलमय पदार्पण हो रहा है। श्रीगोवर्द्धनमठ पुरी ओड़िशा से सम्बद्ध आश्रमों में शिवगंगा आश्रम प्रयागराज , श्रीहरिहर आश्रम वृन्दावन , दक्षिणेश्वर मूर्ति मंदिर अस्सी घाट वाराणसी , उत्तर प्रदेश ; श्रीविमलाम्बा देवी संस्थान होशियारपुर के साथ श्रीसुदर्शन संस्थानम् रायपुर आश्रम भी सम्मिलित है।
ये जानकारी श्रीसुदर्शन संस्थानम शंकराचार्य आश्रम छत्तीसगढ़ के प्रभारी अरविंद तिवारी ने दी.
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