- Home
- Chhattisgarh
- हड़ताल : केंद्रीय यूनियन द्वारा घोषित हड़ताल कर्मचारियों को गुमराह करने का प्रयास- रविशंकर सिंह, चन्ना केशवलू, एनजेसीएस
हड़ताल : केंद्रीय यूनियन द्वारा घोषित हड़ताल कर्मचारियों को गुमराह करने का प्रयास- रविशंकर सिंह, चन्ना केशवलू, एनजेसीएस
भिलाई [छत्तीसगढ़ आसपास न्यूज़] : भिलाई इस्पात मजदूर संघ की आवश्यक बैठक यूनियन कार्यालय सेक्टर 6 में हुई जिसमें एनजेसीएस की बैठक में शामिल हुए एनजेसीएस सदस्य रविशंकर सिंह और चन्ना केशवलू ने जानकारी देते हुए बताया कि सेल कर्मचारियों के वेतन समझौते पर एम ओ यू पर हस्ताक्षर करने वाले यूनियन अपनी नाकामी को छुपाने के लिए कर्मचारियों को गुमराह करने हेतु दो दिवसीय हड़ताल का आह्वान किए हैं एम ओ यू में स्पष्ट लिखा है कि वेतन समझौता 1 जनवरी 2017 से लागू होगा परंतु कर्मचारियों को एरियर्स का भुगतान एम ओ यू होने की तारीख से किया जाएगा जिसका भुगतान प्रबंधन द्वारा कर दिया गया है प्रबंधन बार-बार इसी समझौते का हवाला देते हुए एरियर्स देने से इनकार करता है हर बार के वेतन समझौते में ग्रेच्युटी का उल्लेख रहता था कि कर्मचारियों को ग्ग्रेज्युटी सीलिंग रहित रहेगी लेकिन इस समझौते में इसका उल्लेख नहीं किया गया है जिसका लाभ उठाकर प्रबंधन ने एकतरफा फैसला लेते हुए ग्रेच्युटी को सीलिंग के दायरे में ला दिया है वेतन समझौते के ऑनलाइन बैठक में सभी कर्मचारियों ने देखा कि किस प्रकार सभी यूनियन 15-35 की मांग करने के बाद किस तरह अपनी मांग से 11% एम जी बी और 20% पर्क्स पर मान गए थे परंतु बीएमएस अपने स्टैंड पर अडा रहा है जिसके परिणाम स्वरूप 13% एमजीबी का लाभ मिल सका 28% पर सहमति बनने के पश्चात बाकी यूनियन 26.5% पर पर्क्स में एम ओ यू पर हस्ताक्षर कर दिए जिसके कारण पर्क्स पर भी कर्मचारी को नुकसान हुआ पर्क्स के एरियर्स पर भी ध्यान नही रखा गया है सभी प्रकार का नुकसान करने के बाद और कौन सा लाभ दिलाने के लिए हड़ताल का आव्हान किया गया है.
बैठक में मुख्य रूप से उपाध्यक्ष आई पी मिश्रा,विनोद उपाध्यक्ष,संयुक्त महामन्त्री वशिष्ठ वर्मा,हरीशंकर चतुर्वेदी,संजय प्रताप सिंह,उमेश मिश्रा ,जोगिंदर कुमार,अनिल गजभिये,भूपेन्द्र बंजारे,कोषाध्यक्ष रवि चौधरी,सचिव ए वेंकट रमैया,संजय साकुरे,चन्द्रकांत पटेल,राकेश उपाध्याय,प्रशांत मिश्रा,नवनीत हरदेल,अशोक कुमार,होत्री वर्मा,पूरन लाल साहू,भागीरथी चन्द्राकर,सुधीर गडेवाल,अनिल बिसेन,नरोत्तम प्रसाद बारले शामिल थे.
🟥🟥🟥🟥🟥🟥