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प्रकाश पर्व पर विशेष भजन- शुचि ‘भवि’

4 years ago
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सारी दुनिया में नानक की
होती जय-जयकार है
नमस्कार गुरु के चरणों में
मेरा बारंबार है

जात-पात को ख़त्म करे जो
हर भूखे का पेट भरे जो
ऊँच नीच का भेद करे बिन
मुफ़लिस का जो हरते दुर्दिन
लंगर का परशाद जगत में
गुरु जी का उपहार है
नमस्कार गुरु के चरणों में
मेरा बारंबार है

एक ईश की भक्ति करें सब
एक ईश का नाम जपें सब
इक ओंकार सभी को प्यारा
हर प्राणी के लिए सहारा
सच्चे सौदे की ही सबको
दुनिया में दरकार है
नमस्कार गुरु के चरणों में
मेरा बारंबार है

फैले हरसू भाईचारा
बहे प्रेम की निर्मल धारा
जीत कर्म से किस्मत अपनी
रख मन में तू मन्नत अपनी
मेहनतकश के सँग ‘भवि’ हरपल
रहता उनका प्यार है
नमस्कार गुरु के चरणों में
मेरा बारंबार है

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