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- ‘बंगीय साहित्य संस्था’ के तत्वावधान में आयोजित ‘कॉफी विथ साहित्यिक विचार-विमर्श आड्डा-56’ में इस सप्ताह विमर्श में शामिल हुए- स्मृति दत्ता, गोविंद पाल, दुलाल समाद्दार, प्रकाशचंद्र मण्डल, बृजेश मलिक, वीरेंद्रनाथ सरकार, रविंद्रनाथ देबनाथ, आलोक कुमार चंदा, पं. वासुदेव भट्टाचार्य और प्रदीप भट्टाचार्य : आज आड्डा में कवि प्रदीप भट्टाचार्य का अवतरण दिवस मनाया गया
‘बंगीय साहित्य संस्था’ के तत्वावधान में आयोजित ‘कॉफी विथ साहित्यिक विचार-विमर्श आड्डा-56’ में इस सप्ताह विमर्श में शामिल हुए- स्मृति दत्ता, गोविंद पाल, दुलाल समाद्दार, प्रकाशचंद्र मण्डल, बृजेश मलिक, वीरेंद्रनाथ सरकार, रविंद्रनाथ देबनाथ, आलोक कुमार चंदा, पं. वासुदेव भट्टाचार्य और प्रदीप भट्टाचार्य : आज आड्डा में कवि प्रदीप भट्टाचार्य का अवतरण दिवस मनाया गया
🎂 {बाएँ से} बृजेश मलिक, प्रदीप भट्टाचार्य, गोविंद पाल, प्रकाशचंद्र मण्डल और आलोक कुमार चंदा
‘छत्तीसगढ़ आसपास’ [भिलाई निवास, इंडियन कॉफी हाउस, भिलाई]
साहित्य, संस्कृति और बांग्ला भाषा में समर्पित ‘बंगीय साहित्य संस्था’ के तत्वावधान में इस सप्ताह ‘कॉफी विथ साहित्यिक विचार-विमर्श आड्डा-56’ में विमर्श में शामिल हुए-
* ‘बंगीय साहित्य संस्था’ की उप सभापति, बांग्ला की देशव्यापी वयोवृद्ध लेखिका श्रीमती स्मृति दत्ता
* ‘बंगीय साहित्य संस्था’ के संरक्षक, बांग्ला-हिंदी के अंतर्राष्ट्रीय कवि गोविंद पाल
* बांग्ला भाषा में प्रकाशित लिटिल पत्रिका ‘मध्यबलय’ के संपादक, बांग्ला के चर्चित कवि दुलाल समाद्दार
* ‘बंगीय साहित्य संस्था’ के उपसचिव, बांग्ला-हिंदी के कवि व नाट्यकार प्रकाशचंद्र मण्डल
* ‘हिंदू मिलन मंदिर’ के पुरोहित, बांग्ला कवि पं. वासुदेव भट्टाचार्य
* कवि बृजेश मलिक
* कवि बीरेंद्रनाथ सरकार
* साहित्यिक चिंतक रविंद्रनाथ देबनाथ
* समाजसेवी आलोक कुमार चंदा
* ‘छत्तीसगढ़ आसपास’ के संपादक, कवि प्रदीप भट्टाचार्य
प्रारंभ में प्रदीप भट्टाचार्य का जन्मदिवस सदस्यों ने केक काटकर मनाया. उनके दीर्घायु होने की कामना की गई. स्मृति दत्ता ने जन्मदिवस के उपलक्ष्य पर एक बांग्ला कविता उपहार स्वरूप भेंट की
🎂 {बाएँ से} दुलाल समाद्दार, स्मृति दत्ता, प्रदीप भट्टाचार्य, गोविंद पाल, प्रकाशचंद्र मण्डल, आलोक कुमार चंदा, बृजेश मलिक और पं. वासुदेव भट्टाचार्य
🎂 {बाएँ से} बीरेंद्रनाथ सरकार, स्मृति दत्ता, प्रदीप भट्टाचार्य, गोविंद पाल, प्रकाशचंद्र मण्डल, आलोक कुमार चंदा, बृजेश मलिक और दुलाल समाद्दार
🎂 सदस्यों द्वारा जन्मदिन उपहार भेंट करते हुए…
‘दीप प्रकाशन’ गोरखपुर उत्तरप्रदेश से प्रकाशित 31 रचनाकारों की कृतियों का साझा संकलन ‘दीप साझा काव्य गगरी’ में ‘मुक्तकंठ साहित्य समिति’ के अध्यक्ष गोविंद पाल की भी कविता प्रकाशित हुई है. इस साझा संकलन का संपादन दिनेश गोरखपुरी ने किया है. इस अवसर ने गोविंद पाल ने प्रदीप भट्टाचार्य के जन्मदिवस पर यह कृति उन्हें और प्रकाशचंद्र मण्डल को सप्रेम भेंट किए.
🎂 ‘दीप साझा काव्य गगरी’ कृति प्रदीप भट्टाचार्य को भेंट करते हुए गोविंद पाल
🎂 प्रकाशचंद्र मण्डल को भेंट करते हुए गोविंद पाल {बाएँ से} गोविंद पाल, प्रकाशचंद्र मण्डल और आलोक कुमार चंदा
अंत में साहित्यिक विचार-विमर्श में पं. वासुदेव भट्टाचार्य ने ‘प्रतिवाद’/बृजेश मलिक ने ‘कुकुर बिराल’/आलोक कुमार चंदा ने हिरणमयी घोष रचित ‘सुख- दुख’/प्रकाशचंद्र मण्डल ने ‘श्री श्री दुर्गा पूजा’/दुलाल समाद्दार ने ‘ हॉस्पिटल तिके फिरे…’, ‘हॉरमोनियम’ और अंशुमन कर की कृति ‘शांति-र-जीवन’/गोविंद पाल ने पुलिन पाल रचित ‘अग्निपरीक्षा’ और ‘तमाशबीन’/बीरेंद्रनाथ सरकार ने ‘ऐ बार तो थामते होबे…’ और स्मृति दत्ता ने एक लघुकथा पढ़ा.
🎂 कवि प्रकाशचंद्र मण्डल कविता पाठ करते हुए…
आज के ‘कॉफी विथ साहित्यिक विचार-विमर्श आड्डा-56’ की अध्यक्षता श्रीमती स्मृति दत्ता, संचालन प्रकाशचंद्र मण्डल और आभार व्यक्त बृजेश मलिक ने किया.
🎂 {बाएँ से} रविंद्रनाथ देबनाथ, गोविंद पाल, प्रदीप भट्टाचार्य, स्मृति दत्ता, बीरेंद्रनाथ सरकार, बृजेश मलिक, आलोक कुमार चंदा, पं. वासुदेव भट्टाचार्य और प्रकाशचंद्र मण्डल
🎂 {बाएँ से} रविंद्रनाथ देबनाथ, गोविंद पाल, प्रदीप भट्टाचार्य, स्मृति दत्ता, दुलाल समाद्दार, बृजेश मलिक, आलोक कुमार चंदा, पं. वासुदेव भट्टाचार्य और प्रकाशचंद्र मण्डल
[ रपट, प्रदीप भट्टाचार्य ]
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