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‘मुक्तकंठ साहित्य समिति’ ने किया मानव सेवा के लिए मानवता का काम : आदिवासी गांव में बच्चों तक पहुंचाया नि: शुक्ल वस्त्रदान व अन्य सामग्री : वस्त्रदान के सहयोगी थे, समाजसेवी कैलाश जैन बरमेचा
👉 ‘मुक्तकंठ साहित्य समिति’ के अध्यक्ष गोविंद पाल के साथ स्थानीय सहयोगी
‘छत्तीसगढ़ आसपास’ न्यूज़
दुर्ग से 300 कि. मी. दूरदराज बस्तर में गरीब आदिवासियों के क्षेत्र पी. वी. 60 यशवंत नगर में मानव सेवा के लिए समर्पित है श्री राधा विनोद आश्रम. इस आश्रम का उद्देश्य है, बीहड़ क्षेत्र के आसपास बसे गरीब आदिवा सियों के गांवों में शिविर आयोजित कर नि:शुल्क वस्त्र दान, मेडिकल कैंप लगवाकर सहायता पहुंचाना.
समर्पित ब्रह्मचारी साधुसंत लोगों द्वारा संचालित ‘श्री राधा विनोद आश्रम’ गरीब बच्चों के लिए एक स्कूल के माध्यम से आदिवासी बच्चों को नि: शुल्क शिक्षा भी प्रदान कर रही है. आश्रम के ब्रह्मचारी आसपास के समाजसेवियों की आर्थिक मदद से ये नेक काम कर रहे हैं.
छत्तीसगढ़ ‘कांकेर’ के ‘शासकीय प्राथमिक शाला नाहगीदा’ में 9 दिसम्बर को दुर्ग के व्यवसायी व समाजसेवी कैलाश जैन बरमेचा के सहयोग से नि:शुल्क कंबल/वस्त्रदान किया गया. कैलाश जैन बरमेचा द्वारा दी गई दान सामग्री को ‘मुक्तकंठ साहित्य समिति’ के अध्यक्ष गोविंद पाल के प्रतिनिधित्व में स्कूल व आश्रम के लोगों के सहयोग से वितरण किया गया. वस्त्रदान के अलावा मेडिकल कैंप भी लगाया गया, जिसमें अनेक ग्रामीण लोगों को स्वास्थ्य जाँच की गई और दवाईयां दी गई.
इस अवसर पर उपस्थित थे-
डॉ. आर के दास {रायपुर} की टीम, वृंदावन आश्रम इस्कॉन कमिटी के चेयरमैन विंदा देवी दासी, पुलिन बिहारी पाल, सत्येंद्र गाईन, परितोष सरकार, सुबीर रॉय, हरीश भास्कर, विष्णु दास, उत्तम दास, देवाशीष मल्लिक, निमाई मंडल, अमल सरकार, नताशा तालुकदार, पिया सरकार, रूपानी सरकार, रिंकी पाण्डेय, रेखा सरकार और आश्रम/स्कूल के ब्रह्मचारी व कर्मचारी.
• कार्यक्रम की कुछ प्रमुख झलकियाँ-
• शिविर में आदिवासी गाँव के लोग-
{ ‘मुक्तकंठ साहित्य समिति’ द्वारा शिविर में मदद }
{ ‘इस्कॉन’ की चेयरमैन विंदा देवी दासी }
[ •’छत्तीसगढ़ आसपास’ के लिए रिपोर्टिंग गोविंद पाल ]
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