हड़ताल : •सेंटर ऑफ स्टील वर्कर्स [एक्टू]के महासचिव श्यामलाल साहू ने कहा-हड़ताल शत-प्रतिशत सफल.
■30 जून 2021 सेल स्तरीय हड़ताल.
■सेल प्रबंधन की तानाशाही व मनमाने रवैये के खिलाफ कर्मियों के इस आक्रोश एन जे सी एस में शामिल लोगों के लिए स्पष्ट चेतावनी-श्यामलाल साहू.
●भिलाई : संयंत्र से :
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सेंटर ऑफ स्टील वर्कर्स–ऐक्टू ने कर्मियों के 30 जून की सेल स्तरीय हड़ताल को भिलाई में ऐतिहासिक और शत्-प्रतिशत सफल बताते हुए इसे सेल सहित भिलाई की कार्मिक बिरादरी की ऐतिहासिक जीत करार दिया है। उन्होंने कहा है कि भिलाई के इस्पात् कर्मियों के श्रम-आंदोलनों के प्रति अब तक के इतिहास को देखते हुए किसी ने भी यह कल्पना नहीं की थी वे इस हद तक चले जाएंगे। इस हड़ताल में भिलाई के कर्मियों की स्वस्फूर्त भागीदारी ने भिलाई के श्रम-आंदोलनों के तमाम रिकॉर्डों को तोड़ दिया है और बरसों से कर्मियों की अनदेखी करने वाले प्रबंधन के घमंड को चूर-चूर कर दिया है। यही नहीं, उसके तानाशाही रवैय्ये पर पूर्णतः विराम लगा दिया है और इसके लिए भिलाई के कर्मचारी बधाई के पात्र हैं।
श्री साहू ने कहा कि इस हड़ताल की ऐतिहासिक सफलता ने सेल व भिलाई इस्पात् प्रबंधन सहित उन तमाम लोगों के मुँह पर करारा तमाचा मारा है जो यही समझ बैठे थे कि भिलाई के कर्मचारी कोल्हू के बैल हैं जिन्हें जैसा चाहे वैसा हॉका जा सकता है और उन्हें सुविधाओं से वंचित रखा जा सकता है। इस हड़ताल की सफलता ने भिलाई प्रबंधन और उसकी दलाली करने वालों को अच्छी तरह समझा दिया है अब किसी भी मामले में उनकी अनदेखी या अनसुनी की गई तो वे चुप नहीं रहेंगे और प्रबंधन की ख़ैरियत नहीं होगी।
सेल प्रबंधन की तानाशाही व अड़यल रवैय्ये के खिलाफ कर्मियों के इस आक्रोश ने सेल प्रबंधन सहित एनजेसीएस में शामिल लोगों को स्षट चेतावनी दे दी है कि वे अब उनकी ज्यादती बर्दाश्त नहीं करेंगे और उन्हें पूरा इंसाफ नहीं मिला तो वे किसी भी हद तक जाने में संकोच नहीं करेंगे। इस हड़ताल ने एनजेसीएस में शामिल लोगों को चेता दिया है कि वे किसी तरह प्रबंधन के दबाव में आकर प्रस्तावित मांगों से पीछे हटे तो उनकी भी ख़ैरियत नहीं होगी। इस हड़ताल की शत्-प्रतिशत् सफलता ने यह दावा भी ठोंक दिया है कि इस हड़ताल के लिए खुद को दोषी मानते हुए प्रबंधन हड़ताल में शामिल कर्मियों के वेतन से कोई कटौती न करे और हड़ताल के दिन का पूरा भुगतान किया जाये।
ऐक्टू नेता ने हड़ताल-पूर्व प्रशासन के साथ हुई प्रबंधन व संयुक्त यूनियन के प्रतिनिधियों के बीच हुई वार्ता और प्रशासन की समझाइश के बावजूद प्रबंधन द्वारा अनफेयर तौर-तरीका अपनाते हुए कर्मियों को जहाँ-तहाँ से जबर्दस्ती संयंत्र के भीतर घुसाने व पूरी तरह कानून के दायरे में रहकर ड्यूटी जाने वाले कर्मियों से चैन बनाकर निवेदन करने वाले हड़ताली कर्मियों के साथ प्रबंधन व पुलिस प्रशासन के इशारे पर पुलिस व सीआईएसएफ ज़वानों द्वारा कर्मियों का चेन तोड़कर संयंत्र में घुसाने व हड़ताली कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार व लाठीचार्ज तक की कार्रवाई की अत्यंत कटु शब्दों में निंदा करते हुए प्रबंधन व पुलिस प्रशासन पर कानून तोड़ने का आरोप लगाया है और प्रशासन, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और सरकार से इस मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है।
श्री साहू ने प्रबंधन को यह भी स्पष्ट चेतावनी दी है कि वह अपने अब तक के व्यवहारों पर पश्चात्ताप करते हुए कर्मियों के साथ गैर व दुश्मन जैसा व्यवहार करना बंद करे और कर्मियों के साथ पूरी तरह मानवीय संवेदनशीलता रखते हुए उनकी तमाम छोटी-बड़ी समस्याओं का त्वरित निराकरण करे।
[ ●प्रेस नोट डेस्क, ‘छत्तीसगढ़ आसपास’. ●प्रिंट एवं वेबसाइट वेब पोर्टल, न्यूज़ ग्रुप समूह,रायपुर,छत्तीसगढ़. ]