- Home
- Chhattisgarh
- ■स्मरण : मुकुंद कौशल.
■स्मरण : मुकुंद कौशल.
■दुर्ग जिला हिंदी साहित्य समिति,वीणापांणी साहित्य समिति,हल्क-ए-अदब और ज्येष्ठ नागरिक संघ के सँयुक्त.
■छत्तीसगढ़ के सुपसिद्ध कवि गीतकार और ग़ज़लकार मुकुंद कौशल को श्रद्धांजलि.
■मुकुंद कौशल के ग़ज़ल संग्रह ‘जमीं कपड़े बदलना चाहती है’ का विमोचन.
■विशेष उपस्थिति-मुकुंद कौशल की पत्नी हीरा कौशल और ज्येष्ठ पुत्र निशांत कौशल.
■अतिथि-गुलबीर सिंह भाटिया,डॉ. चितरंजन कर,गिरीश पंकज,रवि श्रीवास्तव, डॉ. सुधीर शर्मा, सरला शर्मा,अरुण कुमार निगम,डॉ. परदेसी राम वर्मा और रामशरण सिंह.
■संचालन शाद बिलासपुरी, आभार लालचंद जैन.
छत्तीसगढ़ । दुर्ग ।
_______
दुर्ग जिला हिन्दी साहित्य समिति, वीणापाणि साहित्य समिति,हल्क़-ए-अदब और ज्येष्ठ नागरिक संघ के संयुक्त तत्वाधान में 18 जुलाई को आशीर्वाद भवन में सुप्रसिद्ध साहित्यकार श्री मुकुन्द कौशल की स्मृति में “स्मरणांजलि : मुकुन्द कौशल” का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में स्थानीय गायक कलाकारों मनहरण साहू, शिवाकांत तिवारी के सुपुत्र ओम तिवारी और वादक कलाकारों ने मुकुन्द कौशल जी के गीत “मोर भाखा संग दया मया के” और “धर ले न कुदारी गा किसान” की सांगीतिक प्रस्तुति दी।
श्री प्रदीप वर्मा ने स्वागत भाषण दिया। इस अवसर पर मुकुन्द कौशल के गजल संग्रह “जमीं कपड़े बदलना चाहती है” का विमोचन उनकी धर्मपत्नी श्रीमती हीरा कौशल, ज्येष्ठ सुपुत्र निशांत कौशल, कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री गुलबीर सिंह भाटिया, मुख्य अतिथि डॉ.चितरंजन कर, विशेष अतिथि श्री गिरीश पंकज, श्री रवि श्रीवास्तव, डॉ.सुधीर शर्मा, सरला शर्मा और अरुण निगम के करकमलों से किया गया। मंच पर डॉ.परदेशीराम वर्मा और श्री रामशरण सिंह भी उपस्थित थे।
इसी अवसर पर डॉ. सुरेश देशमुख द्वारा संपादित कृति “चंदैनी गोंदा : छत्तीसगढ़ की एक सांस्कृतिक यात्रा, दाऊ रामचन्द्र देशमुख कृतित्व एवं व्यक्तित्व, जिसे उन्होंने बलदाऊराम साहू के माध्यम से भिजवाया था, श्रीमती हीरा कौशल को भेंट की गयी। चारों आयोजक संस्थाओं ने शाल और श्रीफल से श्रीमती हीरा कौशल को सम्मानित किया। वैभव प्रकाशन के डॉ. सुधीर शर्मा ने उन्हें साड़ी और श्रीफल भेंट कर अपनी भावनाएँ प्रकट कीं।
श्रीमती हीरा कौशल की भावनाओं को उनके सुपुत्र निशांत कौशल ने पढ़कर सुनाया। वैभव प्रकाशन के सुधीर शर्मा ने मुकुन्द कौशल समग्र प्रकाशित करने की घोषणा की। दुर्ग जिला हिन्दी साहित्य समिति के पूर्व सचिव अरुण कसार ने निकट भविष्य में मुकुन्द कौशल को जमुनाप्रसाद कसार सम्मान से सम्मानित करने की घोषणा की। डॉ. चितरंजन कर ने अपने उद्बोधन में सभी को भाव विह्वल कर दिया।
रायपुर से पधारे साहित्यकार व पत्रकार गिरीश पंकज, अगासदिया के संचालक व कहानीकार परदेशीराम वर्मा, ज्येष्ठ नागरिक संघ के पदाधिकारी श्रीमती यमला साहू, लालचंद जैन,श्रीमती रोहिणी पाटणकर, दुर्ग जिला साहित्य समिति के अरुण कुमार निगम ने अपने स्मरण सुनाते हुए मुकुन्द कौशल के बहुआयामी व्यक्तित्व और साहित्य साधना को रेखांकित किया।
कोरोना प्रोटोकॉल के तहत मिली अनुमति के अंतर्गत प्रशासन के निर्देशों का पालन करते हुए सीमित संख्या में ही व्यक्तियों को आमंत्रित किया गया। इस अवसर पर श्रीमती विद्या गुप्ता, डॉ. संजय दानी, डॉ. बलदाऊराम साहू, संजीव तिवारी, नरेन्द्र देवांगन, सूर्यकान्त गुप्ता, आलोक नारंग, नावेद रजा, घनश्याम सोनी, सीमा साहू, आशा दुबे तथा उपस्थित अन्य सुधिजन ने पुष्पांजलि अर्पित की।
रायपुर से श्रीमती शशि दुबे और राजनाँदगाँव में श्री आत्माराम कोसा विशेष रूप से सम्मिलित हुए थे। हल्क़-ए-अदब के शाद बिलासपुरी ने भावपूर्ण संचालन किया। ज्येष्ठ नागरिक संघ के श्री लालचंद जैन ने आभार प्रदर्शन किया।
■■■ ■■■