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ग़ज़ल, मौजूदा हालात पर एक ग़ज़ल -मुकुंद कौशल

5 years ago
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मौजूदा हालात पर एक ग़ज़ल
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खुलीं शराब दुकाने,सभी शराब पियो ।
लुटाप्रदेश बचाने, सभी शराब पियो ।।

किसे पता कि खत़्म हो न हो ये कोरोना,
इसी कहर को हराने सभी शराब पियो ।

गिरे न अर्थ व्यवस्था का ग्राफ अब नीचे,
निज़ामे मुल्क चलाने सभी शराब पियो ।

जुगाड़ ख़ूब जमाया है, इस सियासत ने,
इसे सलाम बजाने सभी शराब पियो ।

लगी है भीड़ सुबह से शराबख़ानो में,
लगी पे और लगाने सभी शराब पियो ।

मिला है राष्ट्रभक्ति का तुम्हें सुखद अवसर,
उसी का लाभ उठाने सभी शराब पियो ।

न मर सके जो करोना से आज तक “कौशल”,
उन्हें निज़ात दिलाने सभी शराब पियो ।

कवि संपर्क –
93294 16167

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