






इज़हार-ए-ब्रेकअप -आलोक शर्मा
व्यंग्य:-
“इजहार ए ब्रेकअप”
अमूमन आजकल ब्रेकअप का सीधा संबंध प्यार में संबंध विच्छेद से है।ज्यादातर प्यार में प्रेमी ही अंधा होता है मगर प्रेमिका दृष्टिसम्पन्न होती है।प्यार लड़के करते हैं और लड़कियां प्रेम करतीं हैं। लड़कियां प्यार में पींगे बढ़ाते हुए आशंकित रहती हैं कि आगे जाकर लड़का प्रेम चोपड़ा न हो जाए। आजकल प्यार में ब्रेकअप की व्यवस्था चौबीसों घंटे आॅनलाइन है।समय च्वाइस पर निर्भर हो गया है। निभने-निभाने के पुराने तौर-तरीकों से नया मॉडल है ब्रेकअप। लैला मजनू और हीर रांझा रांझा में यदि समय रहते ब्रेकअप हो जाता तो वो भी दादा-दादी पोता पोती के स्टेट्स लेकर जीवन से रिटायर होते।
आजकल ब्रेकअप में भी डाउनफॉल चल रहा है।दो सिम एक मोबाइल की तरह एक ही प्यार में लवर्स को यकीन नहीं कि कब किसी का नेट खत्म हो जाए तो किसी का टॉवर ही न मिले। प्यार जितना धकाधक और धड़ल्ले से हो रहा है ब्रेकअप भी उतनी ही तेज़ी से हो रहे हैं।अब प्यार भी रिचार्ज की वैलिडिटी जैसी हो गई है। बैलेंस खत्म तो प्यार खत्म। जिंदगी भी अब अवसर कम सिचवेशन ज्यादा दे रही है। अवसर न मिले तो सिचवेशन देखकर पलटी मार दो।प्यार की इम्युनिटी में भरोसे का संकट है।कब कोई इससे अच्छा या उससे अच्छी पसंद आ जाए तो झट से ब्रेकअप ले लिया जाए। संकट है जी, प्यार में भरोसे का संकट और संकट में भरोसे का प्यार है।
लड़का ने लड़की का मोबाइल रिचार्ज करवा दिया,स्कूटी में पेट्रोल भरवा दिया,मंहगे गिफ्ट और अच्छे होटल में बिल चुका दिया,इतने पर भी लड़की ने सैंया जी ब्रेकअप ले लिया।बाप के माल से जितना कर सकता था उतना बाप की औकात से भी ज्यादा किया। पर शायद उस गधी को दूसरा परा भा गया।अभी तक तो उस नाई की भी उधारी बची है जिससे स्टाइलिश कटिंग करवाकर चक्कर काटे। आग लगे उस मोबाइल को जिसमें सैकड़ों प्रेमी-प्रेमिका एक्सचेंज आॅफर में प्यार के पर्याय बने बैठे हैं। कितने मैसेज लव से तर-बतर होने के बाद ब्रेकअप में विलीन हो गये। कमोबेश यही हाल लड़कियों के प्रेम में लड़के के ब्रेकअप का भी है। लड़कों का प्यार चायना आयटम जैसा है। हर लड़कियां उनके लिए रस्ते का माल सस्ते जैसी हैं। तो क्यों न हो ब्रेकअप। एक डिलीट का ही तो सवाल है,मुंह मोड़ने की भी जरूरत नहीं।
एक वो जमाना था जिसमें प्रेम पत्र लिख दिए तो लिख दिए, उसमें डिलीट का आप्शन ही नहीं था।आज के टुच्चे डिजिटल प्यार में जो कुछ भी है सब मोबाइल है।स्वार्थ का साइन अप कब ब्रेकअप हो जाए खुद लव का एप नहीं जानता। फिर भी प्यार जारी है, एक से ब्रेक करके दूसरे की तैयारी है क्योंकि प्यार किया नहीं जाता,हो जाता है।
chhattisgarhaaspaas
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