- Home
- breaking
- Chhattisgarh
- ‘कभी वापस नहीं आएगी धारा 370’, सीएम ने कहा- जम्मू-कश्मीर में 1990 वाला दौर लाना चाहती है कांग्रेस
‘कभी वापस नहीं आएगी धारा 370’, सीएम ने कहा- जम्मू-कश्मीर में 1990 वाला दौर लाना चाहती है कांग्रेस
रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में फिर से आतंकवाद और अलगाववाद का काला दौर लाना चाहती है। जम्मू- कश्मीर विधानसभा में धारा 370 और 35A को फिर से लाने के प्रस्ताव का समर्थन कर कांग्रेस ने देश को तोड़ने का कुचक्र फिर से चल दिया है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की विधानसभा में जो भी कुछ हुआ, वह पाकिस्तान और देश विरोधी लोगों को खुश करने के लिए किया गया। जम्मू-कश्मीर की जनता को गुमराह करने के लिए किया गया।
धारा 370 के काले साये से निकल चुका है कश्मीर
मुख्यमंत्री ने कहा जम्मू-कश्मीर धारा 370 तथा 35A के काले साए से कब का निकल चुका है। वह विकास के रास्ते पर चल पड़ा है लेकिन कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी ये सब कश्मीर घाटी में आई शांति से परेशान हैं। ये लोग जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद और अलगाववाद के काले दौर को वापस लाना चाहती हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि बीजेपी सरकार ने वादा किया था कि जम्मू-कश्मीर को विधानसभा देंगे, चुनाव करायेंगे और 5 साल के अंदर मोदी सरकार ने चुनाव कराये और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बहाल किया। हम आगे भी जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए काम करेंगे।
आरक्षण खत्म करना चाहती है कांग्रेस
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि कांग्रेस फिर से धारा 370 बहाल करके की बात करके यह बताना चाहती है कि हम वाल्मीकियों, गोरखा समाज, पश्चिमी पाकिस्तान शरणार्थी, पहाड़ी और गुर्जर के खिलाफ हैं। कांग्रेस ने नेशनल कांफ्रेंस के घोषणापत्र का समर्थन कर जम्मू-कश्मीर में आरक्षण को खत्म करने का समर्थन किया था। वैसे भी राहुल गांधी अमेरिका जाकर आरक्षण को खत्म करने की बात कर चुके हैं।
आतंकी घटनाओं में 70 फीसदी की कमी
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि धारा 370 के हटने के बाद से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की घटनाओं में 70 प्रतिशत की कमी आई है। नागरिकों की मृत्यु में भी लगभग 80 फीसदी की कमी आई है। विदेशी नागरिकों के पर्यटन में 300 प्रतिशत का उछाल आया है। जम्मू-कश्मीर का बजट 17 प्रतिशत बढ़ा है। पत्थरबाजी की घटना बिलकुल बंद हो गई।
कांग्रेस का इरादा ठीक नहीं लग रहा है
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि कांग्रेस को इसका जवाब देना होगा। इनके इरादे ठीक नहीं है। कांग्रेस नेता फिर से 90 के दशक वाला जैसा माहौल जम्मू-कश्मीर में बनाना चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के कांग्रेस विधायक दल के नेता गुलाम अहमद मीर ने कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को कम करने और विभाजन के खिलाफ लोगों की नाराजगी का समर्थन किया था और किया है।
स्पीकर को होना चाहिए निष्पक्ष
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि स्पीकर को निष्पक्ष होना चाहिए था। मीडिया से आई जानकारी में पता चला है कि स्पीकर ने स्वयं ही 5 नवंबर को मंत्रियों की बैठक बुलाई थी और खुद ही प्रस्ताव तैयार किया। ये सरासर असंवैधानिक है। ये प्रस्ताव लाना पहले से सदन की कार्यवाही में लिस्टेड भी नहीं था। जब विधानसभा में LG के अभिभाषण पर चर्चा होनी थी तो प्रस्ताव कैसे लाया गया?
धारा 370 अब इतिहास बन गई है
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि इस प्रस्ताव को बिना किसी बहस के पारित कर दिया गया क्योंकि स्पीकर ने शोरगुल के बीच इसे ध्वनिमत से पारित कर दिया। इतने बड़े विषय पर चर्चा नहीं होने दी गई। ये कैसा लोकतंत्र है? मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि इस प्रस्ताव की कोई कानूनी वैधता नहीं है क्योंकि जम्मू-कश्मीर विधानसभा संसद या सुप्रीम कोर्ट से ऊपर नहीं है। कोई भी विधानसभा अनुच्छेद 370 और 35A को वापस नहीं ला सकती। धारा 370 और 35A इतिहास बन चुकी है, इस इतिहास को अब कोई बदल नहीं सकता। नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर के लोगों को गुमराह कर रही है।