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नक्सल इलाके की युवतियां तमिलनाडु में बंधक! मचा हड़कंप, छुड़ाने जाएगी प्रशासन की टीम
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले से एक बड़ी खबर है. यहां की दो युवतियों को तमिलनाडु में बंधक बनाकर रखा गया है. इसकी सूचना मिलते ही प्रशासनिक महकमें में हड़कंप मच गया है. बंधक बनी लड़कियों को छुड़ाने के लिए अब प्रशासन की टीम तमिलनाडु जाएगी.
मजदूरी की तलाश में गई थी युवतियां
बस्तर में नक्सलवाद एक जटिल और भयावह समस्या है. जिसके चलते अंदरुनी इलाकों में सरकार की योजनाएं ग्रामीणों तक नहीं पहुंच पा रही है. इस वजह से आर्थिक कमीं के चलते काम की तलाश में ग्रामीण दीगर प्रदेशों में पलायन भी करते हैं. इनकी मजबूरी का फायदा ठेकेदार और दलाल जमकर उठाते हैं. बंधक बनने तक का जोखिम उठाना पड़ जाता है. ऐसा ही मामला दंतेवाड़ा जिले के कुआकोंडा इलाके के छोटे हड़मामुण्डा गांव का सामने आया है. यहां की दो युवतियां काम की तलाश में तमिलनाडु पहुंचकर सीतापट्टी में किसी ठेकेदार के पास ईंट भट्टे में काम में लगी थी. लेकिन यहां दोनों ही युवतियों को बंधक बनाकर रख दिया गया है.
भाई ने प्रशासन को दी जानकारी
इतना ही नहीं इन दोनों के पास से मोबाइल फोन को भी ठेकेदार ने जब्त कर लिया.किसी ने इस बात की जानकारी परिजनों को दी. युवतियों के भाई शैलू कुंजाम सीधे कलेक्टर के पास पहुंचा और इस पूरे मामले की जानकारी दी. परिजनों ने दोनों ही युवतियों को ठेकेदार के चंगुल से छुड़ाने की गुहार लगाई.
वहीं से किसी ने फोन पर बताया कि ठेकेदार ने दोनों लड़कियों को बंधक बनाकर मोबाईल फोन जब्त कर लिया है. मजदूरी का 20000 रुपये जमा करने की बात कह रहा है.
अब टीम जाएगी तमिलनाडु
इधर जिला प्रशासन ने बंधक मजदूरों को सकुशल वापस लाने के लिए चार सदस्यीय एक टीम बना दी है. जिसमें श्रम अधिकारी, नायब तहसीलदार, श्रम इंस्पेक्टर और बंधक श्रमिक का परिजन शामिल है. यह टीम दंतेवाड़ा से तमिलनाडु जाकर बंधकों को सकुशल लाने का प्रयास करेगी.