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सीबीआई की हिरासत में पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक
रायपुर। सीजीपीएससी घोटाले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पीएससी की पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक को राजनांदगांव से हिरासत में लिया है। रविवार को उनकी गिरफ्तारी के संकेत मिले और उन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने की चर्चा थी।
इसके लिए शाम तक रिमांड कोर्ट भी खुला रहा। न्यायालयीन कर्मचारी भी कोर्ट परिसर में इंतजार करते रहे। हालांकि, आरती की गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि सीबीआई की ओर से नहीं की गई।
कहा जा रहा है कि कागजी कार्रवाई पूरी नहीं होने पर आरती वासनिक की विधिवत गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है। सूत्रों का दावा है कि सोमवार को उन्हें सीबीआई की विशेष कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने की तैयारी है।
जेल में हैं टामन सोनवानी और श्रवण गोयल
बताते चलें कि सीजीपीएससी भर्ती घोटाला मामले में सीबीआई ने 18 नवंबर 2024 को पूर्व पीएससी अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी को रिश्वत देने के आरोप में ‘बजरंग पावर एवं इस्पात लिमिटेड’ के निदेशक श्रवण कुमार गोयल को भी गिरफ्तार किया था।
सीबीआई ने दावा किया था कि सोनवानी की पत्नी के एनजीओ के माध्यम से 46 लाख रुपये का लेन-देन हुआ है। आरोप है कि गोयल ने ग्रामीण विकास समिति के जरिए 20 और 25 लाख रुपये के दो किस्तों में रिश्वत राशि का भुगतान किया था।
भाजपा नेताओं ने की थी मामले की जांच की मांग
- टामन सोनवानी के रिश्तेदार ग्रामीण विकास समिति के सदस्य थे, जिसमें डाले गए थे रिश्वत के पैसे।
- श्रवण गोयल के बेटे शशांक और बहू भूमिका कटियार को डिप्टी कलेक्टर बनाने के लिए दी थी घूस।
- भूमिका कटियार और शशांक गोयल कांग्रेस के नेता सुधीर कटियार के बेटी और दामाद हैं।
- बताते चलें कि 11 मई 2023 को सीजीपीएससी ने 2021 का अंतिम परिणाम जारी किया गया था।
- इसमें 15 अभ्यर्थी डिप्टी कलेक्टर के पद के लिए चयनित किए गए थे, जिसमें संदिग्ध भर्ती का आरोप है।
- इस परीक्षा परिणाम ने शशांक ने तीसरी रैंक और उनकी पत्नी भूमिका ने चौथी रैंक हासिल की थी।
- संदिग्ध परिणाम के बाद अभ्यर्थियों और भाजपा के नेताओं ने की थी मामले की जांच कराने की मांग।
केस की जांच में मिले हैं कई अहम सबूत
जानकार सूत्रों ने बताया कि सीबीआई को महिला अधिकारी वासनिक के खिलाफ सीजीपीएससी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी करने के कई अहम सबूत मिले हैं। तीन दिन पूर्व ही राजनांदगांव स्थित आवास में सीबीआई की टीम ने दबिश देकर वासनिक से घंटों पूछताछ करने के साथ ही दस्तावेज जब्त कर लौट आई थी।