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CGPSC घोटाले पर CBI का बड़ा एक्शन, टामन के दत्तक पुत्र नीतेश और ललित को किया गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ में पीएससी कथित घोटाला 2021 मामले में सीबीआई ने एक और बड़ा एक्शन लिया है. सीबीआई ने शनिवार को सीजीपीएससी के पूर्व चेयरमैन टामन सिंह के दत्तक पुत्र माने जाने वाले नीतेश सोनवानी और सीजी पीएससी के पूर्व डिप्टी एग्जाम कंट्रोलर ललित गनवीर को गिरफ्तार किया है. दोनों को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट में पेश करने के बाद दोनों को पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया गया है. 13 जनवरी को फिर से दोनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा. इस दौरान पूछताछ में कुछ अहम जानकारियां मिलने की उम्मीद हैं.
जानें मामला
बता दें, छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजी पीएससी) ने साल 2021 में 19 अलग-अलग विभागों के 210 पदों के लिए भर्ती विज्ञापन जारी किया था. साल 2022 में आयोग ने प्री व मेंस परीक्षा ली थी. इसके बाद इंटरव्यू प्रक्रिया पूरी करने के बाद मई 2023 में परीक्षा के परिणाम जारी किए गए थे. अलग-अलग विभागों के 210 पदों के लिए आयोग ने 625 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए चयनित किया था. परिणाम जारी होने के बाद टॉप 20 चयनितों में से 17 ऐसे थे, जो किसी अधिकारी, नेता या व्यावसायी के बेटे, बेटी, बहू, भतीजे या अन्य रिश्तेदार थे. इसको लेकर अभ्यार्थियों ने भारी विरोध किया. परीक्षा में पारदर्शिता पर सवाल उठाए गए. आरोप लगे कि भर्ती के नियमों को दरकिनार कर चयन किया गया है. भ्रष्टाचार के भी गंभीर आरोप लगे.
BJP ने गड़बड़ी की आशंका को बड़ा मुद्दा बनाया था
साल 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ बीजेपी ने सीजी पीएससी में गड़बड़ी की आशंका को बड़ा मुद्दा बनाया. चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया गया कि सरकार बनी तो मामले की जांच सीबीआई से करवाई जाएगी. प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद जनवरी-फरवरी 2024 में सरकार ने सीबीआई को जांच सौंप दी. तब से लगातार सीबीआई मामले में जांच कर ही है. कहा जा रहा है कि मामले से जुड़े अन्य लोगों की भी गिरफ्तारियां जल्द की जा सकती है
जांच जारी
मामले में सबसे पहली गिरफ्तारी सीजी पीएससी के तात्कालीन चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी व रायपुर एक बड़े कारोबारी श्रवण कुमार गोयल की हुई. इसके बाद अन्य गिरफ्तारियां की जा रही हैं. जांच में दावा किया गया है कि कारोबारी के बेटे बहू को अधिकारी बनाने के एवज में टामन सिंह ने अपनी पत्नी की नेतृत्व वाली एक एनजीओ में पैसे लिए थे. मामले में जांच जारी है.