टाउते के बाद भारत में फिर नई मुसीबत.
कोरोना महामारी और ब्लैक फंगस जैसी जानलेवा बीमारियों से जूझ रहे भारत में एक और खतरा मंडरा रहा है। इस खतरे का नाम टाउते है। इस चक्रवाती तूफान टाउते ने गुजरात, महाराष्ट्र कई कई हिस्सों में तबाही फैलाई. एक ओर जहां गुजरात में 13 लोगों की तूफान से मौत हुई तो वहीं महाराष्ट्र में 6 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की सूचना है. इसके साथ ही जिन जगहों से तूफान गुजरा, वहां तबाही का अलग ही मंजर दिखा. मौसम विभाग के अनुसार 23-24 मई के दौरान तूफान ‘यास’ बंगाल की खाड़ी से टकराएगा. इस बार तूफान का नाम ओमान ने दिया है.
भारत मौसम विभाग में चक्रवात विभाग की प्रभारी सुनीता देवी ने बताया कि अगले हफ्ते पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के आसार हैं. मौसम विभाग स्थिति पर नजर रखे हुए है. उन्होंने निम्न दबाव प्रणाली तेज होने के संकेत भी दिए. देवी ने कहा कि समुद्री सतह का तापमान एसएसटी बंगाल की खाड़ी के ऊपर 31 डिग्री है. यह औसत से लगभग 1-2 डिग्री सेल्सियस ऊपर है. सभी समुद्री और वायुमंडलीय परिस्थितियां चक्रवाती तूफान के अनुकूल हैं.
अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. कमजोर पड़ने से पहले सोमवार देर रात गुजरात में दस्तक देने वाले चक्रवाती तूफान के कारण राज्य को भारी बारिश का सामना करना पड़ा तथा इस दौरान चली तेज रफ्तार आंधी के कारण कई खंभे व पेड़ उखड़ गए तथा घरों व सड़कों को भी नुकसान पहुंचा.