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■राष्ट्रीय कवि संगम : ■29 प्रतिभागियों ने भाग लिया.
♀ श्रीराम काव्य स्पर्धा में लोकेश शर्मा प्रथम, संस्कृति यादव द्वितीय एवं शैल शर्मा तृतीय रहें.
♀ मुख्य अतिथि हेमा देशमुख महापौर राजनांदगांव.
♀ अन्य प्रमुख उपस्थिति- आचार्य सरोज द्विवेदी, विवेक वासनिक,शारदा तिवारी,अशोक चौधरी, राजेश गुप्ता, प्रदीप मिश्र, डॉ. राजन यादव,प्रोफेसर कृष्ण कुमार द्विवेदी, डॉ. पीसी लाल यादव और कुबेर सिंह साहू.
♂ राजनांदगांव
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राष्ट्रीय कवि संगम, राजनांदगांव द्वारा प्रांतीय ईकाई के निर्देशानुसार बलराम दास टाउन हाल राजनांदगांव में मानस मर्मज्ञ, साहित्यकार डॉ. बल्देव प्रसाद मिश्र की जयंती एवं स्वामी विवेकानंद के ऐतिहासिक शिकागो भाषण के 128 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर संगोष्ठी एवं जिला स्तरीय श्रीराम काव्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस गरिमामयी समारोह के मुख्य अतिथ राजनांदगांव की महापौर हेमा देशमुख थी एवं अध्यक्षता साहित्यकार आचार्य सरोज द्विवेदी ने की. विशिष्ट अतिथि के रूप में विवेक वासनिक अध्यक्ष, राजगामी संपदा राजनांदगांव, शारदा तिवारी समाजसेवी, अशोक चौधरी समाज सेवी, राजेश गुप्ता समाज सेवी, प्रदीप मिश्र पौत्र, डॉ. बल्देव प्रसाद मिश्र, डॉ. राजन यादव साहित्यकार एवं मानस मर्मज्ञ, प्रोफेसर कृष्ण कुमार द्विवेदी शिक्षाविद् एवं प्रखर वक्ता, डॉ. पीसी लाल यादव साहित्यकार, कुबेर सिंह साहू साहित्यकार की उपस्थिति रही. मुख्य अतिथि हेमा देशमुख ने कहा कि श्रीरामचंद्र जी का छत्तीसगढ़ से अटूट रिश्ता रहा है. कौशल्या के मायका होने के नाते राम जी छत्तीसगढ़ के भांजे है. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे आचार्य द्विवेदी ने कहा कि संस्कारधानी राजनांदगांव की साहित्य में अलग ही पहचान है. यह डॉ. पदुम लाल पुन्ना लाल बख्शी, गजानन माधव मुक्तबोध एवं डॉ. बल्देव प्रसाद मिश्र जैसे महान साहित्यकारों की कर्मभूमि रही है. विशिष्ट अतिथि वासनिक ने कहा कि साहित्य को समज का दर्णण कहा जाता है. साहित्यकार अपनी दायित्वों का निर्वहन कर एक स्वस्थ समाज के निर्माण में महती भूमिका अदा करते हैं. प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत प्रतियोगिता के संरक्षक आत्मा राम कोशा अमात्य, जिला प्रतियोगिता संयोजक ओमप्रकाश साहू अंकुर, राष्ट्रीय कवि संगम के जिलाध्यक्ष शैलेष गुप्ता, जिला सचिव तारीक लालानी साहिल, प्रांतीय सह संगठन मंत्री भावेश देशमुख, गिरीश ठक्कर, अनुराग सक्सेना, अखिलेश्वर प्रसाद मिश्रा, चन्द्रशेखर शर्मा, रोशन साहू, नंद किशोर साव नीरव, युनुस अजनबी, ग्वाला प्रसाद यादव नटखट ,पद्मा साहू ने किया.
इस जिला स्तरीय प्रतियोगिता में कुल 29 प्रतिभागियों ने भाग लेकर श्रीराम जी की वीरता, त्याग, तपस्या, संघर्ष का गुणगान किया. इसमें डॉ. लोकेश शर्मा राजनांदगांव प्रथम, खैरागढ़ की संस्कृति यादव द्वितीय एवं डोंगरगढ़ की शैल शर्मा तृतीय स्थान पर रही. विजेताओं को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया. इसके साथ ही जितेन्द्र पटेल मोहला, रमेश कुमार मंडावी कोलियारी, छुरिया, पद्मा साहू खैरागढ,नंद कुमार साहू नादान छुरिया को उत्कृष्ट प्रस्तुतकर्ता के रुप में सम्मानित किया गया. प्रतियोगिता से हटकर प्रोफेसर राजन यादव, डॉ. शंकर मुनि राय, वीरेन्द्र कुमार तिवारी वीरू, आत्मा राम कोशा अमात्य, अखिवेश्वर प्रसाद मिश्रा, राज कुमार चौधरी, तारीक लालानी साहिल ने काव्य पाठ कर लोगों का स्वस्थ मनोरंजन करने के साथ ही सीखपरक रचनाएं प्रस्तुत की. सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किया गया. स्पर्धा के निर्णायक डॉ. शंकरमुनि राय, आत्मा राम कोशा अमात्य एवं गजेन्द्र हरिहारनो दीप थे. सात घंटे तक चले इस कार्यक्रम का संचालन जिला प्रतियोगिता संयोजक ओमप्रकाश साहू अंकुर, जिलाध्यक्ष शैलेष गुप्ता एवं भावेश देशमुख ने किया. आभार प्रदर्शन आत्मा राम कोशा अमात्य संरक्षक आयोजन समिति ने किया. इस अवसर पर एम. आर. यादव, महेन्द्र कुमार बघेल मधु, सविता यादव, सचिन निषाद, ग्वाला प्रसाद यादव नटखट, लोक कलाकार यादव जी, सुजाता साहू, अंकालू राम साहू, ईश्वर साहू, पवन यादव पहुना, भूखन वर्मा, अमृत दास साहू, दूज राम साहू, कोमल सिंह गुरू, बेद राम पटेल, कन्हैया लाल मेश्राम, आनंद राम सार्वा, वसुधा गुप्ता, एस कुमार साहू, याद दास साहू, अनिल तिवारी, बलराम सिन्हा, डोहर दास साहू, रुपल साहू, डिलेश्वर साहू, हरेन्द्र कुमार साहू, वेद प्रकाश साहू सहित बड़ी संख्या साहित्य रसिक उपस्थित थे.
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