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■पितरों को तारने का पर्व पितृ पक्ष पर विशेष : डॉ. नीलकंठ देवांगन.
पूर्वजों के प्रति श्रद्धा प्रकट करने
दिवंगत आत्माओं को याद करने
पितरों प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने
पितृ ऋण से उऋण होने उन्हें तारने
आता है पितृ पक्ष
आश्विन मास का कृष्ण पक्ष
कहलाता पितृ पक्ष श्राद्ध करने
पितरों की आत्मा को शांति देने
पूर्वजों से कृपाशीष पाने
आता है पितृ पक्ष
जिस तिथि को आत्मा शरीर छोड़ती
आश्विन की वही श्राद्ध की तिथि होती
स्नान दान तर्पण की क्रिया होती
आत्मा की शांति हेतु पितृ पूजा होती
पितृ पक्ष में
द्वार पर चांवल आटे का चौंक सुहावन
उस पर तरोई फूल का बिछावन
पीढा में तरोई पान का सु आसन
फूल कांस थाली में भोजन परोसन
पितृ पक्ष में
तरोई सब्जी फूल पान का संयोजन
गुड़ घी का पितरों को होमन
उड़द-बड़ा कलेवा में घी का मोवन
ब्राह्मणों गरीबों को तृप्त भोजन
पितृ पक्ष में
मृत्यु की तिथि याद नहीं
नियत तिथि पर श्राद्ध संभव नहीं
ज्ञात अज्ञात सर्व पितरों का श्राद्ध
अमावस तिथि में मान्य विधान सही
पितृ पक्ष में
बाल पितरों का श्राद्ध पंचमी
सौभाग्यवती माताओं का मातृ नवमी
शस्त्रादि से मृतकों का चतुर्दशी
काले अकाले पितरों का पंच दशी
पितृ पक्ष में
त्रिवेणी संगम प्रयाग में अस्थि विसर्जन
घाट पर पिंडदान पाती मृतात्मा शांति
गया तीर्थ में पिंडदान का बड़ा महत्व
मिलती आत्मा को पूर्ण मोक्ष पूर्ण शांति
पितृ पक्ष में
पंद्रह दिन होते खास पितृ पूजन के
पूर्वज उतरते धरती पर संतान बीच
श्राद्ध तर्पण से होती उनकी सद्गति
देते आशीर्वाद सुख सम्पति हर चीज
पितृ पक्ष में
श्रद्धा पूर्वक करें श्राद्ध तर्पण पूजन
मुक्त हस्त से दें अन्न वस्त्र का दान
जल दें काला तिल उड़द दाल कुश से
पूर्वज करेंगे समस्याओं का समाधान
पितृ पक्ष में
●कवि संपर्क-
●84355 52828
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