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- ■बैठक : मुक्तकंठ साहित्य समिति के कार्यकारिणी की.
■बैठक : मुक्तकंठ साहित्य समिति के कार्यकारिणी की.
♀ भिलाई निवास,भिलाई.
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मुक्तकंठ साहित्य समिति के कार्यकारिणी सदस्यों की महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई जिसमें बहुत से महत्वपूर्ण विषयों चर्चा कर निर्णय लिया गया । मासिक बुलेटिन के संदर्भ में नियमित प्रकाशन की जिम्मेदारी मुक्तकंठ के प्रधान संपादक रजनीकांत श्रीवास्तव तथा संपादक दुलाल समाद्दार जी के माध्यम से प्रकाशित होती रहेंगी। उनके सहयोगियों के रूप में गोविंद पाल, ओमप्रकाश शर्मा, शेख निज़ाम राही, प्रदीप भट्टाचार्य प्रमुख रूप से रहेंगे। समिति को आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाने के लिए उपस्थित सभी लोगों ने एक जुटाता दिखाते हुए हर संभव प्रयास करने का भरोसा दिलाया। सभी कार्यकारिणी सदस्य गण मुक्तकंठ के आजीवन संरक्षक सदस्य बनने की स्वीकृति दी है। एवं सदस्यता अभियान को तेज करने के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए सहमत हुए। समिति पंजीकृत होने के कारण नियमित बायलज के अनुसार चलते हुए पंजीकरण को नियमित अपडेट दुरस्त करने पर सहमति बनी। समिति के आजीवन संरक्षक सदस्य कोई भी बन सकते हैं। पांच हजार रुपये देकर मुक्तकंठ के आजीवन संरक्षक सदस्य बैठक में ही बने हैं जिनमें से दुलाल समाद्दार, पल्लव चटर्जी, शेख निज़ाम राही, रजनीकांत श्रीवास्तव, आर एन देबनाथ, गोविंद पाल, ओमप्रकाश शर्मा, इसके अलावा और भी लोग आजीवन संरक्षक सदस्य बनने के लिए इच्छुक है। समिति के महासचिव ओमप्रकाश शर्मा एवं कोषाध्यक्ष प्रकाश चन्द्र मण्डल ने राष्ट्रीयकृत बैंक में मुक्तकंठ की खाता खुल जाने की जानकारी दी।अध्यक्ष गोविंद पाल ने मुक्तकंठ साहित्य समिति का स्थापना दिवस 18 जनवरी को बृहत रुप में राष्ट्रीय कार्यक्रम आयोजित करने का प्रस्ताव रखा जिसे उपस्थित सभी लोगों ने एक स्वर में सहमति जताई एवं इसके लिए मुक्तकंठ के सभी कार्यकारिणी तथा साधारण सदस्यों को सामुहिक रुप से प्रयास करने पर बल दिया। मुक्तकंठ की स्थापना दिवस पर मुक्तकंठ द्वारा प्रकाशित पत्रिका का लोकार्पण किया जायेगा। राष्ट्रीय स्तर पर साहित्यकारों को मुक्तकंठ सम्मान प्रदान किया जायेगा। देश के प्रतिष्ठित साहित्यकारों को आमंत्रित किया जायेगा। देश के जाने माने विद्वानों के द्वारा देश में वर्तमान साहित्य की परिदृश्य पर विचार मंथन किया जायेगा। उस आयोजन में रचनाकार अपनी कृतियों का विमोचन भी करवा सकते हैं। उप सचिव भूषण चिपडे ने मुक्तकंठ साहित्य समिति के नियमित गुगल मीट कवि सम्मेलन में भाग लेने वाले कवियों के अलावा श्रोता के रूप में सबकों जुड़ने का आग्रह किया। विशेष कर मुक्तकंठ के सदस्यों को। बहुत ही जल्द मुक्तकंठ साहित्य समिति के यू ट्यूब चैनल प्रारंभ किया जायेगा। इसकी जानकारी उप सचिव भूषण चिपडे ने दिया। जो लोग दूर रहते हैं वे अनलाईन के माध्यम से मुक्तकंठ के लिए सदस्यता शुल्क, अनुदान राशि या आजीवन संरक्षक सदस्य की राशि मुक्तकंठ के एकाउंट में भेज सकते हैं ।
बैठक में ओमप्रकाश जायसवाल, रियाज़ खान गौहर, डॉक्टर नौशाद सिद्दिकी, रामबरन कोरी “कशिश” प्रदीप भट्टाचार्य, आदि सभी लोग बहुत ही उत्साह पूर्वक मुक्तकंठ के लिए तन मन धन से मुक्तकंठ के लिए समर्पित भाव से कार्य करने प्रतिबद्धता दिखाई।
अंत में दीवांगत साहित्यकार नवीन तिवारी के आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण करते हुए श्रद्धांजलि दी गई।
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