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- ■छत्तीसगढ़ : स्वरूपानंद महाविद्यालय में बायोटेक विभाग द्वारा ऊर्जा महोत्सव का आयोजन किया.
■छत्तीसगढ़ : स्वरूपानंद महाविद्यालय में बायोटेक विभाग द्वारा ऊर्जा महोत्सव का आयोजन किया.
♀ प्रतियोगिता का विषय : ‘ऊर्जा संरक्षण से सुनहरा भविष्य’.
♀ मुख्य अतिथि कामरान शेख, संयुक्त सचिव ऊर्जा दक्षता ब्यूरो [बीईई] दिल्ली.
■भिलाई
स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको, भिलाई में बायोटेक्नोलॉजी विभाग द्वारा ऊर्जा महोत्सव के अवसर पर विविध राष्ट्रीय प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सप्ताह भर चलने वाले कार्यक्रम का थीम- ”ऊर्जा संरक्षण से सुनहरा भविष्य“ रखा गया। कार्यक्रम के प्रायोजक क्रेडा एवं ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई), दिल्ली थे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कामरान शेख संयुक्त सचिव ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई), दिल्ली थे।
कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुये डॉ. शिवानी शर्मा विभागाध्यक्ष बायोटेक ने कहा ऊर्जा महोत्सव के माध्यम से विद्यार्थियों को ऊर्जा संरक्षण के लिये प्रेरित करना है जिससे वे बेहतर पर्यावरण के साथ जीवन जी सके व अपने आसपास के लोगों को जागरुक करें। साथ ही आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ वातावरण प्रदान करें। इस हेतु सप्ताह भर पोस्टर, पावरपाईंट प्रेजेंटेशन, जीयोटेग विडियो, वर्किंग मॉडल, रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की सराहना करते हुये महाविद्यालय के सी.ओ.ओ. डॉ. दीपक शर्मा ने कहा हमारे परंपरागत ऊर्जा के साधन सीमित है अगर हम अंधाधुंध दोहन करते है तो यह स्त्रोत समाप्त हो जायेगा इसका उपयोग समझदारी के साथ भविष्य की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुये करना चाहिये। साथ ही नवनीकृत अर्थात् गैरपरंपरागत साधनों के उपयोग पर अधिक बल देना चाहिये।
प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कहानी के माध्यम से विद्यार्थियों को बताया आपकी शिक्षा व पैसा उस समय व्यर्थ हो जाता है जब उससे हम समाज और परिवार का हित नहीं कर सकते। हम अपने छोटे-छोटे प्रयास से ऊर्जा का संरक्षण कर सकते है, सार्वजनिक स्थलों पर लाईंट चालू कर न छोडें, नल बंद रखें अगर हम आने वाली पीढ़ी को अच्छा देना है तो अपने पर्यावरण हवा, पानी, बिजली को बचाना है। सार्वजनिक वाहन बस आदि का उपयोग करे।
विशिष्ट अतिथि श्री राहुल गुप्ता क्रेड़ा ने क्रेडा द्वारा ऊर्जा संरक्षण के लिये किये गये उपायों की जानकारी देते हुये बताया, पवनचक्की, सोलर पेनल आदि को नवीनीकृत ऊर्जा के संसाधन के रुप में अपनाया जा रहा है।
श्री कामरान शेख ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई), दिल्ली के संयुक्त सचिव ने अपने उद्बोधन में कहा ऊर्जा संरक्षण के लिये तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता नहीं है हम छोटे-छोटे प्रयास से बहुत ऊर्जा बचा सकते है। सोलर प्लांट लगाया जा सकता है। मोबाईल चार्ज करने के बाद स्वीच ऑफ कर देना चाहिये अगर स्वीच चालू है तो ऊर्जा की खपत होती है। उन्होंने ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई), दिल्ली द्वारा ऊर्जा संरक्षण के लिये किये जाने वाले उपायों की जानकारी दी व बताया ऊर्जा संरक्षण के लिये प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से अवार्ड भी दिया जाता है।
मुख्य वक्ता श्री एन.सी. जैन मुख्य अभियंता क्रेड़ा छत्तीसगढ़ ने बताया आज के दौर में अधिकांश लोग प्यूरीफायर या एक्वागार्ड का पानी पीते है सीधे नल का पानी नहीं पीते इससे पता चलता है हमारा पानी पीने योग्य नहीं है साथ ही पानी को साफ करने के लिये बहुत अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है अगर हम एक गिलास भी पानी फेंकते है तो भारत की जनसंख्या के हिसाब से हम अनुमान लगा सकते है हम कितना पानी और ऊर्जा बरबाद कर दे रहे है। कुछ समय बाद हवा भी सांस लेने लायक नहीं रह जायेगी दिल्ली इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। अगर हम पर्यावरण की रक्षा एवं ऊर्जा के बचाव पर ध्यान नहीं दिया तो आने वाली पीढ़ी हमें कभी माफ नहीं करेगी। सात सौ/आठ सौ ग्राम कोयला जलने से हमें एक युनीट ऊर्जा प्राप्त होती है पर सात से आठ ग्राम कार्बनडाईआक्साईड पर्यावरण में मिल जाता है। उन्होंने आग्रह किया महाविद्यालय में ऊर्जा संरक्षण के लिये क्लब बनाये जो अपने आसपास के लोगों को ऊर्जा संरक्षण के लिये जागरुक करें।
कृति गुप्ता ने ”ऊर्जा संरक्षण का अभिनव प्रयोग“ विषय पर पावर पाईंट प्रेजेंटेशन दिया व बताया हमारे पास ऊर्जा के संसाधन कम है उपयोग अधिक व आपूर्ति कम अगर हम आज ऊर्जा बचायेंगे तो कल हम बिजली का उपयोग कर सकते है। सप्ताह भर चलने वाले विविध प्रतियोगिता में पुरस्कृत विद्यार्थियों को क्रेडा एवं ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई), दिल्ली के सौजन्य से पुरस्कार दिया गया। विजेताओं की सूची निम्न प्रकार से है-
जियोटेग विडियोः-
प्रथमः- दुर्गेश चन्द्राकर – 1000/-, द्वितीयः- सुनिधि पटेल – 700/-, तृतीयः- अमन चन्द्राकर – 500/- चतुर्थः- मृत्युंजय बैरागी – 250/-, पंचमः- निकिता बिसवाल – 250/-,
पावर पाईंट प्रेजेंटेशनः-
प्रथमः- कीर्ति गुप्ता – 1000/-, द्वितीयः- खुशी शर्मा – 700/-, तृतीयः- आयषा खान – 500/- चतुर्थः- निकिता बिसवाल – 250/-, पंचमः- पलक तिवारी – 250/-,
वर्किंग मॉडलः-
प्रथमः- सुनिधि पटेल – 1000/-,
रंगोली प्रतियोगिताः-
प्रथमः- अदिती रुही कुजुर व शीतल साहू, द्वितीयः- शुभम व तृप्ति, तृतीयः- हिमानी व अंकिता जैन, सांत्वनाः- अमन चन्द्राकर व रेणुका एवं विशाखा
कार्यक्रम में मंच संचालन स.प्रा. राखी अरोरा बायोटेक्नोलॉजी ने किया व धन्यवाद स.प्रा. प्रिया कुशवाहा बायोटेक ने दिया। विविध प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका का निवर्हन डॉ. मधुरिमा पाण्डेय – बी.आई.टी दुर्ग, डॉ. उज्जवला सूपे एवं डॉ. नीलम गांधी – सेंट थॉमस महाविद्यालय, रुआबांधा, भिलाई, डॉ. भावना पाण्डेय – महिला महाविद्यालय, सेक्टर-9, भिलाई, डॉ. अंकिता गवाले – सहायक अभियंता क्रेडा, डॉ. सुनीता वर्मा – स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको, भिलाई।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक/प्राध्यापिकायें व छात्र-छात्रायें उपस्थित हुये।
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