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- ■भिलाई : स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय में ‘हेंडीक्राफ्ट फेयर’ का आयोजन.
■भिलाई : स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय में ‘हेंडीक्राफ्ट फेयर’ का आयोजन.
♀ स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको-भिलाई.
♀ कार्यक्रम संयोजक- डॉ. पूनम निकुंभ.
■ भिलाई : स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालयए के शिक्षा विभाग द्वारा हेन्डीक्राफ्ट फेयर का आयोजन किया गया जिसमें बी. एड. के प्रशिक्षार्थियों द्वारा बनाये गये हेन्डीक्राफ्ट सामान जैसे – फ्लावर पाॅट, जूट मैट, वाल हेंगिंग, फिश पाॅट, वेस्ट मटेरियल से बना हैंगिंग वाॅॅल, पाॅट, ग्रिटिंग कार्ड, खाद्य सामग्री – बड़ी, पापड, बिजोरी, आचार, मुरकु एवं हेन्डमेड ज्वेलरी आदि के स्टाॅल लगाये गये थे।
कार्यक्रम की संयोजिका डाॅ. पूनम निकुम्भ ने इसके उद्वेश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बी.एड. जैसे व्यावसायिक पाठ्यक्रम में आर्टस एजुकेशन एवं बेसिक एजुकेशन (गांधी जी की बुनियादी शिक्षा) के अंतर्गत विद्यार्थियों को हस्तकला, कुटीर एवं लघु उद्योग से संबंधित वस्तुओं को बनाना सिखाया जाता है जिसे विद्यार्थी विक्रय कर अर्थोपार्जन कर अपनी जीविका चला सकते है और आत्मनिर्भर बन सकते है। कार्यक्रम में प्रभारी डाॅ. दुर्गावती मिश्रा एवं डाॅ. शैलजा पवार ने सहयोग प्रदान किया ।
महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाॅ. दीपक शर्मा ने कहा शिक्षा विभाग द्वारा किया गया यह आयोजन बहुत सराहनीय है जिसके द्वारा विद्यार्थी आत्मनिर्भर रह सकते है ।
कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु डाॅ. मोनिषा शर्मा, सी.ओ.ओ श्री शंकराचार्य नर्सिग महाविद्यालय ने शिक्षा विभाग के प्रमुख एवं प्रभारी प्राध्यापकों को बधाई दी एवं प्रशिक्षार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना की।
महाविद्यालय की प्राचार्य डाॅ. हंसा शुक्ला ने कहा कि वर्तमान में लघु उद्योग एवं कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने के लिए बी.एड. पाठ्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के प्रषिक्षण दे कर विद्यार्थियों को स्वावलंबी बनाया जाता है जिससे कि वे किसी पर निर्भर न रहे । कार्यक्रम की सराहना करते कहा कि इस प्रकार के आयोजनो से विद्यार्थियों में आत्मविश्वास की भावना का विकास होता है।
महाविद्यालय में शिक्षा विभाग की प्रमुख एवं उपप्राचार्य डाॅ. अज़रा हुसैन ने कहा कि बी.एड. के पाठ्यक्रम में हस्तकला कौशल का प्रशिक्षण देकर विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार के सामान बनाने का प्रशिक्षण दिया जाता है और उन वस्तुओं को बेचना एवं उसके लिए बाजार उपलब्ध कराना एवं सही कीमत पर वस्तुओं को बेचना एवं लाभ कमाना आदि की प्रेरणा मिलती हैं।
इस कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के विद्यार्थी एवं प्राध्यापक उपस्थित थे एवं शिक्षा विभाग के प्राध्यापक डाॅ. मंजूषा नांमदेव, डाॅ. पूनम शुक्ला, डाॅ. मंजू कनौजिया. श्रीमती उषा साहू एवं डाॅ.अभिलाषा शर्मा ने अपना विशेष सहयोग प्रदान किया । कार्यक्रम में महाविद्यालय के बी.एड. प्रथम सेमेस्टर की निषा, कामिनी वर्मा, विशाखा खण्डेलवाल, पूनम, स्वाती (बी.ए.), स्नेहा नायक (बी.बी.ए.), दीपशिखा, रोशन माहपात्र, प्रमोद, इरेन्द्र, ईषा सिंह आदि ने स्टाॅल लगा कर सहभागिता दी। कार्यक्रम में मंच संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन डाॅ.शैलजा पवार द्वारा किया गया।
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