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- ■छत्तीसगढ़ : कोयला की दलाली औऱ रेत की चोरी पूर्व डॉ. रमन सिंह सरकार का मूल काम था.
■छत्तीसगढ़ : कोयला की दलाली औऱ रेत की चोरी पूर्व डॉ. रमन सिंह सरकार का मूल काम था.
■रायपुर
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि 15 साल तक रमन भाजपा की सरकार और अब मोदी सरकार कोयला की दलाली में मस्त है और कोयला की कमाई के लिए हम दो हमारे दो की नीति पर चल रही है। 2014 के लोकसभा चुनाव से लेकर अभी तक भाजपा ने जितने भी चुनाव लड़े हैं उस चुनाव का चुनावी खर्चा कोल माफिया और कोल खनन करने वाले उद्योगपति ही उठा रहे हैं। वर्तमान में उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा का चुनावी खर्चा भी कोयला खनन करने वाले ही उठा रहे हैं, और बदले में जहां-जहां भाजपा की सरकार होती है वहां कोल खनन का काम उनको दिया जाता है। रमन सरकार का मूल काम भी कोयला की दलाली करना और रेत चोरो को संरक्षण देकर कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार करना था। कोयले की दलाली में पूर्व की रमन सरकार इतना मशगूल हो गई थी कि अपना नैतिक दायित्व भी भूल चुकी थी और कोयला की काली कमाई के मोह में आदिवासी वर्ग के जल, जंगल, जमीन में भी उनके कानूनी अधिकार को नजरअंदाज कर लाठी और बंदूक के दम पर कोयला खनन करवा रही थी।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जनकल्याणकारी नीतियों के चलते छत्तीसगढ़ के किसान खुशहाल हुए हैं। मजदूरों के हाथ में काम है। युवाओं को रोजगार मिल रहा है। महिलाएं स्वालंबन की ओर आगे बढ़ रही है। छोटे मझोले व्यापारी एवं उद्योगपति भी सरकार की नीतियों से लाभान्वित हो रहे हैं। छत्तीसगढ़ खुशहाल हो रहा है। ऐसे में किसान विरोधी, छत्तीसगढ़ विरोधी भाजपा नेताओं के पेट में दर्द हो रहा है। छत्तीसगढ़ के किसान, नौजवान, मजदूर, महिलाओं की खुशहाली देखकर भाजपा नेताओं के सीने में सांप लोट रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि 15 साल के रमन भाजपा शासनकाल में छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था लचर थी, पुलिस थानों के दरवाजे शाम 6 बजे के बाद बंद हो जाते थे। पीड़ितों को सुरक्षा दूर की बात है पीड़ितों के एफआईआर तक दर्ज नहीं होते थे। दुर्भाग्य की बात है डॉ रमन सिंह मुख्यमंत्री थे और उसके ओ एस डी ओपी गुप्ता के ऊपर नाबालिग ने बलात्कार का आरोप लगाये तो 4 साल तक उसका एफआईआर दर्ज नहीं हुआ था। उस दौरान मानव तस्करी जोरों पर था, सत्ता परिवर्तन के बाद मानव तस्करी के मामले में जब कार्यवाही हुई तो भाजपा नेत्री की गिरफ्तारी होती है। ड्रग तस्करी में भाजपा से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी होती है। नक्सलियों के सप्लायर के रूप में भाजपा से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी होती है। शराब तस्करी, गांजा तस्करी और रेत तस्करी में भाजपा समर्थित लोगों की गिरफ्तारी हुई। पूर्व के रमन सरकार के दौरान छत्तीसगढ़ तस्करों का हक बन गया था। माफियाओं का बोलबाला था। उसे खत्म करने का काम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने किया है। अब माफिया जेल जाते हैं और माफियाओं को संरक्षण देने वाले भाजपा नेताओं को तकलीफ होती है।
[ ●राजन कुमार सोनी,’ब्यूरो प्रमुख ‘छत्तीसगढ़ आसपास’. ]
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