■कहानी : डॉ. दीक्षा चौबे.

3 years ago
488

♀ जाके पैर फटी बिवाई
♀ डॉ. दीक्षा चौबे
[ दुर्ग-छत्तीसगढ़ ]

राघव- रागिनी के बेटे व्योम ने आज उन्हें अपनी पसंद अवनि से मिलाया था । उन्होंने अपने डॉक्टर बेटे की पसंद सुंदर और चुलबुली सी डॉ. अवनि को देखते ही अपनी सहमति दे दी थी । एक ही व्यवसाय में रहकर पति- पत्नी एक दूसरे को अच्छी तरह समझ सकते हैं ,यह बात उनसे बेहतर कौन जान सकता था । दरअसल उन्होंने भी प्रेम – विवाह किया था । परन्तु बच्चों के रिश्ते में एक बाधा आ गई थी । व्योम के विजातीय होने के कारण अवनि के माता – पिता को यह बात पसंद नहीं आई थी और वे इसके लिए सहमत नहीं हुए । अवनि के बहुत मनाने पर भी वे विवाह समारोह में शामिल नहीं हुए । स्वयं राघव और रागिनी ने सारी व्यवस्था की और यह कोशिश की कि अवनि को अपने परिवार की कमी महसूस न हो । पति के साथ सास- ससुर का प्यार पाकर अवनि बहुत खुश थी । वह सोचती -काश ! उसके मम्मी- पापा इस रिश्ते को अपना लेते तो उसके जीवन में कोई कमी न रहती । सुख में वक्त बहुत तेजी से बीतता महसूस होता है , वहीं दुख भरे पल काटे नहीं कटते । रागिनी ने अपनी बहू की इस पीड़ा को समझा और उसे सदैव खुश रखने का प्रयास भी किया । अवनि अब इस घर के अनुसार ढल गई थी और वह भी सास-ससुर की खुशियों का ध्यान रखती । उसने महसूस किया कि कभी – कभी रागिनी बहुत उदास और चुप- सी हो जाती थी ,यह देखकर अवनि ने पापा जी से इसका कारण पूछा और कारण जानकर वह स्तब्ध हो गई थी ।
बीस जून , रागिनी का जन्मदिन था और उस दिन घर सुनसान लग रहा था । “अरे ! आज ये व्योम और अवनि सुबह से कहाँ चले गए ? उसने राघव से पूछा था ।” ” हो सकता है अस्पताल में उनका कोई केस आ गया हो और वे हमारी नींद खराब न हो , यह सोचकर चुपचाप निकल गए होंगे “। अरे भई ,अधिक रोक- टोक करना ठीक नहीं , बच्चों को थोड़ा स्पेस दिया करो – राघव ने कुछ खीझते हुए कहा था । हाँ भई , मैं सब समझती हूँ …बस इसीलिए पूछ रही थी कि नाश्ते के लिए उनकी पसंद जान लूँ । चलो हम आज चंडी मंदिर हो आते हैं , बहुत दिन हो गए वहाँ गये । ठीक है तुम तैयार हो जाओ तब तक मैं भी नहा लेता हूँ , राघव ने कहा ।
वे मंदिर से भी आ गए परंतु अवनि – व्योम की कोई खबर नहीं थी । रागिनी को अब उनकी चिंता होने लगी थी , कई बार उन्हें फोन लगाया पर उनका फोन बंद आ रहा था । वे खाना खाकर आराम कर रहे थे कि शाम को एक गाड़ी घर के बाहर आकर रुकी , उत्सुकता वश रागिनी खिड़की से बाहर झाँकने लगी थी । उनके पीछे व्योम की कार भी आ खड़ी हुई थी । अवनि और व्योम किसी को सहारा देकर अंदर ला रहे थे । उनके पास आने पर चेहरा थोड़ा स्पष्ट हुआ तो रागिनी के पैर मानो जमीन में धँस गये हों और उसकी चेतना शून्य सी हो गई । कुछ पल के लिए उसे विश्वास ही नहीं हुआ कि वह जो देख रही है वह सच है ।
उसकी आँखें वर्तमान में थीं पर मन मानो वर्षों पुरानी उन यादों की गलियों में दौड़ गया था , जहाँ झाँकने से भी उसे डर लगता था । जब उसने घर पर अपने सहयोगी राघव के बारे में बताया था तो हंगामा हो गया था । वह एक कट्टर ब्राह्मण परिवार की लड़की थी जहाँ उसे मुश्किल से नौकरी की इजाजत मिली थी । उसके पिता प्रेम- विवाह के ही पक्ष में नहीं थे ऊपर से राघव की निम्न जाति , वह तो नाम सुनकर ही आग – बबूला हो उठे थे । आज से तीस वर्ष पहले समाज वैचारिक रूप से इतना विकसित भी कहाँ था । जहाँ प्यार हो वहाँ जाति- पांति की दीवार आड़े नहीं आ सकती । राघव के प्यार और देखभाल , मधुर व्यवहार ने रागिनी का दिल जीत लिया था और वह किसी और से विवाह करने के बारे में सोच भी नहीं सकती थी । अपने पिता से अनुमति माँगने पर भी मिलने की संभावना नहीं थी फिर भी उसने अपना कर्तव्य पूरा किया और एक दिन उन्हें बिना बताए घर से बाहर निकल पड़ी । उन्होंने मंदिर में जाकर विवाह कर लिया और अपनी नई दुनिया बसाने में व्यस्त हो गए । दोस्त कहते थे कि हो सकता है बच्चे के आने पर वे कुछ पिघल जाएँ और उन्हें माफ कर दें । पर ऐसा नहीं हुआ और वे दोनों अपना स्थानांतरण करवा कर नई जगह आ गए ताकि परिचितों की प्रश्नभरी नजरों का सामना न करना पड़े । रागिनी के पिता अपने उसूलों के पक्के और जिद्दी थे उन्होंने उसे कभी माफ नहीं किया । माता – पिता सदा अपनी संतान की भलाई चाहते हैं परंतु उनकी खुशी के लिए क्या वे रूढ़ियों , परम्पराओं के बंधन को तोड़ नहीं सकते । विधाता ने उसके जीवन में एक अधूरापन ला दिया था हमेशा के लिए । जिस आँगन में उसका बचपन बीता अब वही उसके लिए बेगाना हो गया । उनकी पसंद के अनुसार शादी करके यदि मुझे खुशी नहीं मिलती तो क्या वे भी खुश रह पाते ? वह अक्सर यह सब सोचकर दुखी हो जाती ।
आज जो दृश्य वह देख रही है जीते- जी वह सब देखने की उसने कल्पना नहीं की थी । अवनि और व्योम जिन्हें सहारा देकर ला रहे थे , वे रागिनी के वृद्ध माता – पिता थे । पता नहीं किस तरह उन्होंने अपने नाना – नानी को मना लिया था , सच ही कहा गया है कि मूल से प्यारा सूद होता है । आखिर अवनि भी तो वही पीड़ा भोग रही थी अपने माता – पिता की नाराजगी , उनसे अलग होने का दुख इसीलिए वह अपनी सासु माँ को दुखी देख नहीं पाई । “जाकी फटी पीर बिवाई वही जाने पीर पराई ” उसकी और उसकी मम्मी जी की दर्द की साझेदारी जो थी और उसने जाकर नाना ससुर को मना लिया था । वर्षों पश्चात वे भी अपनी भूल सुधार कर बेटी को देखना चाहते थे ; बस एक बहाने की जरूरत थी और शायद वे मरने से पहले अपनी भूली-बिसरी बेटी से गले मिलना चाहते थे ।
आज अपने माता – पिता से मिलकर रागिनी को जन्मदिन का प्यार भरा अनमोल तोहफा मिला था जो उनकी प्यारी बहु अवनि की ओर से मिला था । मन का एक कोना जो बंजर – सा पड़ा था उसमें खुशी के पौधे लहलहाने लगे थे । आज रागिनी ने भी संकल्प ले लिया था कि वह अवनि के अधूरे जीवन को अपने प्यार से तो भरेगी ही साथ ही उसके माता – पिता को भी अवश्य मनाएगी ।

■लेखिका संपर्क-
■94241 32359

■■■ ■■■

विज्ञापन (Advertisement)

ब्रेकिंग न्यूज़

breaking National

मुख्यमंत्री साय के मीडिया सलाहकार पंकज झा का कांग्रेस पर गंभीर आरोप, कहा- चुराया भाजपा का स्लोगन…

breaking Chhattisgarh

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहुंचे रायपुर सेंट्रल जेल, कवासी लखमा और देवेंद्र यादव से की मुलाकात…

breaking National

कर्तव्य पथ पर दिखेगी छत्तीगढ़ की जनजातीय परंपराओं और रामनामी समुदाय की झलक

breaking National

40 लाख किसान परिवारों को तोहफा, PM मोदी ने कहा- जूट की MSP बढ़ने से होगा लाभ

breaking Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों को एक और झटका, सुकमा की प्राचीन गुफा में छिपा रखा था हथियारों का जखीरा, जवानों ने किया जब्त

breaking Chhattisgarh

पॉक्सो एक्ट: यौन उत्पीड़न को साबित करने शारीरिक चोट दिखाना जरूरी नहीं

breaking National

भव्य नहीं, साधारण और पारंपरिक होगी गौतम अदाणी के बेटे जीत की शादी, Adani Group के चेयरमैन ने ये कहा

breaking Chhattisgarh

रायपुर पहुंचे 14 नक्सलियों के शव… पोस्टमार्टम से पहले पोर्टेबल मशीन से होगा एक्स-रे, कहीं अंदर विस्फोटक तो नहीं

breaking Chhattisgarh

पंचायत-निकाय चुनावों के लिए BJP-कांग्रेस ने प्रत्याशियों के तय किए नाम! इस तारीख तक पार्टियां कर देंगी ऐलान

breaking Chhattisgarh

नक्सली मुठभेड़ में जवानों को बड़ी कामयाबी, मुख्यमंत्री साय ने की सराहना, कहा- छत्तीसगढ़ मार्च 2026 तक नक्सलवाद से मुक्त होकर रहेगा

breaking National

लव जिहाद को लेकर पंडित प्रदीप मिश्रा का बड़ा बयानः बोले- हिंदू बेटियों को जागरूक होने की जरूरत, फ्रिजों में मिलते हैं लड़कियों के टुकड़े

breaking Chhattisgarh

चाइनीज मांझे से कटा बच्चे का गला, इलाज के दौरान मौत

breaking Chhattisgarh

महाकुंभ के लिए छत्तीसगढ़ से 8 स्पेशल ट्रेन : भक्तों की यात्रा आसान करने रेलवे ने लिया बड़ा फैसला, जानें स्पेशल ट्रेनों का शेड्यूल…

breaking international

TRUMP MEME Coin ने लॉन्च होते ही लगाई 300-500 फीसदी की छलांग, कुछ ही घंटों में निवेशकों को बनाया मालामाल, ट्रेडिंग वॉल्यूम लगभग $1 बिलियन तक पहुंचा

breaking Chhattisgarh

फरवरी में 27 लाख किसानों को धान का बोनस, रेडी टू ईट फिर महिलाओं के हाथ

breaking Chhattisgarh

3000 शिक्षकों की पुलिस से झड़प, प्रदर्शन के दौरान किया तितर-बितर, सस्पेंड होने को लेकर आक्रोश

breaking Chhattisgarh

विष्णु का सुशासन – पुलिस के साथ अन्य सरकारी भर्तियों में आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट से बढ़े युवाओं के अवसर

breaking Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ में रोजगार के लिए अनुबंध, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा- हजारों छात्रों को दिया जाएगा प्रशिक्षण, रोजगार के अवसर होंगे उत्पन्न

breaking Chhattisgarh

विष्णु सरकार का कड़ा एक्शन… एक ही दिन में 9 अफसरों को किया सस्पेंड, ठेकेदार पर भी होगा एक्शन

breaking Chhattisgarh

कैटरिंग दुकान में 6 सिलेंडरों में धमाका, इलाके में मची भगदड़, 10 लाख का सामान जलकर खाक

कविता

poetry

इस माह के ग़ज़लकार : डॉ. नौशाद अहमद सिद्दीकी ‘सब्र’

poetry

कविता आसपास : तारकनाथ चौधुरी

poetry

कविता आसपास : दुलाल समाद्दार

poetry

ग़ज़ल : विनय सागर जायसवाल [बरेली उत्तरप्रदेश]

poetry

कविता आसपास : महेश राठौर ‘मलय’

poetry

कविता आसपास : प्रदीप ताम्रकार

poetry

इस माह के ग़ज़लकार : रियाज खान गौहर

poetry

कविता आसपास : रंजना द्विवेदी

poetry

रचना आसपास : पूनम पाठक ‘बदायूं’

poetry

ग़ज़ल आसपास : सुशील यादव

poetry

गाँधी जयंती पर विशेष : जन कवि कोदूराम ‘दलित’ के काव्य मा गाँधी बबा : आलेख, अरुण कुमार निगम

poetry

रचना आसपास : ओमवीर करन

poetry

कवि और कविता : डॉ. सतीश ‘बब्बा’

poetry

ग़ज़ल आसपास : नूरुस्सबाह खान ‘सबा’

poetry

स्मृति शेष : स्व. ओमप्रकाश शर्मा : काव्यात्मक दो विशेष कविता – गोविंद पाल और पल्लव चटर्जी

poetry

हरेली विशेष कविता : डॉ. दीक्षा चौबे

poetry

कविता आसपास : तारकनाथ चौधुरी

poetry

कविता आसपास : अनीता करडेकर

poetry

‘छत्तीसगढ़ आसपास’ के संपादक व कवि प्रदीप भट्टाचार्य के हिंदी प्रगतिशील कविता ‘दम्भ’ का बांग्ला रूपांतर देश की लोकप्रिय बांग्ला पत्रिका ‘मध्यबलय’ के अंक-56 में प्रकाशित : हिंदी से बांग्ला अनुवाद कवि गोविंद पाल ने किया : ‘मध्यबलय’ के संपादक हैं बांग्ला-हिंदी के साहित्यकार दुलाल समाद्दार

poetry

कविता आसपास : पल्लव चटर्जी

कहानी

story

लघु कथा : डॉ. सोनाली चक्रवर्ती

story

सत्य घटना पर आधारित कहानी : ‘सब्जी वाली मंजू’ : ब्रजेश मल्लिक

story

लघुकथा : डॉ. सोनाली चक्रवर्ती

story

कहिनी : मया के बंधना – डॉ. दीक्षा चौबे

story

🤣 होली विशेष :प्रो.अश्विनी केशरवानी

story

चर्चित उपन्यासत्रयी उर्मिला शुक्ल ने रचा इतिहास…

story

रचना आसपास : उर्मिला शुक्ल

story

रचना आसपास : दीप्ति श्रीवास्तव

story

कहानी : संतोष झांझी

story

कहानी : ‘ पानी के लिए ‘ – उर्मिला शुक्ल

story

व्यंग्य : ‘ घूमता ब्रम्हांड ‘ – श्रीमती दीप्ति श्रीवास्तव [भिलाई छत्तीसगढ़]

story

दुर्गाप्रसाद पारकर की कविता संग्रह ‘ सिधवा झन समझव ‘ : समीक्षा – डॉ. सत्यभामा आडिल

story

लघुकथा : रौनक जमाल [दुर्ग छत्तीसगढ़]

story

लघुकथा : डॉ. दीक्षा चौबे [दुर्ग छत्तीसगढ़]

story

🌸 14 नवम्बर बाल दिवस पर विशेष : प्रभा के बालदिवस : प्रिया देवांगन ‘ प्रियू ‘

story

💞 कहानी : अंशुमन रॉय

story

■लघुकथा : ए सी श्रीवास्तव.

story

■लघुकथा : तारक नाथ चौधुरी.

story

■बाल कहानी : टीकेश्वर सिन्हा ‘गब्दीवाला’.

story

■होली आगमन पर दो लघु कथाएं : महेश राजा.

लेख

Article

तीन लघुकथा : रश्मि अमितेष पुरोहित

Article

व्यंग्य : देश की बदनामी चालू आहे ❗ – राजेंद्र शर्मा

Article

लघुकथा : डॉ. प्रेमकुमार पाण्डेय [केंद्रीय विद्यालय वेंकटगिरि, आंध्रप्रदेश]

Article

जोशीमठ की त्रासदी : राजेंद्र शर्मा

Article

18 दिसंबर को जयंती के अवसर पर गुरू घासीदास और सतनाम परम्परा

Article

जयंती : सतनाम पंथ के संस्थापक संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास जी

Article

व्यंग्य : नो हार, ओन्ली जीत ❗ – राजेंद्र शर्मा

Article

🟥 अब तेरा क्या होगा रे बुलडोजर ❗ – व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा.

Article

🟥 प्ररंपरा या कुटेव ❓ – व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा

Article

▪️ न्यायपालिका के अपशकुनी के साथी : वैसे ही चलना दूभर था अंधियारे में…इनने और घुमाव ला दिया गलियारे में – आलेख बादल सरोज.

Article

▪️ मशहूर शायर गीतकार साहिर लुधियानवी : ‘ जंग तो ख़ुद ही एक मसअला है, जंग क्या मसअलों का हल देगी ‘ : वो सुबह कभी तो आएगी – गणेश कछवाहा.

Article

▪️ व्यंग्य : दीवाली के कूंचे से यूँ लक्ष्मी जी निकलीं ❗ – राजेंद्र शर्मा

Article

25 सितंबर पितृ मोक्ष अमावस्या के उपलक्ष्य में… पितृ श्राद्ध – श्राद्ध का प्रतीक

Article

🟢 आजादी के अमृत महोत्सव पर विशेष : डॉ. अशोक आकाश.

Article

🟣 अमृत महोत्सव पर विशेष : डॉ. बलदाऊ राम साहू [दुर्ग]

Article

🟣 समसामयिक चिंतन : डॉ. अरविंद प्रेमचंद जैन [भोपाल].

Article

⏩ 12 अगस्त- भोजली पर्व पर विशेष

Article

■पर्यावरण दिवस पर चिंतन : संजय मिश्रा [ शिवनाथ बचाओ आंदोलन के संयोजक एवं जनसुनवाई फाउंडेशन के छत्तीसगढ़ प्रमुख ]

Article

■पर्यावरण दिवस पर विशेष लघुकथा : महेश राजा.

Article

■व्यंग्य : राजेन्द्र शर्मा.

राजनीति न्यूज़

breaking Politics

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उदयपुर हत्याकांड को लेकर दिया बड़ा बयान

Politics

■छत्तीसगढ़ :

Politics

भारतीय जनता पार्टी,भिलाई-दुर्ग के वरिष्ठ कार्यकर्ता संजय जे.दानी,लल्लन मिश्रा, सुरेखा खटी,अमरजीत सिंह ‘चहल’,विजय शुक्ला, कुमुद द्विवेदी महेंद्र यादव,सूरज शर्मा,प्रभा साहू,संजय खर्चे,किशोर बहाड़े, प्रदीप बोबडे,पुरषोत्तम चौकसे,राहुल भोसले,रितेश सिंह,रश्मि अगतकर, सोनाली,भारती उइके,प्रीति अग्रवाल,सीमा कन्नौजे,तृप्ति कन्नौजे,महेश सिंह, राकेश शुक्ला, अशोक स्वाईन ओर नागेश्वर राव ‘बाबू’ ने सयुंक्त बयान में भिलाई के विधायक देवेन्द्र यादव से जवाब-तलब किया.

breaking Politics

भिलाई कांड, न्यायाधीश अवकाश पर, जाने कब होगी सुनवाई

Politics

धमतरी आसपास

Politics

स्मृति शेष- बाबू जी, मोतीलाल वोरा

Politics

छत्तीसगढ़ कांग्रेस में हलचल

breaking Politics

राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कहा- मर्यादित भाषा में रखें अपनी बात

Politics

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने डाॅ. नरेन्द्र देव वर्मा पर केन्द्रित ‘ग्रामोदय’ पत्रिका और ‘बहुमत’ पत्रिका के 101वें अंक का किया विमोचन

Politics

मरवाही उपचुनाव

Politics

प्रमोद सिंह राजपूत कुम्हारी ब्लॉक के अध्यक्ष बने

Politics

ओवैसी की पार्टी ने बदला सीमांचल का समीकरण! 11 सीटों पर NDA आगे

breaking Politics

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, ग्वालियर में प्रेस वार्ता

breaking Politics

अमित और ऋचा जोगी का नामांकन खारिज होने पर बोले मंतूराम पवार- ‘जैसी करनी वैसी भरनी’

breaking Politics

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, भूपेश बघेल बिहार चुनाव के स्टार प्रचारक बिहार में कांग्रेस 70 सीटों में चुनाव लड़ रही है

breaking National Politics

सियासत- हाथरस सामूहिक दुष्कर्म

breaking Politics

हाथरस गैंगरेप के घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्या कहा, पढ़िए पूरी खबर

breaking Politics

पत्रकारों के साथ मारपीट की घटना के बाद, पीसीसी चीफ ने जांच समिति का किया गठन