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- ■’स्वयंसिद्धा’ द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘स्वछता हमारी प्रतिबद्धता’ में- ■यह देश हमारा घर नहीं है क्या ?
■’स्वयंसिद्धा’ द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘स्वछता हमारी प्रतिबद्धता’ में- ■यह देश हमारा घर नहीं है क्या ?
महिलाओं की अग्रणी संस्था स्वयंसिद्धा एनजीओ द्वारा आयोजित कार्यक्रम “स्वच्छता हमारी प्रतिबद्धता” नामक कार्यक्रम में महिलाओं ने पूछा यह सवाल उन लोंगो से जो अपने घर का कचरा बाहर फेंक देते हैं।
कार्यक्रम में महिलाओं ने रिसाली व भिलाई को 100% कचरा एवं प्लास्टिक मुक्त करने का संकल्प लिया।
“जो देश में कचरा फैलाए
वे कृपया तिरंगा ना फहराए”
श्रुति तिवारी में जब यह नारा दिया तो हॉल तालियों से गूंज उठा। इसके बाद महिलाओं ने बच्चों के डायपर से लेकर सैनिटरी पैड्स को भी बायोडिग्रेडेबल बनाने के लिए कई तरह के सुझाव दिए,ज़ीरो वेस्ट की परिकल्पना को अपने दैनिक जीवन में इस्तेमाल करने का संकल्प लिया, पूजा सामग्री व सूखे फूलों को नदियों तालाबों में ना बहा के घर के बगीचे के एक कोने में उन्हें दबाने का सुझाव बेहद पसंद किया गया ।
मौका था रिसाली स्थित एक निजी सभागृह में 26 अप्रैल को आयोजित कार्यक्रम ‘स्वच्छता हमारी प्रतिबद्धता’ का जिसके विशिष्ट अतिथि नगर पालिक निगम,रिसाली के वार्ड 23 और 24 के पार्षद धर्मेंद्र भगत एवं जहीर अब्बास थे। दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। तत्पश्चात राज्य गीत पर मनोहर नृत्य प्रस्तुत किया सुशीला साहू एवं लक्ष्मी साहू ने। महिलाओं ने क्रिएटिविटी की मिसाल कायम करते हुए समर क्वीन फैशन शो किया जिसमें उन्होंने गृहिणियां गर्मी के मौसम में अपने आप को खूबसूरत ,प्रेजेंटेबल और एक्टिव कैसे रखें ऐसे शो किया और सभी ने घर, मोहल्ले,सड़क,प्रदेश,देश को स्वच्छ रखने के कई इनोवेटिव तरीके बताएं।
अतिथियों ने अपने उद्बोधन में कहा कि जब गृहिणियां अपने घर को बेहद साफ सुथरा रखती हैं तो निश्चित रूप से देश को साफ रखने के विषय में वे कई आईडिया दे सकती हैं।स्वयंसिद्धा संस्था हमेशा से सामाजिक गतिविधियों आगे रहकर लोगों को जागरुक करने का उल्लेखनीय कार्य करती है। इस अभियान में हम भी शामिल है। जिससे हम जल्द ही ‘मोर रिसाली’ को 3 स्टार तक रेटिंग से फाइव स्टार रेटिंग में पहुंचा सके।
स्वयंसिद्धा बरसों से घरेलु महिलाओं को पहचान देने की दिशा में कार्यरत है।
आज उसी कड़ी में सोमाली शर्मा ने विवाह के 27- 28 साल बाद अपनी स्वयं की लिखी व प्रथम प्रकाशित किताब अपने गुरु और पथ प्रदर्शक सोनाली चक्रवर्ती को भेंट की तो सबकी आंखें भीग गई।
प्रतियोगिता के निर्णायक थे फैशन डिजाइनर अनुराधा शुक्ला एवं तोशी ओझा। प्रतियोगिता में सुशीला साहू,लक्ष्मी व रीता वैष्णव छत्तीसगढ़ की मोतिहारीन के रूप में तैयार होकर हाथ में मूंगा,प्याज भाजी इत्यादि सब्जियों का झोला और उपले की टोकरी लेकर जब रैंप पर चली तो तालियों से सभागार गूंज उठा।
हर एक गृहणी कैसे फैशन मॉडल बन सकती है यह उस ओर एक कदम था। बिपाशा हालदार ,ईजा नेलसन पाॅल,डाॅ पूर्णिमा लाल आदि ने वेस्टर्न कपड़ों में रैंप वॉक किया वहीं देबजानी मजूमदार, माधुरी बिजोरिया, अनीता चक्रवर्ती, ममता विस्वाल, दीपा सिंह,सूर्यकांति पाल,
डॉ नीता तिवारी, मंजू मिश्रा,रूपा विश्वास,प्रिया तिवारी, प्रियंका दीवान, वैशाली संतोष, सरला वर्मा, साधना पांडे, ममता यादव, राजकुमारी कनोजे नीलीमा शुक्ला आदि ने भारत के राष्ट्रीय पहनावे साड़ी में प्रशंसा बटोरी।
श्रुति तिवारी जब समर कोट और चेहरे पर दुपट्टा बांध के गाॅगल के साथ उतरी तो कामकाजी महिला के रूप में उनकी छवि ने सब को मोह लिया।
स्वयंसिद्धा की संस्थापक एवं निर्देशक डॉ सोनाली चक्रवर्ती ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज पहले रिसाली फिर भिलाई फिर पूरे देश को प्लास्टिक मुक्त करने की दिशा में हम कदम बढ़ा रहे हैं। सभी महिलाओं को बड़े शॉपिंग बैग उपहार स्वरूप दिए गए एवं सबको स्वच्छता हमारी प्रतिबद्धता का संकल्प लेने के लिए प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
प्रतियोगिता के नतीजे इस प्रकार है
समर क्वीन
प्रथम- मधुरिमा रे,
द्वितीय- श्रुति तिवारी तृतीय- बिपाशा हालदार विशेष पुरस्कार संजीत कौर, रीता वैष्णव व माधुरी बिजोरिया
“आत्मनिर्भर महिला आत्मनिर्भर भारत”
इस परिकल्पना के अंतर्गत गृहिणियों ने अपने पांव पर खड़े होकर अपनी पहचान बनाने की दिशा में अपने स्वयं के शुरू किए व्यवसाय का स्टाल लगाकर अपने कार्य का जानकारी दी। सोमा बोस व रुमा बर्धन ने अपने बुटिक के विषय में सबको बताया वहीं सोनाली सेन ने अपने नए स्टार्ट अप बायोडिग्रेडेबल फ्लावर पॉट्स व कटलरी पेंटिंग की जानकारी दी, सोमाली शर्मा ने अपने बुटिक के विषय में बताया एवं शिल्पा जैन ने अपने इंगलिश क्लासेस की जानकारी दी, विनिता गुप्ता ने अपने हैंड पेंटिंग की साड़ियों से सबका मन मोह लिया।
कार्यक्रम में कविता प्रतियोगिता के विजेताओं श्रुति तिवारी एवं सुमन रतन जी को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का संचालन देबजानी मजूमदार व दीपा सिंह ने किया।
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