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- ■ब्रह्माकुमारीज़ आबू रोड : चार दिवसीय अखिल भारतीय इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रशिक्षण का शुभारंभ.
■ब्रह्माकुमारीज़ आबू रोड : चार दिवसीय अखिल भारतीय इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रशिक्षण का शुभारंभ.
♀ आज़ मीडिया के लिए पॉज़िटिव न्यूज़ ही सबसे बड़ी न्यूज़ होती है
♀ मूल्यनिष्ठ पत्रकारिता को बढ़ाने के लिए युवाओं की पहल.
♀ देशभर से पहुंचे 500 से अधिक बीके भाई-बहनें.
■आबू रोड, शांतिवन-
समाज सुधार के साथ ब्रह्माकुमारीज संस्थान से जुड़े युवा भाई-बहनों ने मूल्यनिष्ठ पत्रकारिता को बढ़ावा देने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए वह बाकायदा पत्रकारिता की बारीकियां सीखकर समाज में हो रहे सकारात्मक कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए संकल्पित हैं। ब्रह्माकुमारीज संस्थान के शांतिवन स्थित मेडिटेशन हॉल में चार दिवसीय अखिल भारतीय इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया। प्रशिक्षण में देशभर से 500 से अधिक युवा भाग ले रहे हैं।
इसमें दिल्ली से पधारे डॉक्यूमेंट्री फिल्म मेकर, मीडिया टे्रनर और वरिष्ठ पत्रकार संजय सिंह ने कहा कि आज पत्रकारिता में तेजी से लोगों की न्यूज को लेकर धारणा बदल रही है। सभी न्यूज प्लेटफॉर्म आज पॉजीटिव न्यूज चाहते हैं। अब लोग नकारात्मक खबरों से ऊब चुके हैं। समाज भी अब सकारात्मक, मोटिवेशनल स्टोरी को देखने, सुनने और पढऩे के लिए रुचि लेने लगा है। एक समय था जब नकारात्मक खबरों को ही लोग देखना और पढऩा पसंद करते थे। सोशल मीडिया के इस दौर में पत्रकारिता के सामने कई चुनौतियां भी हैं।
पत्रकारिता एक जुनून है-
उन्होंने कहा कि पत्रकारिता एक जुनून है। दिनरात हम लोग खबरों में जीते हैं। खबर को क्रिएट करना एक टेक्निक है। सैकड़ों खबरों के बीच अच्छी खबरों का चुनाव करना एक चुनौती का कार्य होता है। टीवी में बड़े-बड़े पत्रकारों को जब सुनता था तो मुझे लगा कि मुझे भी ऐसा बनना है। इसके बाद मैंने पत्रकारिता की राह चुनी। पत्रकारिता में आने के बाद हमारी चीजों को देखने का नजरिया बदल जाता है।
यहां के ज्ञान से मेरी थॉट्स प्रोसेस बदल गई-
जयपुर से पधारे वरिष्ठ पत्रकार व मीडिया प्रशिक्षक राजेश असनानी ने कहा कि जैसे निशाने पर तीर छूटने के बाद वापिस नहीं आता है, वैसे ही पत्रकारिता में खबर चलने के बाद उसे रोक पाना असंभव है। मीडिया समाज का डॉक्टर है। व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी ने दुनिया को तबाह कर दिया है। ब्रह्माकुमारीज से जुडऩे के बाद मेरा दुनिया को देखने का नजरिया बदल गया। यहां के ज्ञान से मेरी थॉट्स प्रोसेस बदल गई। यह दुनिया की अनोखी यूनिवर्सिटी है। कोई व्यक्ति दुनिया नहीं बदल सकता है। स्प्रिीचुअलिटी से ही दुनिया बदल सकती है।
आप सभी भगवान के प्रतिनिधि हैं-
वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका गीता दीदी ने कहा कि हम भगवान के प्रतिनिधि बनकर समाज में जाते हैं तो सदा याद रखें, हम परमात्मा के कार्य को आगे बढ़ाने वाले मीडियाकर्मी बन रहे हैं, यह सदा याद रखें। बहुत परिपक्व बनकर परमात्मा की बातों को सत्यता, क्रिएटीविटी के साथ रखना। सदा नि:स्वार्थ भाव के साथ सेवा करें। बाबा को पवित्र बुद्धि की आत्मा चाहिए। फिर परमात्मा हममें विशेषताएं अपने आप भर देता है। मीडिया विंग के उपाध्यक्ष बीके आत्मप्रकाश भाई ने कहा कि परमपिता शिव परमात्मा इस धरा पर आकर हम बच्चों को ज्ञान दे रहे हैं कि समय को पहचानो ये सृष्टि परिवर्तन का अनमोल समय है। आप सभी यहां से प्रशिक्षण लेकर समाज को सकारात्मक खबरें पहुंचाने का माध्यम बनेंगे।
पत्रकारिता से बदल जाता है नजरिया-
पीआरओ बीके कोमल ने कहा कि मूल्यनिष्ठ पत्रकारिता समय की जरूरत है। यहां प्रशिक्षण के माध्यम से देशभर में मूल्यनिष्ठ पत्रकारों की नर्सरी तैयार की जा रही है। ब्रह्माकुमार भाई-बहनें जब पत्रकारिता करेंगे तो निश्चित है कि समाज में सिर्फ और सिर्फ सकारात्मक खबरों को परोसा जाएगा। पत्रकारिता में आने के बाद हमारी स्किल डवलप हो जाती है। हमारा चीजों को देखने का नजरिया बदल जाता है। वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके कविता बहन ने कहा कि प्रशिक्षण सभी के लिए एक नया अनुभव साबित होगा। संचालन करते हुए मीडिया विंग भोपाल की जोनल को-ऑर्डिनेटर डॉ. बीके रीना बहन ने कहा कि चार दिन तक आप सभी यहां पत्रकारिता के जो गुर सीखेंगे उसे जाकर अपने कार्यक्षेत्र में फॉलो करें।
चार दिन सीखेंगे पत्रकारिता के गुर-
प्रशिक्षण के दौरान देशभर से आए युवाओं को खबर क्या होती है, खबर कैसे लिखें, खबर लिखने की तकनीक, मूलभूत सिद्धांत, खबर के मूलभूत तत्व, टीवी पत्रकारिता- विजुअल, बाइट, एंकर, पीटीसी, कैमरा हैंडलिंग, लाइव रिपोर्टिंग, फीटर स्टोरी, प्रेसनोट लेखन आदि की बारीकियों को प्रैक्टिकल में सिखाया जाएगा।
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