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■अपनी बात : शांति थवाईत.
जब किसी शासकीय कर्मचारियों अधिकारियों का स्थानांतरण होता है तब इस स्थानांतरण की अनुभूति वह विविध रुपों मे करता है । और जब वह इस अनुभूति को शब्दों मे ढालता है तो वह चलचित्र की भांति मानस पटल पर उभरने लगती है।
जांजगीर चांपा जिले के डभरा विकास खंड के ग्राम कोटमी हाईस्कूल में 17 वर्षों तक राजनीति विज्ञान के व्याख्याता के रूप में सेवा देने वाली शिक्षिका श्रीमती शांति थवाईत ने अपने स्थानांतरण की अनुभूति को शब्दों मे व्यक्त किया है जिसे हम यहां ज्यों का त्यों प्रस्तुत कर रहे हैं ……….
मेरा कर्म क्षेत्र कोटमी व डभरा विकासखण्ड
जहां से मै अब दूर हो गयी हूं
मेरा स्थानांतरण कोटमी से कुरदा( चांपा) हो गया है ।
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17 वर्ष रहा मेरा कोटमी गांव कर्मभूमि के रुप मे
जहां मुझे सब अपने पन के भाव से मिले,जब मै वहां गयी मेरा छोटा बच्चा आयुष 11 महीने का था,सबकी गोद मे पला बढा ,सबका स्नेह प्यार दुलार मिला ,मै बेफ्रिक थी ,गांव वालो के प्यार से अभिभूत थी ,समय चलता गया ,साल दर साल गुजरते गये ,कोटमी गांव मेरे दिल मे बसा रहा ।
गांव का गहिरा मेला,तानु,राजेन्द्र ,कर्ष होटल का बडा समोसा,सिद्दी व राजू दुकान का मनिहारी आइटम हर वो सामान जो शहरो मे मिलता है ,वैष्णव लोगो का फल दुकान ,बरपलिहीन का बालू स्याही,सोनी दुकान का ज्वेलर्स ,समय बूट हाउस बलराम का स्पेशल सेलून दुकान ,सुंदरसाय का चिकन सेंटर,शिव मनचुरियन गजपति का भजिया आदि न जाने कितने दुकान और दुकानो के मालिक जिन्हे भूलना संभव नही है ।
किरण टेलर,राज टेलर,सुमन टेलर एवं ब्यूटी पार्लर,कर्ष टेलर इनको भी मै कैसे भूल सकती हूं ।
देवकरण सेठ का प्रसिद्द दुकान जहां ऐसा कोइ सामान नही जो उपलब्ध न हो ।पंकज ,किम्मी,शुभम ,संदीप ,गोलू जो अपने पढाए बच्चे है आदि को एक सफल व्यापारी के रुप मे बढते देखना ,एक सुखद अहसास होता है ।
,लक्ष्मी व चौधरी मेडिकल,स्व अनंत ,स्व नारायण व स्व सुंदरमणि डाक्टर ,उसके बाद वर्तमान मे मनोज डाक्टर लाखन डाक्टर स्व गोपाल पटेल जी आसपास के एरिया मे चिकित्सा के क्षेत्र मे अग्रणी कोटमी को भला कौन भूल सकता है ।
गांव की राजनीति जहां सभी राजनीतिक दलो के लोग ,नीलकुमारी चौधरी ,उर्मिला महंत,गिरधारी पटेल,मनीष चौधरी,जगबंधु खूंटे ,कमल खूंटे,दीनानाथ भैया,श्याम सौमित्र आदि धुरंधर राजनीतिज्ञ लोगो को भला कैसे भूल सकती हूं ।
मेरे पडोसी रहे राव मेडम ,राजू चौहान स्व होमचंद पटेल,नरेश चौहान ( मातृछाया कम्प्यूटर) कमला पटेल ,पन्ना आजाद विजय पाण्डेय जी जैसे पडोसियो को कैसे भूल सकती हूं ।
विद्यार्थी तो हजारो मे रहे पर कुछ लोग जिनमे रेशम लाल कर्ष,राकेश आजाद,देव पटेल ,दरस सिदार ,रितेश आजाद,धरम सौमित्र,आलोक श्रीवास,गोलू एश्वर्य पाण्डेय,क्षितिज पटेल ,संतोष चौहान ,अन्नु आजाद,मिथिलेश महंत,चंद्रकुमार वारेन,राजेश खूंटे,दीपक महंत,दीपक वारेन ,अकरम व अफजल खान सलमान खान ,मिक्की वैष्णव आदि लडकियो मे रितु नीतू पटेल ,डाली वैष्णव ,भारती पटेल,सीमा पटेल,आदि नामो के अतिरिक्त कुछ ऐसे चेहरे जो मेरे जेहन मे है पर नाम याद नही आ रहे है ।अपने प्यारे बच्चो को कैसे भूल सकती हूं ।
सबसे प्यारा मेरा शाला परिवार बी एन एस पैकरा सर जैसे प्राचार्य मिलना नसीब वालो को मिलता है ।टी सी चौधरी सर ,फूलचंद सर ,लालबहादुर सर,उदय राम सर,पदुम लाल सर,सेवक राम सर के के पटेल सर डी पी चौधरी सर,बी के पटेल सर( वर्तमान मे स्कूल प्राचार्य)महादेव दास वैष्णव सर महिलांगे सर स्व धर्मेन्द्र पटेल सर,नायक सर,यादराम सर,मुकेश सर ,कंजकुमार सर,भूषण सर,एस पी सिदार सर,रामकृष्ण पटेल सर,पुष्पेन्द्र सर,डी डी कर्ष सर,चौधरी मेडम,राव मेडम ,गीता मेडम,रजनी मेडम,सुलोचना मेडम,जय श्री मेडम चपरासियो मे बैगा भैया,रमैया,प्रेम,यादराम ,कमला,छोटी सभी को मै अपने जीवन पर्यंत नही भूल पाउंगी ।
गांव मे सबसे अहम मेरी मकान मालकिन व मालिक कौशिल्या पटेल व जयमंगल गुरुजी जिनके घर मे मै 17 साल रही ,मेरे बच्चो को उन्होने अपना माना,प्रेम दिया ,।हमारा और उनका संबंध हमेशा घर जैसे रहा ।जो बहुत कम लोगो के नसीब मे होता है ।
उनकी बहुएं व बेटो ने सदा हमे मान सम्मान दिया ।उनका स्नेह जीवन भर याद रहेगा।
इसके बाद डभरा क्षेत्र मे भाई रामकुमार यादव विधायक महोदय यशवंत चंद्रा जिन्होने हमेशा दीदी कह कर संबोधित किया,नेताजी राइस किंग खूंटे , स्व युद्ध वीर जूदेव जी,हेमंत पटेल,भानु बंजारे भाई मनोज पटेल,दीपक बाजपेयी,सुरेन्द्र मिश्रा,संतोष चंद्रा वकील साहब यनिता चंद्रा जी , जिला पंचायत जांजगीर( अध्यक्ष )तुलसीदेवी साहू जी,रामबाई सिदार जी,गीतांजलि मैडम जी आदि ऐसे नामी नाम जिनको मै हमेशा याद रखूंगी ।
अंत मे डभरा के मेरे शिक्षक साथी ,फिरत कपूर सर,प्यारे साहू सर,केशव सर,संतोष सर,लक्ष्मी नारायण भाई ,अंचला मेडम ,मालती मेडम गीता पटेल मेडम रत्ना वर्मा मंजू पाण्डेय सीता मेडम जीसहित अनेको नाम जो मुझे हमेशा याद आएंगे ।
और मुझे विशेष पहचान दिलाने मे मेरे संगठन क्रांतिकारी शिक्षक संगठन के सभी साथी जिनमे संतन सर,धनंजय सर,कमलेश भाई,जगमोहन,सर,संजीव सर,राधे सर,बंजारे सर टोपेन्द्र सर यादव सर अनंत मेडम ,पार्वती मेडम,शकुन्तला मेडम,रामिन मेडम ,केवरा मेडम चंद्रा मेडम सहित समस्त क्रांतिकारी शिक्षक साथी आप लोगो के साथ बिताया पल मुझे हमेशा याद रहेगा ।
सबका नाम नही लिख पा रही हूं लेकिन जिन लोगो ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रुप से मेरा साथ निभाया सबकी मै आभारी रहूंगी ।
और अंत मे जिला सी इ ओ रहे अजीत बसंत सर ,नितेश उपाध्याय सर आप दोनो को और आपके नेक कार्यो को तो हम कभी नही भूल सकते।
वर्तमान डी ओ सक्ती बी एल खरे सर ,बंजारे सर सहित सभी अधिकारियो का आभार जिनका सहयोग सदा मिलता रहा ।
स्मृति शेष
सूचना मेरा स्थानांतरण शा उ मा वि कोटमी विकासखण्ड डभरा से शा उ मा वि कुरदा विकासखण्ड बलौदा जिला जांजगीर चांपा हो गया है ।
यदि मुझसे भूलकर भी कोइ भूल हो गयी हो आप सबसे माफी चाहती हूं ।
■लेखिका संपर्क-
■98264 12665
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