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- ▶️ भिलाई : स्वामी श्री स्वरूपानंद महाविद्यालय में बेहतर अकादमिक के उद्देश्य को लेकर आईक्यूएसी की मीटिंग…
▶️ भिलाई : स्वामी श्री स्वरूपानंद महाविद्यालय में बेहतर अकादमिक के उद्देश्य को लेकर आईक्यूएसी की मीटिंग…
भिलाई :स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको भिलाई में बेहतर अकादमिक माहौल बनाने के उद्देश्य से कॉलेज में आईक्यूएसी की मिटिंग का आयोजन किया गया। बैठक का मुख्य उद्देश्य उद्योग, सरकार, मिडिया और शिक्षा जगत के बीच तालमेल बनाकर महाविद्यालय के विकास, विद्यार्थियों के बेहतर प्लेसमेंट व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिये सतत् प्रयास करना था। बैठक के एजेंडे पर प्रकाश डालते हुये आईक्यूएसी प्रभारी डॉ शिवानी शर्मा ने बताया महाविद्यालय के विकास व विविध महाविद्यालयीन गतिविधियों के सुचारु संचालन के लिये गठित विविध कमेटी व सेल की जानकारी देना, नवाचार को शिक्षा में शामिल करना, शैक्षणिक भ्रमण से विद्यार्थियों को विषय की व्यवहारिक ज्ञान से रुबरु कराना, शिक्षको को शोध, पेटेंट व कापीराईट के लिये प्रोत्साहित करना है।
बैठक की अध्यक्ष प्राचार्य डॉ श्रीमती हंसा शुक्ला ने उपस्थित सदस्यों व प्रतिनिधियों का स्वागत किया और बताया अकादमिक गुणवत्ता बढ़ाने के लिये महाविद्यालय ने कई प्रयास किये है उन्होंने महाविद्यालय द्वारा अपनाये जाने वाले नयी शिक्षा तकनीकि जैसे व्यवसायिक नियमन रुपरेखा जैसे जटिल विषय वस्तु को अंताक्षरी के माध्यम से पढ़ाया जाता है। आधार पाठ्यक्रम हिन्दी में सम्मिलित मुहावरे व लोकोक्तियों को डम्बसराज के माध्यम से खेल-खेल में सिखाया जाता है साथ ही शिक्षण में क्रास वर्ड पजल, फ्लीप द टींचिग का प्रयोग कर विषय को रुचिकर बनाया जाता है।
बैठक में इंडस्ट्री प्रतिनिधि के रुप में उपस्थित श्रीमती संगीता केतन शाह मैनेंजिंग डायरेक्टर सिम्पलेक्स कास्टींग लिमिटेड ने भविष्य में छात्रों के साथ मिटिंग करने और उनके प्रशिक्षण की व्यवस्था करने का वादा किया ताकि वे उद्योगों का हिस्सा बनकर कौशल अर्जित कर सकें व भविष्य में अच्छे स्थानों पर प्लेसमेंट हो सके। उन्होंने बताया विद्यार्थियों को विषय का ज्ञान होता है पर व्यवहारिक ज्ञान नहीं होता इस कमी को दूर कर विद्यार्थी अच्छी नौकरी प्राप्त कर सकते है।
बाह्य विशेषज्ञ के रुप में उपस्थित श्री अवधेश श्रीवास्तव सप्रा वनस्पतिशास्त्र शासकीय महाविद्यालय उतई ने बताया विद्यार्थियों की नियमित इकाई परीक्षा लेना चाहिये व उसका रिकार्ड रखना चाहिये व नंबर का रिकार्ड रखना चाहिए। सीनियर विद्यार्थियों के द्वारा जूनियर विद्यार्थियों को पढ़ाया जाता है।
बाहरी विशेषज्ञ के रुप में उपस्थित डॉ जगजीत कौर सलूजा प्रा भौतिकशास्त्र विश्वनाथ यादव ताम्रकर महाविद्यालय दुर्ग ने नैक में रेकिंग सुधार के लिये कई सुझाव दिये व बताया कि विषय विशेषज्ञ के माध्यम से आईपीआर व प्लेगेरिजम टेस्ट पर एफडीपी आयोजित कर सकते है। अभी नई शिक्षा नीति में कोर्स में बदलाव आया है उसमें चैप्टर लिख सकते है। प्राध्यापक जो भी रिसर्च किये है उसका पेंटेट करवाने का भी सुझाव दिया।
मिडिया साईट से उपस्थित श्री दीपक रंजन दास ने बताया वर्तमान शिक्षा पद्धति में मैकाले की शिक्षा पद्धति पर आधारित है जो नौकर बनाती है मालिक नहीं। विद्यार्थियों को लगता है पढ़ने के बाद में नौकरी नही मिलती पर इंडस्ट्री को लगता है काम के लिये योग्य लोग नहीं मिलते। उन्होनें शिक्षा के माध्यम से हूनर मंद छात्र बनाने के बाद कही। यूट्यूब मेें विडियो अपलोड कर पैसा कमाने का सुक्षाव दिया व भाषाओं पर विद्यार्थी अपना अधिकार खो रहे है इस पर चिंता व्यक्त की।
डॉ प्रीति मिश्रा सामाजिक कार्यकर्ता के रुप में उपस्थित हुई। बैठक का समन्वय व संचालन डॉ शिवानी शर्मा विभागाध्यक्ष बायोटेक ने किया व धन्यवाद ज्ञापन डॉ शमा ए बेग विभागाध्यक्ष माइक्रोबायोलॉजी ने किया। बैठक में आईक्यूएसी प्रकोष्ठ के सदस्य डॉ रजनी मुदलियार सप्रा, डॉ सुनीता वर्मा सप्रा, मीना मिश्रा सप्रा, खुशबू पाठक सप्रा, श्रीलता के नायर सप्रा उपस्थित हुये। छात्र सदस्य के रुप में नेहा रॉय बीकॉम द्वितीय वर्ष, प्रणव साहू बीबीए तृतीय सेमेस्टर, नम्रता देवनाथ बीसीए द्वितीय सेमेस्टर, एलुमुनाई ऋतिका बंसल, अदिती, रानीकुजुर उपस्थित हुए।
[ • ‘ छत्तीसगढ़ आसपास ‘ शहर संवाददाता ]
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