• Chhattisgarh
  • कुछ जमीन से कुछ हवा से : विनोद साव

कुछ जमीन से कुछ हवा से : विनोद साव

2 years ago
220

▪️ हिन्दी व्यंग्य के ओ. हेनरी थे ‘ लतीफ़ घोंघी ‘

पिछले दिनों हिन्दी व्यंग्य के दो धाकड़ व्यक्तित्वों का दुर्ग आगमन हुआ- एक ज्ञान चतुर्वेदी और दूसरे प्रेम जनमेजय. दोनों ने अपने कार्यक्रमों से इतर घर आकर भी अपने अपने ढंग से अपनी उपस्थिति का एहसास कराया. ज्ञान जी के साथ व्यंग्य के कार्यक्रम में बिलासपुर जाना भी हुआ था. प्रेम जी व्यंग्य के कार्यक्रम में भिलाई पधारे थे. उन्ही दिनों ज्ञान चतुर्वेदी का व्यंग्य संग्रह ‘अलग’ को पढ़ रहा था इसमें उनके इंडिया टुडे में छपे स्तम्भ की रचनाओं का संकलन है. इस संग्रह को उन्होंने हिन्दी व्यंग्य के जनप्रिय व्यंग्यकार लतीफ़ घोंघी को भी समर्पित किया है।

उस संग्रह में कृष्ण चराटे और लतीफ़ घोंघी को बहुत आदर पूर्वक समर्पित करते हुए ज्ञान चतुर्वेदी ने यह लिखा है कि “हिन्दी व्यंग्य और हास्य के दो महत्वपूर्ण परन्तु ‘अनसंग हीरोज’ जो इतने भोले रहे कि मानते थे कि मात्र बहुत अच्छा हास्य, व्यंग्य लिखकर ही वे हिंदी व्यंग्य में वह स्थान पा लेंगे जिसके वे हक़दार थे, पर ऐसा कहीं होता है भला.” इन शब्दों में समर्पण से किसी लेखक के मूल्यांकन को लेकर एक आवाज तो उठती है.

प्रेम जनमेजय भी लतीफ़ घोंघी स्मृति प्रसंग में आए थे. यह आयोजन पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी सृजन पीठ-भिलाई ने किया था. बख्शी जी खुद हिंदी के बड़े निबंधकार रहे जिनकी रचनाओं में व्यंग्य-विनोद ध्वनित होते चलता था. उनकी एक व्यंग्यात्मक टिप्पणी है कि “वर्तमान काव्य-साहित्य या कथा-साहित्य ऐसा आधुनिक हो गया है कि उनसे कितने ही आधुनिक लेखक भी पृथक हो गए हैं.” साथ ही छत्तीसगढ़ हिंदी साहित्य सम्मलेन में अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में बख़्शी जी ने किंचित व्यंग्य से यह भी कह दिया था कि “छत्तीसगढ़ के लोगों में साहित्य के प्रति इतना अधिक अनुराग है कि वे सम्मलेन के लिए सदैव व्यग्र रहते हैं.” यह व्यग्रता प्रेम जनमेजय को भी दिखी और निजी तौर पर मुझसे भी उन्होंने कहा कि ‘यहां लोगों में आपके प्रति बड़ा मान और प्रेम दीखता है.”

व्यंग्य के प्रति यह मान और प्रेम बख्शी सृजनपीठ के अध्यक्षों में दिखा. पीठ के पहले अध्यक्ष प्रख्यात आलोचक प्रमोद वर्मा ने तो १९९९ के पहले आयोजन के निमंत्रण पत्र में ही व्यंग्य की क्षमता को खंगालते हुए यह उद्घोषणा कर दी थी कि “व्यंग्य लेखन इन दिनों हमारे यहां बहुत लोकप्रिय हो चला है. परम्परानुमोदित साहित्य रूपों में उसे अलग और स्वतंत्र विधा ठहराया जाए या मान्यता प्राप्त साहित्य-रूपों में उसे परिगणित किया जाए? व्यंग्य क्या हास्य की संतान है? यदि हाँ तो औरस या दत्तक? या संतान न होकर वह हास्य का प्रतिवेशी है? वह स्पिरिट है या विधा? यदि स्पिरिट है तो क्या वह एकदम ही अव्याख्येय है और यदि उसने इस बीच विधा का दर्जा हासिल कर लिया है तो किन लक्षणों के आधार पर अन्य साहित्य-रूपों से उसकी अलग पहचान बनती है? अब हमारे यहां व्यंग्य नाम से पर्याप्त रचनाएँ प्रकाशित हो गई हैं इसलिए हम समझते हैं इन और ऐसे प्रश्नों पर विचार करने का समय आ गया है. शास्त्र रचना का अनुगमन करते हैं रचनाएँ शास्त्र का नहीं. शास्त्रज्ञ अपनी सुविधा के अनुसार और अपने ढंग से यह काम चाहे जब करें यह सृजनपथ सृजनरत व्यंग्य-लेखकों को व्यंग्य के आलोचना-शास्त्र पर रचना-केन्द्रित दृष्टि से विचार करने हेतु आमंत्रित कर रहा है.”

अमूमन अकादमी, परिषद या सृजनपीठ जैसी साहित्यिक संस्थाएं व्यंग्य पर कार्यक्रम नहीं करवातीं पर बख्शी सृजनपीठ ने दो बार व्यंग्य पर बड़ा आयोजन करवाया. पीठ के पहले अध्यक्ष प्रमोद वर्मा ने १० जनवरी १९९९ को ‘व्यंग्यालोचन’ कार्यक्रम करवाया था ‘हरिशंकर परसाई की स्मृति में’ और वर्तमान अध्यक्ष ललित वर्मा ने इस बार ‘व्यंग्यालोचन’ करवाया ‘लतीफ़ घोंघी को याद करते हुए.’ इस पर मुख्य आतिथि की आसंदी से बोलते हुए प्रेम जनमेजय ने कहा कि “व्यंग्य लिखा बहुत जा रहा है पर कैसा लिखा जा रहा है इस पर चर्चा नहीं होती. लतीफ़ घोंघी जैसे विपुल लेखन करने वाले लेखकों पर चर्चा नहीं होती. यह भी हमारी जिम्मेदारी है. हमें ‘व्यंग्य-यात्रा’ का विशेषांक लतीफ़ साहब पर चाहिए पर यह आप सबके सहयोग से ही संभव हो पावेगा.”

अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में मैंने कहा कि “व्यंग्यकार के भीतर से लोक बोलता है, लोक का ह्यूमर बोलता है और ह्यूमर के भीतर से लतीफ़ घोंघी बोलता है. वे वाचिक परंपरा से भरे अलहदा लेखक थे. वे हास्य-व्यंग्य की परिधि में ही रहे उन्होंने व्यंग्य से बाहर जाकर नहीं लिखा. वे हिन्दी व्यंग्य के एक खेतिहर श्रमिक थे. उनकी कितनी ही रचनाओं के पात्र रोजी-मजूरी से जीवन चलाने वाले इन्सान थे. उनके साथ रचनाओं में हुए संवादों से हास्य के छींटे निकला करते थे. अपने रोजमर्रा की मजबूरियों के बीच उनके श्रमजीवी वर्ग के पात्रों का ‘विट’ देखते बनता था. लतीफ़ घोंघी इन बदरंग स्थितियों से व्यंग्य निकालते ही नहीं बल्कि जी-तोड़ श्रम करके व्यंग्य निचोड़ते थे. अपने पात्रों में वे इतना रच बस जाते थे कि लतीफ़ घोंघी खुद भी अपनी रचना के एक जीवंत चरित्र बन जाते थे. उनकी रचनाओं में अमरीकी कथाकार ओ.हेनरी की कहानियों की तरह ‘ब्लू-कॉलर’ श्रमजीवी हुआ करते थे. वे अपना शोषण करने वाले मालिक-सामंतों पूंजीपतियों का सार्वजनिक उपहास उड़ाकर उनके अभिजात और शराफ़त के ओढ़े चोले को निकाल फेंका करते थे. कुछ ऐसा ही भाव लतीफ़ घोंघी की रचनाओं के पात्रों- मोची, रिक्शावाला, फर्राश या जो भी हों, उनके हास-परिहास में दिखा करता था. हम कह सकते हैं कि ‘लतीफ़ घोंघी हिन्दी व्यंग्य के ओ.हेनरी थे’ इस मायने में वे अनूठे व्यंग्यकार थे जिनके पाठकों का अपार संसार था.”
०००

आभार व्यक्त ‘ छत्तीसगढ़ आसपास ‘ के संपादक प्रदीप भट्टाचार्य ने किया.

•संपर्क –
•90098 84014

▪️▪️▪️▪️▪️▪️

विज्ञापन (Advertisement)

ब्रेकिंग न्यूज़

breaking Chhattisgarh

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहुंचे रायपुर सेंट्रल जेल, कवासी लखमा और देवेंद्र यादव से की मुलाकात…

breaking National

कर्तव्य पथ पर दिखेगी छत्तीगढ़ की जनजातीय परंपराओं और रामनामी समुदाय की झलक

breaking National

40 लाख किसान परिवारों को तोहफा, PM मोदी ने कहा- जूट की MSP बढ़ने से होगा लाभ

breaking Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों को एक और झटका, सुकमा की प्राचीन गुफा में छिपा रखा था हथियारों का जखीरा, जवानों ने किया जब्त

breaking Chhattisgarh

पॉक्सो एक्ट: यौन उत्पीड़न को साबित करने शारीरिक चोट दिखाना जरूरी नहीं

breaking National

भव्य नहीं, साधारण और पारंपरिक होगी गौतम अदाणी के बेटे जीत की शादी, Adani Group के चेयरमैन ने ये कहा

breaking Chhattisgarh

रायपुर पहुंचे 14 नक्सलियों के शव… पोस्टमार्टम से पहले पोर्टेबल मशीन से होगा एक्स-रे, कहीं अंदर विस्फोटक तो नहीं

breaking Chhattisgarh

पंचायत-निकाय चुनावों के लिए BJP-कांग्रेस ने प्रत्याशियों के तय किए नाम! इस तारीख तक पार्टियां कर देंगी ऐलान

breaking Chhattisgarh

नक्सली मुठभेड़ में जवानों को बड़ी कामयाबी, मुख्यमंत्री साय ने की सराहना, कहा- छत्तीसगढ़ मार्च 2026 तक नक्सलवाद से मुक्त होकर रहेगा

breaking National

लव जिहाद को लेकर पंडित प्रदीप मिश्रा का बड़ा बयानः बोले- हिंदू बेटियों को जागरूक होने की जरूरत, फ्रिजों में मिलते हैं लड़कियों के टुकड़े

breaking Chhattisgarh

चाइनीज मांझे से कटा बच्चे का गला, इलाज के दौरान मौत

breaking Chhattisgarh

महाकुंभ के लिए छत्तीसगढ़ से 8 स्पेशल ट्रेन : भक्तों की यात्रा आसान करने रेलवे ने लिया बड़ा फैसला, जानें स्पेशल ट्रेनों का शेड्यूल…

breaking international

TRUMP MEME Coin ने लॉन्च होते ही लगाई 300-500 फीसदी की छलांग, कुछ ही घंटों में निवेशकों को बनाया मालामाल, ट्रेडिंग वॉल्यूम लगभग $1 बिलियन तक पहुंचा

breaking Chhattisgarh

फरवरी में 27 लाख किसानों को धान का बोनस, रेडी टू ईट फिर महिलाओं के हाथ

breaking Chhattisgarh

3000 शिक्षकों की पुलिस से झड़प, प्रदर्शन के दौरान किया तितर-बितर, सस्पेंड होने को लेकर आक्रोश

breaking Chhattisgarh

विष्णु का सुशासन – पुलिस के साथ अन्य सरकारी भर्तियों में आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट से बढ़े युवाओं के अवसर

breaking Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ में रोजगार के लिए अनुबंध, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा- हजारों छात्रों को दिया जाएगा प्रशिक्षण, रोजगार के अवसर होंगे उत्पन्न

breaking Chhattisgarh

विष्णु सरकार का कड़ा एक्शन… एक ही दिन में 9 अफसरों को किया सस्पेंड, ठेकेदार पर भी होगा एक्शन

breaking Chhattisgarh

कैटरिंग दुकान में 6 सिलेंडरों में धमाका, इलाके में मची भगदड़, 10 लाख का सामान जलकर खाक

breaking Chhattisgarh

मोबाइल पर वीडियो रिकॉर्डिंग ऑन कर छिपा देता था लेडिज टायलेट में… पुलिस ने सफाई वाले को पकड़ा

कविता

poetry

इस माह के ग़ज़लकार : डॉ. नौशाद अहमद सिद्दीकी ‘सब्र’

poetry

कविता आसपास : तारकनाथ चौधुरी

poetry

कविता आसपास : दुलाल समाद्दार

poetry

ग़ज़ल : विनय सागर जायसवाल [बरेली उत्तरप्रदेश]

poetry

कविता आसपास : महेश राठौर ‘मलय’

poetry

कविता आसपास : प्रदीप ताम्रकार

poetry

इस माह के ग़ज़लकार : रियाज खान गौहर

poetry

कविता आसपास : रंजना द्विवेदी

poetry

रचना आसपास : पूनम पाठक ‘बदायूं’

poetry

ग़ज़ल आसपास : सुशील यादव

poetry

गाँधी जयंती पर विशेष : जन कवि कोदूराम ‘दलित’ के काव्य मा गाँधी बबा : आलेख, अरुण कुमार निगम

poetry

रचना आसपास : ओमवीर करन

poetry

कवि और कविता : डॉ. सतीश ‘बब्बा’

poetry

ग़ज़ल आसपास : नूरुस्सबाह खान ‘सबा’

poetry

स्मृति शेष : स्व. ओमप्रकाश शर्मा : काव्यात्मक दो विशेष कविता – गोविंद पाल और पल्लव चटर्जी

poetry

हरेली विशेष कविता : डॉ. दीक्षा चौबे

poetry

कविता आसपास : तारकनाथ चौधुरी

poetry

कविता आसपास : अनीता करडेकर

poetry

‘छत्तीसगढ़ आसपास’ के संपादक व कवि प्रदीप भट्टाचार्य के हिंदी प्रगतिशील कविता ‘दम्भ’ का बांग्ला रूपांतर देश की लोकप्रिय बांग्ला पत्रिका ‘मध्यबलय’ के अंक-56 में प्रकाशित : हिंदी से बांग्ला अनुवाद कवि गोविंद पाल ने किया : ‘मध्यबलय’ के संपादक हैं बांग्ला-हिंदी के साहित्यकार दुलाल समाद्दार

poetry

कविता आसपास : पल्लव चटर्जी

कहानी

story

लघु कथा : डॉ. सोनाली चक्रवर्ती

story

सत्य घटना पर आधारित कहानी : ‘सब्जी वाली मंजू’ : ब्रजेश मल्लिक

story

लघुकथा : डॉ. सोनाली चक्रवर्ती

story

कहिनी : मया के बंधना – डॉ. दीक्षा चौबे

story

🤣 होली विशेष :प्रो.अश्विनी केशरवानी

story

चर्चित उपन्यासत्रयी उर्मिला शुक्ल ने रचा इतिहास…

story

रचना आसपास : उर्मिला शुक्ल

story

रचना आसपास : दीप्ति श्रीवास्तव

story

कहानी : संतोष झांझी

story

कहानी : ‘ पानी के लिए ‘ – उर्मिला शुक्ल

story

व्यंग्य : ‘ घूमता ब्रम्हांड ‘ – श्रीमती दीप्ति श्रीवास्तव [भिलाई छत्तीसगढ़]

story

दुर्गाप्रसाद पारकर की कविता संग्रह ‘ सिधवा झन समझव ‘ : समीक्षा – डॉ. सत्यभामा आडिल

story

लघुकथा : रौनक जमाल [दुर्ग छत्तीसगढ़]

story

लघुकथा : डॉ. दीक्षा चौबे [दुर्ग छत्तीसगढ़]

story

🌸 14 नवम्बर बाल दिवस पर विशेष : प्रभा के बालदिवस : प्रिया देवांगन ‘ प्रियू ‘

story

💞 कहानी : अंशुमन रॉय

story

■लघुकथा : ए सी श्रीवास्तव.

story

■लघुकथा : तारक नाथ चौधुरी.

story

■बाल कहानी : टीकेश्वर सिन्हा ‘गब्दीवाला’.

story

■होली आगमन पर दो लघु कथाएं : महेश राजा.

लेख

Article

तीन लघुकथा : रश्मि अमितेष पुरोहित

Article

व्यंग्य : देश की बदनामी चालू आहे ❗ – राजेंद्र शर्मा

Article

लघुकथा : डॉ. प्रेमकुमार पाण्डेय [केंद्रीय विद्यालय वेंकटगिरि, आंध्रप्रदेश]

Article

जोशीमठ की त्रासदी : राजेंद्र शर्मा

Article

18 दिसंबर को जयंती के अवसर पर गुरू घासीदास और सतनाम परम्परा

Article

जयंती : सतनाम पंथ के संस्थापक संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास जी

Article

व्यंग्य : नो हार, ओन्ली जीत ❗ – राजेंद्र शर्मा

Article

🟥 अब तेरा क्या होगा रे बुलडोजर ❗ – व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा.

Article

🟥 प्ररंपरा या कुटेव ❓ – व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा

Article

▪️ न्यायपालिका के अपशकुनी के साथी : वैसे ही चलना दूभर था अंधियारे में…इनने और घुमाव ला दिया गलियारे में – आलेख बादल सरोज.

Article

▪️ मशहूर शायर गीतकार साहिर लुधियानवी : ‘ जंग तो ख़ुद ही एक मसअला है, जंग क्या मसअलों का हल देगी ‘ : वो सुबह कभी तो आएगी – गणेश कछवाहा.

Article

▪️ व्यंग्य : दीवाली के कूंचे से यूँ लक्ष्मी जी निकलीं ❗ – राजेंद्र शर्मा

Article

25 सितंबर पितृ मोक्ष अमावस्या के उपलक्ष्य में… पितृ श्राद्ध – श्राद्ध का प्रतीक

Article

🟢 आजादी के अमृत महोत्सव पर विशेष : डॉ. अशोक आकाश.

Article

🟣 अमृत महोत्सव पर विशेष : डॉ. बलदाऊ राम साहू [दुर्ग]

Article

🟣 समसामयिक चिंतन : डॉ. अरविंद प्रेमचंद जैन [भोपाल].

Article

⏩ 12 अगस्त- भोजली पर्व पर विशेष

Article

■पर्यावरण दिवस पर चिंतन : संजय मिश्रा [ शिवनाथ बचाओ आंदोलन के संयोजक एवं जनसुनवाई फाउंडेशन के छत्तीसगढ़ प्रमुख ]

Article

■पर्यावरण दिवस पर विशेष लघुकथा : महेश राजा.

Article

■व्यंग्य : राजेन्द्र शर्मा.

राजनीति न्यूज़

breaking Politics

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उदयपुर हत्याकांड को लेकर दिया बड़ा बयान

Politics

■छत्तीसगढ़ :

Politics

भारतीय जनता पार्टी,भिलाई-दुर्ग के वरिष्ठ कार्यकर्ता संजय जे.दानी,लल्लन मिश्रा, सुरेखा खटी,अमरजीत सिंह ‘चहल’,विजय शुक्ला, कुमुद द्विवेदी महेंद्र यादव,सूरज शर्मा,प्रभा साहू,संजय खर्चे,किशोर बहाड़े, प्रदीप बोबडे,पुरषोत्तम चौकसे,राहुल भोसले,रितेश सिंह,रश्मि अगतकर, सोनाली,भारती उइके,प्रीति अग्रवाल,सीमा कन्नौजे,तृप्ति कन्नौजे,महेश सिंह, राकेश शुक्ला, अशोक स्वाईन ओर नागेश्वर राव ‘बाबू’ ने सयुंक्त बयान में भिलाई के विधायक देवेन्द्र यादव से जवाब-तलब किया.

breaking Politics

भिलाई कांड, न्यायाधीश अवकाश पर, जाने कब होगी सुनवाई

Politics

धमतरी आसपास

Politics

स्मृति शेष- बाबू जी, मोतीलाल वोरा

Politics

छत्तीसगढ़ कांग्रेस में हलचल

breaking Politics

राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कहा- मर्यादित भाषा में रखें अपनी बात

Politics

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने डाॅ. नरेन्द्र देव वर्मा पर केन्द्रित ‘ग्रामोदय’ पत्रिका और ‘बहुमत’ पत्रिका के 101वें अंक का किया विमोचन

Politics

मरवाही उपचुनाव

Politics

प्रमोद सिंह राजपूत कुम्हारी ब्लॉक के अध्यक्ष बने

Politics

ओवैसी की पार्टी ने बदला सीमांचल का समीकरण! 11 सीटों पर NDA आगे

breaking Politics

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, ग्वालियर में प्रेस वार्ता

breaking Politics

अमित और ऋचा जोगी का नामांकन खारिज होने पर बोले मंतूराम पवार- ‘जैसी करनी वैसी भरनी’

breaking Politics

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, भूपेश बघेल बिहार चुनाव के स्टार प्रचारक बिहार में कांग्रेस 70 सीटों में चुनाव लड़ रही है

breaking National Politics

सियासत- हाथरस सामूहिक दुष्कर्म

breaking Politics

हाथरस गैंगरेप के घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्या कहा, पढ़िए पूरी खबर

breaking Politics

पत्रकारों के साथ मारपीट की घटना के बाद, पीसीसी चीफ ने जांच समिति का किया गठन