- Home
- Chhattisgarh
- भिलाई : राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस समारोह में रिखी क्षत्रिय की बनाई झांकी श्रेष्ठ घोषित… रक्षा मंत्रालय ने की घोषणा…
भिलाई : राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस समारोह में रिखी क्षत्रिय की बनाई झांकी श्रेष्ठ घोषित… रक्षा मंत्रालय ने की घोषणा…
भिलाई [छत्तीसगढ़ आसपास] : देश की राजधानी नई दिल्ली में इस वर्ष 26 जनवरी गणतंत्र दिवस समारोह में तीन राज्यों के कलाकारों को साथ लेकर शामिल हुए छत्तीसगढ़ के प्रख्यात लोक वाद्य संग्राहक और लोक कलाकार रिखी क्षत्रिय की झांकी को रक्षा मंत्रालय ने श्रेष्ठ घोषित किया है।
सोमवार को नई दिल्ली में झांकियों के लिए परिणामों की घोषणा की गई। जिसमें केंद्रीय जनजाति कार्य मंत्रालय की ओर से निर्मित करवाई गई एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय की झांकी को श्रेष्ठ घोषित किया गया।
इस झांकी का निर्माण छत्तीसगढ़ के लोक वाद्य संग्राहक रिखी क्षत्रिय के नेतृत्व में ओडिशा, झारखंड और छत्तीसगढ़ के कलाकारों ने किया था। राजपथ पर इस झांकी के साथ इन तीनों राज्यों के लोक कलाकार ही शामिल थे।
केंद्रीय जनजाति कार्य मंत्रालय ने पिछले महीने पत्र भेज कर रिखी क्षत्रिय को एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय की झांकी में नेतृत्वकर्ता की भूमिका के लिए चुना था। इसके बाद रिखी अपने समूह के साथ नई दिल्ली पहुंचे थे।
इस झांकी में छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से रवि पैकरा एवं भिलाई से गुहाराम सरगुजा की भित्ति चित्र और आदिवासियों की पेंटिंग वॉल की थी। इसी तरह छत्तीसगढ़ के कलाकारों में जया, साधना, जागेश्वरी, शशि साहू, प्रियंका व उपासना, झारखंड से प्रिया, किरण भीमेश व अर्जुन, ओडिशा से अंजलि, आस्था व हर्षिता, देहरादून से झांकी में बच्चों को पढ़ाने श्रीमती सुधा शामिल हुए।
उन्होने बताया कि एक ही झांकी में 3 राज्यों की रंग-बिरंगी वेशभूषा से सुसज्जित किया गया था। गणतंत्र दिवस पर झांकी को श्रेष्ठता का प्रमाणपत्र मिलने से रिखी बेहद खुश है। उन्होंने बताया कि तीनों राज्यों के लोक कलाकारों के समूह में खुशियां मनाई जा रही है। केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के अफसर बधाइयां दे रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि भिलाई स्टील प्लांट से सेवानिवृत्त रिखी क्षत्रिय छत्तीसगढ़ी लोक कला एवं संस्कृति के प्रति बचपन से ही समर्पित रहे हैं। वह विगत चार दशक से छत्तीसगढ़ के अलग-अलग हिस्सों में पहुंच कर दुर्लभ वाद्य यंत्रों का संग्रह कर रहे हैं।
उनके इस संग्रह को विगत दो दशक में देश के सभी राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री सहित कई विशिष्ट अतिथि गण देख चुके और सराहना कर चुके हैं। वही रिखी क्षत्रिय ने छत्तीसगढ़ शासन द्वारा भेजी जाने वाली गणतंत्र दिवस की झांकी विगत दो दशक में 8 बार नेतृत्व कर चुके हैं। इस वर्ष 2023 के गणतंत्र दिवस समारोह में रिखी क्षत्रिय के लिए 9 वां अवसर था, जब वह राजपथ पर फिर एक बार नजर आए।
राज्यों में उत्तराखंड प्रथम
रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी परिणाम में राज्यों की झांकियों में मानस खंड पर आधारित उत्तराखंड की झांकी को प्रथम स्थान मिला है। वहीं शक्तिपीठ और नारी शक्ति पर आधारित महाराष्ट्र की झांकी को द्वितीय व अयोध्या दीपोत्सव पर आधारित उत्तर प्रदेश की झांकी को तृतीय पुरस्कार मिला है। वहीं इस साल छत्तीसगढ़ शासन की झांकी का चयन नहीं होने से इस बार छत्तीसगढ़ की अनुपस्थिति रही।
🟥🟥🟥