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भिलाई : विश्व मातृभाषा दिवस पर ‘ साहित्य सृजन परिषद ‘ द्वारा आयोजित संगोष्ठी एवं काव्य संध्या
भिलाई [रिपोर्ट : डॉ. नौशाद अहमद सिद्दीकी ‘ सब्र ‘ ] :
‘ साहित्य सृजन परिषद ‘ के सौजन्य से विश्व मातृभाषा दिवस की पूर्व संध्या [ 19 फरवरी 2023 ] पर संगोष्ठी एवं काव्य संध्या का आयोजन ‘ नेवई मरोदा भिलाई के बैकुंठ धाम मंदिर परिसर ‘ में आयोजित की गई.
[बाएँ से] : एन एल मौर्य ‘ प्रीतम ‘ , प्रदीप भट्टाचार्य, डॉ महेशचंद्र शर्मा, आशा झा, डॉ संजय दानी
•प्रथम सत्र –
‘ साहित्य सृजन परिषद ‘ द्वारा आयोजित प्रथम सत्र में मुख्यअथिति डॉ. महेशचंद्र शर्मा ने संगोष्ठी में कहा –
यदि शब्द नाम की ज्योति इस संसार में न आई होती तो पूरी दुनिया में सिर्फ अंधेरा होता
इसके अर्थ से संसार की प्रक्रिया संचालित है. माता, मातृभूमि और मातृभाषा से बड़ा दुनिया में कोई नहीं है. हिंदी समेत प्राय:सभी भारतीय भाषाओं की जननी और पोषण करने वाली भाषा संस्कृत है. वह मातृभाषाओं की भी मातृभाषा है. पूरी दुनिया आज भारतीय संस्कृति, साहित्य, संस्कृत और हिंदी का गौरव गान कर रही है.
•द्वितीय सत्र –
‘ साहित्य सृजन परिषद ‘ के दूसरे सत्र बसंतोत्सव एवं होली पर सरस काव्य गोष्ठी का था.
अतिथियों को अपनी ग़ज़ल संग्रह ‘ कभी सोचा ना था ‘ भेंट करते हुए कवि दशरथ सिंह भुवाल
•कार्यक्रम अध्यक्ष –
एन एल मौर्य ‘ प्रीतम’
[अध्यक्ष ‘ साहित्य सृजन परिषद]
•विशिष्ठ अतिथि –
श्रीमती आशा झा
[वरिष्ठ कवियित्री]
डॉ. संजय दानी
[लेखक व उपन्यासकार]
शाद बिलासपुरी
[शायर]
प्रदीप भट्टाचार्य
[संपादक, ‘ छत्तीसगढ़ आसपास ‘ ]
आमन्त्रित रचनाकार –
•आशा झा •डॉ.संजय दानी •शाद बिलासपुरी •एन एल मौर्य ‘ प्रीतम ‘ •दशरथ सिंह भुवाल • इस्माइल आजाद •शुभेंदु बागची •मो.रियाज खान गोहर •रामबरन कोरी ‘ कशिश ‘ •माला सिंह •शिवेंद्र केशव दुबे •नवेद रजा दुर्गवी •गजेंद्र द्विवेदी ‘ गिरीश ‘ •आलोक नारंग •प्रदीप पांडेय •टी एन कुशवाहा ‘ अंजन ‘ •डॉ नौशाद अहमद सिद्धिकी ‘ सब्र ‘ •ओमवीर करन •नीलम जायसवाल •शुचि भवि •प्रदीप वर्मा •सोनिया सोनी •संध्या सिंह और प्रदीप भट्टाचार्य.
सभा के अंत में नीलम जायसवाल को ‘ साहित्य सृजन परिषद ‘ का उपाध्यक्ष बनाया गया.
नीलम जायसवाल को ‘ साहित्य सृजन परिषद ‘ का उपाध्यक्ष बनाये जाने पर बधाई देते हुए अतिथि एवं संस्था के सदस्य
•संचालन –
गजेंद्र द्विवेदी ‘ गिरीश ‘
•आभार –
ओमवीर करन
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