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- भिलाई : ‘ छत्तीसगढ़ प्रगतिशील लेखक संघ भिलाई – दुर्ग ‘ के तत्वावधान में ‘ मैत्री विद्या निकेतन ‘ में नवोदित रचनाकारों द्वारा काव्य पाठ का आयोजन किया गया : विशेष उपस्थिति – राजम सुधाकरण, लोकबाबू, संतोष झाँझी,डॉ.कोमल सिंह शारवा, राजेश श्रीवास्तव और मणिमय मुखर्जी : संचालन प्रलेसं द्वारा आयोजित कविता प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार प्राप्त उभरती हुई कवयित्री प्रियंका यादव…
भिलाई : ‘ छत्तीसगढ़ प्रगतिशील लेखक संघ भिलाई – दुर्ग ‘ के तत्वावधान में ‘ मैत्री विद्या निकेतन ‘ में नवोदित रचनाकारों द्वारा काव्य पाठ का आयोजन किया गया : विशेष उपस्थिति – राजम सुधाकरण, लोकबाबू, संतोष झाँझी,डॉ.कोमल सिंह शारवा, राजेश श्रीवास्तव और मणिमय मुखर्जी : संचालन प्रलेसं द्वारा आयोजित कविता प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार प्राप्त उभरती हुई कवयित्री प्रियंका यादव…
•संचालन करते हुए प्रियंका यादव
भिलाई [छत्तीसगढ़ आसपास न्यूज़] : छत्तीसगढ़ प्रगतिशील लेखक संघ भिलाई दुर्ग के तत्ववधान में मैत्री विद्या निकेतन रिसाली भिलाई में नवोदित कवियों द्वारा काव्य पाठ का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि मलयालम पत्रिका की सम्पादक राजम सुधाकरण थीं। अध्यक्षता कथाकार लोकबाबू ने की। पूर्व प्राचार्य डॉ कोमल सिंह शारवा,वरिष्ठ कवयित्री सन्तोष झांझी, राष्ट्रीय इप्टा के सचिव राजेश श्रीवास्तव, छ ग इप्टा के अध्यक्ष मणिमय मुखर्जी विशेष अतिथि थे।
•संबोधित करती हुई राजम सुधाकरण
काव्य गोष्ठी में भिलाई दुर्ग के महाविद्यालयीन छात्र छात्राओं ने अपनी मौलिक रचनाओं का पाठ किया ।इस अवसर पर प्रगतिशील लेखक संघ भिलाई दुर्ग द्वारा आयोजित महाविद्यालयीन स्तरीय कविता लेखन प्रतियोगिता के विजेता बच्चों द्वारा सामाजिक सद्भाव ,राष्ट्रीय एकता,नारी सशक्तिकरण,और मानवीय संवेदनाओं पर सार्थक रचना पढ़ीं ।काव्य पाठ करने वाले नवोदित कवियों में तृप्ति नायर, तृष्णा नायर, मिथिलेश साहू,युवराज साहू,प्रेमराज,योगेश छत्तीसगढ़िया,हिमांशु हेमंत निराला,खुशबू हरमुख,चंदन हरमुख,कोमल धारवड़े,एकता वर्मा,अनन्या सिंह,क्षमता मानिकपुरी, अनुराग यादव, दुष्यंत साहू, खुशी गोंसाई,विकास ठाकुर, रसना मुखर्जी ,सरस्वती चौरसिया,प्रियंका यादव ने रचनाएं पढ़ी।
मुख्य अतिथि श्री मती राजम सुधाकरण ने कहा नई पीढ़ी के रचनाकारों की प्रतिभा को सामने लाने के लिए इस तरह के आयोजन सराहनीय है ।उपन्यास कहानियों पर भी युवाओं को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए ।अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कथाकार लोकबाबू ने कहा सभी बच्चों की कविताएं अच्छी हैं । अच्छा लेखन के लिए पढ़ना जरूरी है ,रचनाओं में सामाजिक दिशा होनी चाहिए ।
डॉ कोमल सिंह शारवा ने कहा सामाजिक चेतना और इंसानियत का संदेश देने वाली रचनाएं ही सार्थक होती हैं ।उम्र के बच्चों की रचनाओं में भी निखार आएगा ।इस अवसर पर वरिष्ठ कवयित्री सन्तोष झांझी ने अपनी प्रतिनिधि रचना का सस्वर पाठ की।
मजदूर नेता विनोद सोनी ने स्कूली पाठ्यक्रम से मानवीय मूल्य स्थापना के लिए प्रसिद्ध लेखक प्रेमचंद और अन्य साहित्यकारों की रचनाओ को हटाना दुर्भाग्यजनक है ।बच्चे ऐसी कहानी कविताएं लिखें जिसमें सामाजिक यथार्थ हो,विचारधारा के साथ सामाजिक समानता के भाव हो।
इस अवसर पर राजेश श्रीवास्तव व मणिमय मुखर्जी ने नई पीढ़ी के रचनाकारों के साथ इप्टा की गतिविधयों से सम्बंधित महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किये, शायर मुमताज ने नवोदित रचनाकरों को प्रोत्साहित करने प्रलेसं के आयोजनों की प्रशंसा की।
छ ग प्रलेसं के महासचिव परमेश्वर वैष्णव ने कहा नवोदित रचनाकारों की प्रतिभा को प्रोत्साहित करने ,उन्हें मंच प्रदान करने,सांगठनिक भागीदारी देने के उद्देश्य से ऐसे आयोजन प्रलेसं संगठन की हर इकाई में होना आवश्यक है।
•संचालन –
प्रियंका यादव
•आभार व्यक्त किया –
विमल शंकर झा
[सचिव, प्रलेसं भिलाई – दुर्ग]
•उपस्थित रचनाकार और वरिष्ठ शायर और कवि
आयोजन में उपस्थित हुए –
बसंत कुमार उइके, टीआर कोशरिया ‘ अलकहरा ‘, माला सिंह, सुबोध देवांगन, संगीता धारवड़े, श्रीनाथ जायसवाल और ‘ छत्तीसगढ़ आसपास ‘ ग्रुप के एडिटर – इन – चीफ प्रदीप भट्टाचार्य साथ में अन्य जगहों से आये विद्यालय व महाविद्यालय के अनेक छात्र – छात्राएं.
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