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भिलाई : साड़ी हमारी पहचान है, स्वयंसिद्धा का आयोजन

भारत के राष्ट्रीय परिधान साड़ी को बढ़ावा देने के लिए स्वयंसिद्धा ने आयोजित किया साड़ी प्रतियोगिता।
पूरे भारत के कई शहरों की महिलाओं ने ऑनलाइन इस प्रतियोगिता में अलग अलग तरीके से अलग अलग साड़ियों को पहन के इसमें प्रतिभागीता की।
स्वयंसिद्धा की डायरेक्टर डाॅ.सोनाली चक्रवर्ती वर्षों से
साड़ी को बढ़ावा देने की दिशा में कई कार्य कर रही है।उन्होने आयोजन के संबंध में बताया कि साड़ी ना केवल भारत की महिलाओं का सबसे गरिमामयी परिधान है इसलिए हमें इसको बढ़ावा देना चाहिए व पहनना चाहिए।बल्कि यह बुनकरों व साड़ी बनाने वालों की मदद के लिए भी अति आवश्यक है जो भारतीय अर्थव्यवस्था में अपना सहयोग देते हैं।
साड़ी की कितनी किस्में है इसकी कोई गिनती नहीं है।
हमने गर्मी के मौसम में समर क्वीन साड़ी कॉन्टेस्ट करवाई जिसमें महिलाओं ने अपनी साड़ी के विषय में भी बताया और उसे अलग अलग ढंग से पहनने का भी वर्णन किया।
प्रतियोगिता के निर्णायक थे वडोदरा के जेडी फैशन इंस्टीट्यूट की फैशन डिज़ाइनर श्रीमती ममता इंग्ले, बुटीक संचालिका अमिता बिसारे व योगा इंस्ट्रक्टर सीमा नाथ।
उन्होंने काॅन्टेस्ट को सराहते हुए कहा कि पश्चिमी सभ्यता का अंधानुकरण के दौर में साड़ी को आगे बढ़ाने का यह कार्य निश्चित रूप से बेहद अनुकरणीय है।
जहां भारतीय नारी साड़ी में विशिष्ट और सुंदर लगती है वहीं साड़ी को 50 से अधिक तरीकों से पहना जा सकता है उसके साथ कई प्रयोग किए जा सकते हैं जो दूसरे किसी भी परिधान में संभव नहीं।
इस प्रतियोगिता में 20 वर्ष से 72 वर्ष तक की 62 महिलाओं ने भाग लिया उनके नतीजे इस प्रकार है।
समर क्वीन 2023
प्रथम – दीपा सिंह
द्वितीय-सुशीला साहू एवं मधुरिमा रॉय
तृतीय- अंजना सेनगुप्ता व माधुरी बिजोरिया
मोस्ट स्टाइलिश- पूनम सोंधी
-मिसेज सिंपलीसिटी-आरती तिवारी
मिसेस कूल- रितिका अरोरा
यूनिक साड़ी ड्रेपिंग-मयूरा गुरलवाल
ब्यूटीफुल साड़ी- वंदना नाडम्बार
अमेजिंग लोकेशन- अनीता चक्रवर्ती
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