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बिलासपुर : जनचर्चा : भाजपा जिलाध्यक्ष रामदेव कुमावत के अनर्गल बयान विधायक शैलेष पाण्डे पर…
बिलासपुर [छत्तीसगढ़ आसपास के लिए राजन कुमार सोनी] : बिलासपुर के लोकप्रिय विधायक शैलेष पाण्डे एक सजग प्रहरी की तरह अपने क्षेत्रीय जनता की आवाज सदन में उठाने कभी नहीं चुकते चाहे वह अरपा के पुनरूद्वार की बात हो या फिर सीवरेज परियोजना की असफलता का सवाल बिलासपुर विधायक एक ऐसे एकलौते विधायक है, जो सत्तापक्ष के उप मुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव के कट्टर समर्थक हैं और शायद इसी वजह पूरी कांग्रेस पदाधिकारियों की फौज शैलेष पाण्डे से दूरी बनाकर खुद को साफ-पाक और मुखिया भक्त होने का ढोंग करते रहते हैं। जनता के द्वारा चुने जनप्रतिनिधि का कांग्रेस के दिग्गज बिलासपुरिया नेता विधायक के सफलता के मार्ग पर कांटे बिछाना भी नहीं भूलते और कुचक्र रचते रहते हैं।
यायधानी में स्थानीय विधायक की लोकप्रियतो में कोई कमी नहीं हैं लेकिन भाजपाई मंत्री के मुहलगों द्वारा अनर्मल प्रलाप करके भी विधायक की छवि खराब करने शर्मनाक कोशिश रहते हैं। जिससे जनता का आक्रोशित होना स्वाभाविक हैं।
ज्ञात हो कि भाजपा के जिलाध्यक्ष रामदेव कुमावत को शायद संसदीय ज्ञान नहीं हैं इसलिए अपने बोल बचन, भाजपाई मुखिया भक्ति का प्रदर्शन करके स्थानीय विधायक शैलेष पाण्डे की लोकप्रियता पर अपनी खींज निकालते रहते हैं।
ंविधानसभा में कोई अपने प्रश्नों को तभी कह पाता हैं जब उसे आसंदी की अनुमति हो और शैलेष पाण्डे ने रेल विभाग के उपर जो सवाल दागे है वह न्यायोजित हैं, आज रेल की लेट-लतीफी, अफसराना फरमान से जनता कितनी परेशान हैं इसका अंदाज भाजपाई नहीं लगा सकते और न ही विरोध कर सकते क्योंकि केन्द्र में भाजपाई सरकार हैं।
रामदेव कुमावत जो एक हार का स्वाद पूर्व मंत्री को अपने विवादित बोल, महिलाओं के अपमान और थप्पड़ खाकर अपने ही पार्टी के युवा मोर्चा के पदाधिकारी से दे चुके हैं। और शायद 2023 में इसकी पुनरावृति करने की शुरूआत भी कर दी हैं।
बिलासपुर की जनता विधायक शैलेष पाण्डे के सदन में उठाये सवालों से सहमत हैं और भाजपाई अध्यक्ष रामदेव कुमावत के उलजलूल बयान, आधाअधूरा ज्ञान से खफा भी हैं। ऐसे में 2023 का चुनाव शैलेष पाण्डे की झोली में चला जायेगा। इसमें कोई शक नहीं ऐसी चर्चाए आम जनता प्रबुद्ध नागरिकांे और सामाजिक संगठनांे में हो रही हैं।
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